
#हुसैनाबाद #अटलस्मृतिसम्मेलन : भाजपा ने अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष पर सम्मेलन आयोजित किया।
हुसैनाबाद में भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर अटल स्मृति सम्मेलन का आयोजन किया गया। भाजपा कार्यालय विश्वकर्मा कॉम्प्लेक्स में आयोजित इस कार्यक्रम में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अटल जी के विचारों, राष्ट्रवाद और सुशासन की विरासत पर चर्चा की। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बिपिन बिहारी सिंह ने अटल जी के बहुआयामी व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। सम्मेलन का उद्देश्य नई पीढ़ी को अटल बिहारी वाजपेयी के आदर्शों से जोड़ना रहा।
- भाजपा कार्यालय विश्वकर्मा कॉम्प्लेक्स, हुसैनाबाद में अटल स्मृति सम्मेलन आयोजित।
- अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर कार्यक्रम।
- प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बिपिन बिहारी सिंह रहे मुख्य वक्ता।
- नगर मंडल अध्यक्ष अजय प्रसाद गुप्ता ने की अध्यक्षता।
- बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और नेता रहे उपस्थित।
हुसैनाबाद में भारतीय जनता पार्टी द्वारा भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर अटल स्मृति सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भाजपा कार्यालय विश्वकर्मा कॉम्प्लेक्स, हुसैनाबाद में संपन्न हुआ। सम्मेलन का उद्देश्य अटल जी के विचारों, उनके राष्ट्रनिर्माण में योगदान और सुशासन की अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाना रहा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर मंडल हुसैनाबाद के अध्यक्ष अजय प्रसाद गुप्ता ने की, जबकि संचालन का दायित्व जिला मंत्री सोमेश सिंह ने निभाया। सम्मेलन की शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर पर दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पण के साथ हुई, जिसमें उपस्थित सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों पर केंद्रित रहा सम्मेलन
सम्मेलन के मुख्य वक्ता प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं गढ़वा जिला प्रभारी बिपिन बिहारी सिंह रहे। उन्होंने अपने संबोधन में अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की।
बिपिन बिहारी सिंह ने कहा: “अटल बिहारी वाजपेयी केवल नाम से ही नहीं, बल्कि कर्म और विचार दोनों से अटल थे। वे दूरदर्शी नेता, प्रखर वक्ता, संवेदनशील कवि और लोकतांत्रिक मूल्यों के सच्चे प्रतीक थे।”
उन्होंने कहा कि अटल जी ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिन्हें राजनीतिक मतभेदों के बावजूद सभी दलों का सम्मान प्राप्त था। उनका सपना भारत को एक सशक्त, आत्मनिर्भर और विश्व में सम्मानित राष्ट्र बनाना था, जिसे उन्होंने अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक निर्णयों के माध्यम से साकार करने का प्रयास किया।
वरिष्ठ नेताओं ने अटल जी के योगदान को किया याद
सम्मेलन में वरिष्ठ भाजपा नेता राम प्रवेश सिंह ने भी अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देशहित को सर्वोपरि रखा।
राम प्रवेश सिंह ने कहा: “अटल जी ने भारत को परमाणु शक्ति बनाने का साहसिक निर्णय लिया और देश को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई। उनका नेतृत्व लोकतंत्र, संवाद और सुशासन पर आधारित था।”
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के निर्णयों में दृढ़ता के साथ-साथ संवेदनशीलता भी झलकती थी, जो उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है।
बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की रही उपस्थिति
अटल स्मृति सम्मेलन में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम में संतोष सिंह, योगेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू सिंह, अखिलेश मेहता, रंजीत पासवान, श्रवण अग्रवाल, प्रदीप सिंह, नरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, कामेश्वर सिंह, चन्दन सिंह, उदय विश्वकर्मा, प्रिंस शर्मा, बीरेंद्र सिंह, रविरंजन सिंह, डॉ. अखिलेश गुप्ता, उदय सिंह, डॉ. भोला पासवान, महेंद्र राम, रजनीश मिश्रा, अजय सिंह, रवींद्र कांस्यकार, राजन सिंह, हंसराज सिंह, बिपुल तिवारी, सतीश शर्मा, विजय राजवंशी सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सभी ने अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से प्रेरणा लेने और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
अटल जी की विरासत को आगे बढ़ाने का आह्वान
वक्ताओं ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने राजनीति को मर्यादा, संवाद और विकास से जोड़ा। उनके शासनकाल में सड़क, संचार, विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुए। सम्मेलन के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि आज की राजनीति में भी अटल जी के आदर्शों की प्रासंगिकता बनी हुई है।
कार्यक्रम के दौरान युवाओं से विशेष रूप से आह्वान किया गया कि वे अटल जी के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।
न्यूज़ देखो: अटल विचारधारा की प्रासंगिकता आज भी कायम
हुसैनाबाद में आयोजित अटल स्मृति सम्मेलन यह दर्शाता है कि अटल बिहारी वाजपेयी की विचारधारा आज भी भाजपा और समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। ऐसे आयोजन नई पीढ़ी को इतिहास और मूल्यों से जोड़ने का कार्य करते हैं। सवाल यह है कि क्या मौजूदा राजनीति अटल जी के सुशासन और संवाद की परंपरा को आगे बढ़ा पाएगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अटल विचारों से प्रेरणा लें, राष्ट्र निर्माण में भूमिका निभाएं
अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन हमें सिखाता है कि राजनीति सेवा और सिद्धांतों का माध्यम होनी चाहिए। उनके विचारों को केवल स्मरण तक सीमित न रखें, बल्कि अपने आचरण में उतारें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और अटल जी के आदर्शों को समाज तक पहुंचाने में सहभागी बनें।





