
#मेदिनीनगर #कंबल_वितरण : सदर प्रखंड प्रशासन और पंचायत प्रतिनिधियों की पहल से जरूरतमंदों को मिली राहत।
मेदिनीनगर सदर प्रखंड के चियांकी पहाड़ स्थित मुसहर टोला में कड़ाके की ठंड के बीच प्रशासनिक संवेदनशीलता देखने को मिली, जब प्रखंड विकास पदाधिकारी जागो महतो ने स्वयं पहुंचकर मुसहर परिवारों के बीच कंबल का वितरण किया। इस पहल में चियांकी पंचायत के मुखिया बिनको उरांव भी मौजूद रहे। ठंड से जूझ रहे अत्यंत वंचित समुदाय को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया यह वितरण प्रशासन और पंचायत के समन्वय का उदाहरण बना।
- सदर प्रखंड पदाधिकारी जागो महतो ने मुसहर टोला पहुंचकर किया कंबल वितरण।
- चियांकी मुखिया बिनको उरांव ने सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
- मुसहर परिवारों को बढ़ती ठंड से मिली बड़ी राहत।
- गरीब, दलित और जरूरतमंदों की सेवा को बताया गया सबसे बड़ा कार्य।
- वार्ड सदस्य योगेंद्र मुसहर और पंचायत कर्मियों की रही उपस्थिति।
मेदिनीनगर सदर प्रखंड अंतर्गत चियांकी पहाड़ के पास स्थित मुसहर टोला में प्रशासन और पंचायत की संयुक्त पहल से मानवता और संवेदनशील शासन की मिसाल देखने को मिली। बढ़ती ठंड के कारण मुसहर परिवारों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई थी। कई परिवार खुले आसमान के नीचे या कच्चे घरों में अलाव जलाकर रात गुजारने को मजबूर थे। ऐसे में सदर प्रखंड पदाधिकारी जागो महतो ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए मुसहर टोला पहुंचकर स्वयं कंबल वितरण किया।
बढ़ती ठंड में प्रशासन की संवेदनशील पहल
सर्द मौसम में जब तापमान लगातार गिर रहा है, तब अत्यंत वंचित समुदाय के लिए गर्म वस्त्र जीवन रक्षक साबित होते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बीडीओ जागो महतो ने मुसहर टोला पहुंचकर परिवारों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को जाना। इसके बाद उन्होंने जरूरतमंद परिवारों के बीच कंबलों का वितरण किया।
बीडीओ ने मौके पर कहा—
जागो महतो ने कहा: “कंबल मिलने से मुसहर परिवारों को ठंड से राहत मिलेगी। गरीबों की सेवा सबसे बड़ी सेवा है और जरूरतमंदों के काम आना एक पुण्य कार्य है।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन का दायित्व है कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक सरकारी सहायता समय पर पहुंचे। गरीब, दलित और जरूरतमंदों की सेवा से आत्मिक संतुष्टि मिलती है और यही सच्ची जनसेवा है।
मुसहर परिवारों की स्थिति पर गंभीर चिंता
मुसहर टोला में रहने वाले परिवार आर्थिक और सामाजिक रूप से अत्यंत पिछड़े हैं। ठंड के दिनों में इनके लिए दैनिक जीवन और भी कठिन हो जाता है। अलाव के सहारे रात बिताना, पर्याप्त कपड़ों का अभाव और सीमित संसाधन इनकी मजबूरी है। ऐसे में प्रशासनिक स्तर पर की गई यह पहल मुसहर परिवारों के लिए संजीवनी साबित हुई।
कंबल पाकर महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों के चेहरों पर राहत और संतोष साफ दिखाई दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन के इस कदम को सराहनीय बताया।
मुखिया बिनको उरांव ने गिनाई पंचायत की पहल
इस अवसर पर चियांकी पंचायत के मुखिया बिनको उरांव ने कहा कि पंचायत स्तर पर मुसहर परिवारों को हर संभव सरकारी सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा—
बिनको उरांव ने कहा: “मुसहर परिवारों को आवास, पेंशन समेत कई सरकारी सुविधाएं अपने स्तर से दिलाई जा रही हैं। सरकार की सभी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर इन परिवारों को दिया जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि जरूरतमंदों को समय पर सूचना देकर सरकारी योजनाओं से जोड़ना पंचायत की प्राथमिकता है। जैसे ही पंचायत को कंबल उपलब्ध होंगे, उन्हें भी जरूरतमंदों के बीच वितरित किया जाएगा।
पंचायत विकास कार्यों की भी दी जानकारी
मुखिया बिनको उरांव ने चियांकी पंचायत में किए जा रहे विकास कार्यों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंचायत में बाजार की व्यवस्था होने से स्थानीय व्यवसायियों और बेरोजगार युवाओं को लाभ मिला है। पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने मुसहर टोला में कंबल वितरण के लिए बीडीओ जागो महतो की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासन और पंचायत के संयुक्त प्रयास से ही समाज के कमजोर वर्गों तक राहत पहुंचाई जा सकती है।
स्थानीय प्रतिनिधियों की रही सक्रिय भूमिका
कंबल वितरण कार्यक्रम के दौरान वार्ड सदस्य योगेंद्र मुसहर, चियांकी पंचायत कर्मचारी कुंदन कुमार सहित कई स्थानीय लोग मौजूद थे। सभी ने प्रशासनिक पहल की प्रशंसा की और भविष्य में भी ऐसे कार्यों की आवश्यकता पर जोर दिया।
सामाजिक समावेशन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
यह कंबल वितरण कार्यक्रम केवल राहत सामग्री बांटने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह संदेश भी देता है कि शासन व्यवस्था समाज के सबसे कमजोर वर्ग के प्रति सजग और संवेदनशील है। मुसहर जैसे वंचित समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ऐसी पहल अत्यंत आवश्यक है।
न्यूज़ देखो: ठंड में संवेदनशील प्रशासन की मिसाल
चियांकी पहाड़ मुसहर टोला में कंबल वितरण ने यह साबित किया कि यदि प्रशासन और पंचायत मिलकर कार्य करें तो समाज के अंतिम व्यक्ति तक राहत पहुंचाई जा सकती है। जरूरतमंदों की सुध लेना ही सुशासन की पहचान है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जरूरतमंदों के साथ खड़ा होना ही सच्चा विकास
ठंड के मौसम में एक कंबल किसी परिवार के लिए जीवन रक्षक बन सकता है।
समाज के वंचित वर्गों के लिए ऐसी पहल प्रेरणादायक हैं।
अपने क्षेत्र में जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं।
इस खबर को साझा करें, ताकि संवेदनशीलता और सेवा की भावना और मजबूत हो।





