
#बानो #विद्यालय_निरीक्षण : बीडीओ नैमुदिन अंसारी ने छात्राओं की उपस्थिति, मिड डे भोजन और व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की
- कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बानो में बीडीओ का औचक निरीक्षण।
- विद्यालय में 439 में से 63 छात्राएँ बीमारी के कारण अनुपस्थित पाई गईं।
- मेनू आधारित भोजन, चावल-सब्जी की गुणवत्ता का बीडीओ ने स्वयं निरीक्षण किया।
- अपूर्ण पाठ योजना, कम उपस्थिति, और अव्यवस्था पर जताई नाराजगी।
- सप्लायर एजेंसी को स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन समय पर उपलब्ध कराने का निर्देश।
बानो (सिमडेगा)। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बानो में गुरुवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) नैमुदिन अंसारी ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्राओं की उपस्थिति, विद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियाँ, भोजन की गुणवत्ता और आवासीय सुविधाओं का विस्तृत आकलन किया।
निरीक्षण के क्रम में बीडीओ ने उपस्थिति पंजी की जाँच की, जिसमें विद्यालय की कुल 439 छात्राओं में से 63 छात्राएँ बीमारी के कारण अवकाश पर पाई गईं। उन्होंने मेनू आधारित भोजन व्यवस्था को भी परखा। चावल, सब्जी और अन्य खाद्य सामग्री की गुणवत्ता को बीडीओ ने खुद हाथ से जांचा और पौष्टिकता का आकलन किया।
कम उपस्थिति और अव्यवस्था पर फटकार
निरीक्षण के दौरान बीडीओ ने विद्यालय में अपूर्ण पाठ योजना, कम छात्र उपस्थिति, और व्यवस्थागत कमियों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया कि शिक्षण कार्य नियमित रूप से संचालित हो और आवासीय बच्चों को सुरक्षित व अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जाए।
सप्लायर एजेंसी को सख्त निर्देश
भोजन आपूर्ति की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए बीडीओ ने सप्लायर एजेंसी को स्पष्ट निर्देश दिए कि
- समय पर भोजन उपलब्ध कराएं
- भोजन पूरी तरह साफ-सुथरा और पौष्टिक हो
- किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

न्यूज़ देखो: बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा की जवाबदेही सबसे जरूरी
शासकीय आवासीय विद्यालयों में कमजोर व्यवस्थाएँ सीधे बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। बानो का यह मामला बताता है कि निगरानी और जिम्मेदारी दोनों की मजबूती जरूरी है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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