
#गुमला #आयुष्मान_अभियान : हर पात्र परिवार को स्वास्थ्य सुरक्षा का लाभ दिलाने पर जोर।
- गुमला जिला प्रशासन ने 1–20 दिसंबर तक सभी पीडीएस दुकानों में आयुष्मान कार्ड शिविर शुरू किए।
- जिले में 8.8 लाख राशन कार्डधारी परिवार, जिनमें से अभी तक 4.9 लाख का ही आयुष्मान कार्ड बन सका था।
- शिविर में राशन वितरण के दौरान ही कार्ड बनाने की व्यवस्था, ताकि लाभुकों को अलग से कहीं न जाना पड़े।
- प्रत्येक सक्रिय पीडीएस डीलर के साथ एक-एक वीएलई को टैग कर प्रक्रिया को तेज किया गया।
- उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया—“एक भी योग्य परिवार आयुष्मान कार्ड से वंचित नहीं रहेगा।”।
गुमला जिले में आयुष्मान भारत योजना के लाभ को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए 1 दिसंबर 2025 से 20 दिसंबर 2025 तक विशेष शिविरों की शुरुआत हो चुकी है। इन शिविरों को जिले के सभी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) दुकानों पर आयोजित किया जा रहा है ताकि किसी भी परिवार को कार्ड बनवाने के लिए अतिरिक्त स्थान पर न जाना पड़े। गुमला में लगभग 8.8 लाख राशन कार्डधारी परिवार हैं, लेकिन अब तक लगभग 4.9 लाख परिवार ही योजना के दायरे में आ पाए थे। प्रशासन का लक्ष्य है कि शेष सभी परिवारों को भी स्वास्थ्य सुरक्षा कवच उपलब्ध कराया जाए। इसी उद्देश्य से यह 20 दिवसीय बड़ा अभियान चलाया जा रहा है।
शिविरों की मुख्य व्यवस्था
इन शिविरों में कार्ड बनाने की प्रक्रिया को सरल, सुलभ और तेज बनाने के लिए जिला प्रशासन ने पीडीएस दुकानों को ही कैंप स्थल बनाया है। लाभुक जब राशन लेने पहुंचेंगे, वहीं पर आयुष्मान कार्ड निर्माण भी करवा सकेंगे। इस काम में तेजी लाने के लिए हर पीडीएस डीलर के साथ एक वीएलई (विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) को तैनात किया गया है।
अभियान के सुचारू संचालन की जिम्मेदारी प्रखंड विकास पदाधिकारियों और पंचायत सचिवों को दी गई है। जिला स्तर पर सिविल सर्जन, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी तथा एनएचएम गुमला की जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई को समीक्षा का जिम्मा सौंपा गया है।
प्रशासन का स्पष्ट संदेश
अभियान को कितनी गंभीरता से लिया जा रहा है, इसका अंदाजा उपायुक्त के संदेश से लगाया जा सकता है।
उपायुक्त गुमला ने कहा: “हमारा लक्ष्य एक भी पात्र परिवार को बिना आयुष्मान कार्ड छोड़े नहीं जाने देना है। स्वास्थ्य सुरक्षा प्रत्येक नागरिक का अधिकार है और प्रशासन इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
लाभुकों के लिए आवश्यक दस्तावेज़
जिन लोगों का आयुष्मान कार्ड अब तक नहीं बना है, वे अपने राशन कार्ड, आधार कार्ड और सक्रिय मोबाइल नंबर के साथ शिविर में पहुंचकर निःशुल्क अपना कार्ड बनवा सकते हैं।
शिविर पहले से जारी अभियान का विस्तारित रूप
जिले में एक सप्ताह का आयुष्मान शिविर पूर्व में भी पीडीएस दुकानों पर लगाया गया था। उस दौरान बड़ी संख्या में लाभुकों के कार्ड बने, लेकिन अभी भी कई परिवार छूट गए। इसलिए प्रशासन ने इस बार इसे 20 दिनों का मेगा अभियान बनाया है ताकि जिले में शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित किया जा सके।
न्यूज़ देखो: गुमला में स्वास्थ्य सुरक्षा का बड़ा अभियान
इस अभियान से स्पष्ट है कि गुमला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बेहद सक्रिय है। आयुष्मान कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों के लिए लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें — यह प्रशासन की जवाबदेही को मजबूत करता है। यदि यह अभियान सफल रहा तो यह जिले के लाखों परिवारों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
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आयुष्मान अभियान में आपकी जागरूकता बन सकती है बदलाव की ताकत
सरकारी योजनाएँ तभी सफल होती हैं जब जनता स्वयं उसमें सक्रिय होकर आगे आए। यदि आपके परिवार या गांव में कोई लाभुक अभी भी आयुष्मान कार्ड से वंचित है, तो उसे शिविर में ले जाने की पहल करें। स्वास्थ्य सुरक्षा किसी उपहार की तरह नहीं, बल्कि एक मूल अधिकार है—इसे हर घर तक पहुँचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
कमेंट कर बताएं कि क्या आपके क्षेत्र में शिविर लगा है, इस जानकारी को शेयर कर अधिक लोगों तक पहुँचाएं और उन्हें भी इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ दिलाएं।





