
#सिमडेगा #एसीबी_कार्रवाई : गृहरक्षक वाहिनी कार्यालय में ड्यूटी कमान-पत्र निर्गत करने के बदले रिश्वत मांगने पर एसीबी ने मुंशी को रंगे हाथ पकड़ा।
- भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) रांची की टीम की बड़ी कार्रवाई।
- मुंशी श्याम कुमार गुप्ता, गृहरक्षक वाहिनी कार्यालय से 5,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार।
- शिकायतकर्ता बोनिफास डुंगडुंग (37) ने रिश्वत मांगने की लिखित शिकायत दी थी।
- सत्यापन में शिकायत सही मिलने पर कांड संख्या 21/25, धारा 7(ए) के तहत मामला दर्ज।
- आरोपी की आयु 45 वर्ष, पिता का नाम स्व. रामचंद्र प्रसाद गुप्ता, निवासी बोलबा, सिमडेगा।
- एसीबी टीम ने मंगलवार, 2 दिसंबर 2025 को परिसर में ही पकड़ा।
सिमडेगा जिले में मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) रांची ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए गृहरक्षक वाहिनी कार्यालय के मुंशी श्याम कुमार गुप्ता को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई शिकायतकर्ता बोनिफास डुंगडुंग द्वारा दिए गए आवेदन पर की गई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कार्यालय में ड्यूटी से संबंधित कमान-पत्र निर्गत करने के बदले उनसे 5,000 रुपये की मांग की जा रही थी। सत्यापन के बाद एसीबी ने मामला दर्ज किया और योजना के अनुसार मुंशी को रिश्वत लेते ही पकड़ लिया।
शिकायत और सत्यापन प्रक्रिया
शाहपुर डीपा टोली निवासी बोनिफास डुंगडुंग (37) ने एसीबी रांची को लिखित रूप से शिकायत दी थी कि गृहरक्षक वाहिनी कार्यालय के मुंशी श्याम कुमार गुप्ता उनसे ड्यूटी कमान-पत्र जारी करने के बदले 5 हजार रुपये रिश्वत मांग रहे हैं।
एसीबी ने शिकायत मिलने के बाद प्राथमिक सत्यापन प्रक्रिया शुरू की। जांच में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद इस मामले को आगे बढ़ाते हुए भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा 7(ए) के तहत कांड संख्या 21/25, दिनांक 1 दिसंबर 2025 को रांची एसीबी थाने में मामला दर्ज किया गया।
एसीबी की छापेमारी और गिरफ्तारी
सत्यापन और विधिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद एसीबी ने एक योजनाबद्ध छापेमारी अभियान चलाया। मंगलवार, 2 दिसंबर 2025 को गृहरक्षक वाहिनी कार्यालय परिसर में ही एसीबी की टीम ने आरोपी मुंशी को रिश्वत की राशि 5,000 रुपये लेते समय पकड़ लिया।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान 45 वर्षीय श्याम कुमार गुप्ता, पिता स्व. रामचंद्र प्रसाद गुप्ता, निवासी बोलबा, सिमडेगा के रूप में हुई है।
गिरफ्तारी के बाद उसकी तलाशी और गिरफ्तारी पंचनामा की प्रक्रिया पूरी की गई तथा आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की सक्रियता
एसीबी का यह अभियान लगातार बढ़ते भ्रष्टाचार मामलों पर रोक लगाने और सरकारी सेवाओं को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
एसीबी टीम के एक अधिकारी ने कहा: “हमारी कोशिश है कि जनता से जुड़े मामलों में किसी भी तरह की अवैध वसूली या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त न किया जाए। शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई हमारी प्राथमिकता है।”
इस कार्रवाई से स्पष्ट होता है कि एसीबी हर स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत रुख अपनाए हुए है और आम नागरिकों को भी अपनी समस्याओं की शिकायत करने में संकोच नहीं करना चाहिए।
आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायिक प्रक्रिया के तहत संबंधित अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा। उसके खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एसीबी ने बताया कि इस तरह की शिकायतों पर तुरंत कदम उठाए जाते हैं और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई अनिवार्य है।
न्यूज़ देखो: प्रशासनिक जवाबदेही की मजबूत मिसाल
सिमडेगा में हुई यह कार्रवाई दिखाती है कि सरकारी प्रणालियों में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार निगरानी और जवाबदेही आवश्यक है। एसीबी की तत्परता से न केवल शिकायतकर्ता को न्याय मिला, बल्कि सरकारी कार्यालयों में रिश्वतखोरी पर भी एक मजबूत संदेश गया है। नागरिकों को भी ऐसे मामलों में आवाज उठाने के लिए प्रेरित होना चाहिए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आपकी एक शिकायत से बदल सकती है तस्वीर
यह घटना हमें याद दिलाती है कि गलत को गलत कहना ही बदलाव की शुरुआत है। यदि आप भी किसी सरकारी प्रक्रिया में अवैध मांग या भ्रष्टाचार देखते हैं, तो चुप न रहें—सही माध्यमों से शिकायत करना आपकी जिम्मेदारी है। पारदर्शिता तभी बढ़ेगी जब नागरिक सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
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