- तेजस्वी यादव ने लाठीचार्ज को बताया बड़ी साजिश।
- प्रशांत किशोर पर बिना नाम लिए निशाना साधा।
- अभ्यर्थियों को संघर्ष में मजबूत रहने की सलाह दी।
- जेडीयू ने भी प्रशांत किशोर को ठहराया जिम्मेदार।
- लाठीचार्ज में घायल अभ्यर्थियों का हो रहा इलाज।
बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला बोला। तेजस्वी ने सीतामढ़ी में मीडिया से बात करते हुए कहा कि गांधी मैदान में कभी नियुक्ति पत्र बांटे जाते थे, जिससे अभ्यर्थियों और उनके परिवारों में खुशी होती थी। लेकिन आज छात्रों के सिर फटे हैं, आंखों में आंसू हैं और वे अस्पताल में भर्ती हैं।
प्रशांत किशोर पर बिना नाम लिए आरोप
तेजस्वी यादव ने कहा कि अभ्यर्थियों का आंदोलन पहले से ही गर्दनीबाग में चल रहा था, लेकिन कुछ लोग अपनी राजनीतिक दुकानदारी चमकाने के लिए आए और आंदोलन को गांधी मैदान ले गए। उन्होंने कहा,
“लोग कहते थे कि हम लाठी खाएंगे, लेकिन वही सबसे पहले भाग गए। छात्रों को लाठी भी खिलवाई और उनकी मेहनत को नुकसान भी पहुंचाया।”
छात्रों को गुमराह करने का आरोप
तेजस्वी यादव ने अभ्यर्थियों से कहा कि यह आंदोलन उनकी ताकत है और इसे शांतिपूर्ण ढंग से जारी रखें। उन्होंने सरकार और बीपीएससी पर दबाव बनाए रखने की अपील की। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि किसी के झांसे में न आएं, चाहे वह कोई भी हो।
“आपका संघर्ष आपके लिए है। इसमें मेरा नैतिक समर्थन हमेशा रहेगा। लेकिन इसे शांतिपूर्ण और मजबूती से आगे बढ़ाएं।” – तेजस्वी यादव
जेडीयू ने भी प्रशांत किशोर को ठहराया जिम्मेदार
जेडीयू नेता नीरज कुमार ने भी प्रशांत किशोर पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “अगर कोई अभ्यर्थियों की भावनाओं से खिलवाड़ करने का गुनहगार है, तो वह प्रशांत किशोर हैं।” उन्होंने प्रशांत किशोर को राजनीति में किशोर बताते हुए कहा कि वे न सिर्फ राजनीति बल्कि शारीरिक रूप से भी इस मुद्दे से फरार हो गए।
बीपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। छात्रों को शांतिपूर्ण और दृढ़ तरीके से अपनी आवाज उठानी चाहिए। ऐसे ही महत्वपूर्ण अपडेट और ताजा खबरों के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।