
#सिमडेगा #छठ_महापर्व : छठव्रतधारी एवं आमजन पर मधुमक्खियों के हमला का खतरा, प्रशासन से समाधान की अपील
- ठेठईटाँगर प्रखंड के छठ घाट तालाब के सेमल के पेड़ में मधुमक्खियों के कई छत्ते लगे।
- छठव्रतधारी और श्रद्धालु मधुमक्खियों के हमले से डर रहे हैं।
- बीते अवसरों पर मधुमक्खियों के हमले के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बनी।
- प्रखंड और अंचल प्रशासन को समस्या से अवगत कराया गया।
- जिला वन अधिकारी ने बताया कि फिलहाल कोई ठोस उपाय उपलब्ध नहीं है।
ठेठईटाँगर प्रखंड मुख्यालय के छठ घाट तालाब पर सेमल के पेड़ में लगे मधुमक्खियों के छत्तों ने छठव्रतधारी एवं श्रद्धालुओं के लिए चिंता बढ़ा दी है। आगामी छठ महापर्व के मौके पर पारंपरिक ढोल और लोकगीत की आवाज़ से मधुमक्खियां उड़कर लोगों पर हमला कर सकती हैं, जिससे हादसे और भगदड़ की संभावना बनी रहती है।
श्रद्धालुओं की चिंता
छठव्रतधारी एवं आमजन ने बताया कि पिछले सालों में भी कई बार मधुमक्खियों के हमले की घटनाएं हुई हैं। लोग डर के कारण इधर-उधर भागते हैं और इस स्थिति में किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। इस समस्या को लेकर श्रद्धालुओं ने प्रशासन से तत्काल उपाय की मांग की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस विषय पर प्रखंड प्रशासन और अंचल प्रशासन से संपर्क किया गया। जिला वन अधिकारी ने संवाददाता को बताया:
“इस समय हमारे पास मधुमक्खियों के छत्तों को हटाने का कोई ठोस उपाय नहीं है।”
श्रद्धालुओं और छठव्रतधारीयों का कहना है कि आने वाले छठ महापर्व के मौके पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मधुमक्खियों के छत्तों को हटाया जाना आवश्यक है, ताकि किसी अप्रिय घटना या भगदड़ जैसी स्थिति से बचा जा सके।
न्यूज़ देखो : धार्मिक उत्सव में सुरक्षा खतरे की चेतावनी
ठेठईटाँगर छठ घाट पर मधुमक्खियों के छत्ते यह दर्शाते हैं कि धार्मिक आयोजन में सुरक्षा व्यवस्था और पर्यावरणीय खतरों पर ध्यान देना आवश्यक है। प्रशासन द्वारा समय रहते उचित कदम उठाने से श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
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छठ महापर्व में सुरक्षित भागीदारी के लिए सजग रहें
श्रद्धालु और स्थानीय निवासी मिलकर प्रशासन को समस्या की गंभीरता समझाएं और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने में सहयोग दें। इस खबर को शेयर करें और अपने परिवार एवं समुदाय को सजग रहने के लिए प्रेरित करें।