
#गिरिडीह #आकांक्षी_जिला : सुनील कुमार वर्णवाल ने समाहरणालय सभागार में सभी विभागों के साथ की व्यापक समीक्षा बैठक
- केंद्रीय प्रभारी पदाधिकारी सुनील कुमार वर्णवाल गिरिडीह के परिसदन भवन पहुंचे।
- पुष्पगुच्छ और मोमेंटो देकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
- समाहरणालय सभागार में आकांक्षी जिला/प्रखंड रूपांतरण कार्यक्रम पर विस्तृत समीक्षा बैठक हुई।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कृषि, वित्तीय समावेशन, बुनियादी ढांचे सहित सभी आयामों की समीक्षा।
- ग्रामीण सड़क, पेयजलापूर्ति, स्कूलों की बिजली व्यवस्था और इंटरनेट कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान।
- अधिकारियों को कम्यूनिटी इनवॉल्वमेंट और जन-जागरूकता बढ़ाने के निर्देश।
गिरिडीह आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत केंद्रीय प्रभारी पदाधिकारी श्री सुनील कुमार वर्णवाल मंगलवार को परिसदन भवन पहुंचे, जहां उनका स्वागत पुष्पगुच्छ और मोमेंटो देकर किया गया। इसके बाद वे सीधे समाहरणालय सभागार पहुंचे, जहां आकांक्षी जिला एवं प्रखंड रूपांतरण कार्यक्रम से जुड़े सभी विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में अब तक किए गए विकासात्मक कार्यों, प्रगति की स्थिति और लंबित मुद्दों पर गंभीरतापूर्वक चर्चा हुई।
आकांक्षी जिला रूपांतरण कार्यक्रम पर विस्तृत चर्चा
बैठक में श्री सुनील कुमार वर्णवाल ने आकांक्षी जिले एवं आकांक्षी प्रखंड जमुआ के विकास से संबंधित सभी प्रमुख आयामों—स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास और बुनियादी ढ़ांचा—की विभागवार प्रगति रिपोर्ट मांगी। उन्होंने अधिकारियों से वास्तविक जमीनी स्थिति साझा करने को कहा, ताकि आगे की रणनीतियों में तेजी लाई जा सके।
ग्रामीण सुविधाओं की गहन समीक्षा
केंद्रीय प्रभारी ने विशेष रूप से ग्रामीण स्तर की आधारभूत सुविधाओं की पड़ताल की। इसमें शामिल थे:
ग्रामीण सड़क और पेयजल व्यवस्था
- कई इलाकों में ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता और उपलब्धता की समीक्षा।
- पेयजलापूर्ति को लेकर पाइपलाइन व्यवस्था, हैंडपंपों की कार्यक्षमता और जल स्रोतों की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी गई।
स्कूलों में बिजली और इंटरनेट सुविधा
- ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति और माइक्रो-स्तर पर इंटरनेट उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया गया।
- वर्णवाल ने कहा कि शिक्षा के डिजिटल विस्तार के लिए इंटरनेट सेवा मजबूत होना आवश्यक है।
कम्यूनिटी इनवॉल्वमेंट पर जोर
बैठक में उन्होंने स्पष्ट कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम तभी धरातल पर मजबूत होगा, जब जनता की सीधी भागीदारी बढ़े।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामीणों को योजनाओं और सुविधाओं के बारे में सही जानकारी दी जाए, और जन-जागरूकता को बढ़ाने के लिए स्थानीय स्तर पर कैंप और सामुदायिक बैठकों का आयोजन किया जाए।



न्यूज़ देखो: आकांक्षी जिले की प्रगति में पारदर्शिता और भागीदारी है कुंजी
आकांक्षी जिला कार्यक्रम तेजी से विकास के लिए बनाया गया है, लेकिन इसका सफल कार्यान्वयन तभी संभव है जब विभाग अपनी रिपोर्टों को सटीक, पारदर्शी और समयबद्ध रखें। क्या गांवों में वास्तव में सड़क, बिजली, इंटरनेट और पेयजल की स्थिति अपेक्षानुसार सुधर रही है? क्या जनता तक योजनाओं का लाभ सीधा पहुंच रहा है? इन सवालों की निरंतर जांच बेहद जरूरी है।
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विकास की राह सामूहिक प्रयास से—आपकी भागीदारी ही बदलाव की ताकत
आकांक्षी जिला कार्यक्रम का लक्ष्य तब पूरा होगा जब नागरिक और प्रशासन मिलकर आगे बढ़ें। ग्रामीणों के लिए यह अवसर है कि वे योजनाओं का लाभ लें, अपनी जरूरतों को आवाज दें और विकास की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बनें।
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