
#गढ़वा #आवास_योजना : झारखंड के रजत जयंती वर्ष 2025 के अवसर पर डंडई प्रखंड सहित कई पंचायतों में लाभुकों ने अपने पक्के घरों में प्रवेश कर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का अनुभव किया।
- झारखंड राज्य के रजत जयंती वर्ष 2025 के अवसर पर डंडई प्रखंड में आयोजित कार्यक्रमों में लाभुकों ने अपने घरों में विधिवत प्रवेश किया।
- अबूआ आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत सैकड़ों परिवारों ने नए पक्के घरों में गृह प्रवेश किया।
- लाभुकों के नए आवासों में शौचालय, रसोई और जलापूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाएँ सुनिश्चित की गई हैं।
- पंचायत स्तर पर आयोजित कार्यक्रम ने ग्रामीणों में खुशी और गर्व का माहौल पैदा किया।
डंडई प्रखंड के करके पंचायत में आयोजित गृह प्रवेश समारोह ने झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को नई पहचान दी। इस अवसर पर पंचायत और प्रखंड के विभिन्न 9 पंचायतों में अबूआ आवास योजना तथा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत निर्मित पक्के घरों में लाभुकों ने विधिवत प्रवेश किया। ग्रामीणों के चेहरे पर उत्साह और गर्व साफ देखा जा सकता था, जिन्होंने वर्षों से अपने घर का सपना संजो रखा था।
समारोह की शुरुआत और विधिवत प्रक्रिया
कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत पूजा-अर्चना और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। तत्पश्चात लाभुकों को गृह प्रवेश की अनुमति दी गई, और सभी ने अपने नए घरों में प्रवेश कर पारंपरिक रस्में पूरी की। इस अवसर पर मुखिया विन्दा देवी ने कहा:
“आज हमारे पंचायत के सैकड़ों परिवार अपने नए पक्के घरों में प्रवेश कर रहे हैं, यह सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की सफलता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। अबूआ और अन्य आवास योजनाओं ने ग्रामीण जीवन में न केवल स्थायित्व और सम्मान प्रदान किया है बल्कि आत्मनिर्भरता की भावना भी मजबूत की है।”
अधिकारियों और प्रतिनिधियों की उपस्थिति
उपमुखिया प्रतिनिधि चुनमुन चौधरी ने बताया कि दर्जनों लाभुक परिवारों ने एक साथ गृह प्रवेश किया। उन्होंने कहा कि इन घरों का निर्माण पूर्ण सरकारी सहयोग से हुआ है और हर घर में शौचालय, रसोई और जलापूर्ति की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। बीडीसी मनीष चौधरी ने कहा:
“हमारी सरकार का मुख्य लक्ष्य हर व्यक्ति को ‘छत के नीचे सम्मानजनक जीवन’ देना है। इन योजनाओं का उद्देश्य केवल घर देना नहीं, बल्कि सुरक्षित और स्थायी जीवन सुनिश्चित करना है।”
कार्यक्रम में पंचायत रोजगार सेवक सुनिलधर कुमार दुबे, वार्ड सदस्य मिथलेश प्रजापति, जितेंद्र कुमार, विनोद प्रजापति, कृष्णा राम, और युवा समाजसेवी रविन्द्र चौधरी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
लाभुकों की प्रतिक्रिया
लाभुकों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि लंबे समय से पक्के घर का सपना आज पूरा हुआ है। ग्रामवासी रामप्रवेश प्रजापति, स्वेता देवी, सुषमा देवी, श्रवण चौधरी, बालेश्वर चौधरी, अनीता देवी और देवी ने बताया कि पहले वे मिट्टी के घरों में रहते थे, जो बारिश में टपकते थे, लेकिन अब सरकार के सहयोग से उन्हें मजबूत और सुरक्षित घर मिला है।
विकास की दिशा में झारखंड सरकार की प्रतिबद्धता
कार्यक्रम का समापन पंचायत सचिवालय करके के सभागार में झारखंड राज्य के विकास, सामाजिक समानता और जनकल्याणकारी नीतियों की निरंतर सफलता के लिए संकल्प लेकर हुआ। इस आयोजन ने स्पष्ट किया कि झारखंड सरकार अपने 25वें स्थापना वर्ष में “हर गरीब के सिर पर छत” का वादा निभाने की दिशा में लगातार अग्रसर है।

न्यूज़ देखो: झारखंड सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रतीक
डंडई प्रखंड के जरिए यह कार्यक्रम यह दर्शाता है कि सरकार की योजनाएं केवल कागज पर नहीं, बल्कि वास्तविक जीवन में लाभान्वित परिवारों के लिए बदलाव लेकर आई हैं। पक्के घरों के माध्यम से ग्रामीणों का जीवन स्तर, सुरक्षा और सम्मान मजबूत हुआ है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
ग्रामीण जीवन में बदलाव और सहभागिता का संदेश
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने साबित किया कि जब प्रशासन और जनता मिलकर कार्य करते हैं, तो बदलाव सुनिश्चित होता है। आइए हम सब इस सकारात्मक परिवर्तन में सहभागी बनें—सरकारी योजनाओं की जानकारी साझा करें, लाभान्वितों की मदद करें और जागरूकता फैलाएं। अपने समुदाय में सुधार और खुशहाली लाने के लिए कदम उठाएं।
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