
#गढ़वा #लिटिलचैंपफुटबॉल : बालक वर्ग में भंडरिया ने बरडीहा को और बालिका वर्ग में चिनिया ने भवनाथपुर को पेनाल्टी शूटआउट में हराया — जिला स्तरीय लिटिल चैंप टूर्नामेंट का हुआ समापन
- बालक वर्ग में भंडरिया ने बरडीहा को 2-1 से हराया
- बालिका वर्ग में चिनिया ने भवनाथपुर को 1-0 से दी मात
- दोनों फाइनल मैच रोमांचक पेनाल्टी शूटआउट तक पहुंचे
- विजेता टीमें करेंगी गढ़वा जिले का राज्य स्तर पर प्रतिनिधित्व
- जिला शिक्षा पदाधिकारी केसर रजा ने दी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं
रोमांच से भरपूर रहा लिटिल चैंप्स का फाइनल मुकाबला
गढ़वा में आयोजित जिला स्तरीय प्रथम लिटिल चैंप्स अंडर-12 फुटबॉल टूर्नामेंट का समापन शुक्रवार को भव्य और रोमांचक मुकाबलों के साथ हुआ। बालक वर्ग के फाइनल में भंडरिया ने बरडीहा को 2-1 से और बालिका वर्ग में चिनिया ने भवनाथपुर को 1-0 से पेनाल्टी शूटआउट में हराकर लिटिल चैंप होने का गौरव प्राप्त किया।
दोनों फाइनल मैच निर्धारित समय तक 0-0 की बराबरी पर रहे। इसके बाद पेनाल्टी शूटआउट में निर्णायक गोल के माध्यम से विजेता का फैसला हुआ। भंडरिया की बालक टीम और चिनिया की बालिका टीम अब गढ़वा जिला का प्रतिनिधित्व राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में करेंगी।
बच्चों की प्रतिभा को मंच देने की सफल पहल
इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी केसर रजा ने विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी, मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा:
केसर रजा ने कहा: “गांव के बच्चों को खेल के क्षेत्र में पहचान देने के लिए यह प्रतियोगिता एक बेहतरीन माध्यम है। भंडरिया और चिनिया की टीमों ने दिखा दिया कि प्रतिभा किसी संसाधन की मोहताज नहीं होती।”
उन्होंने खिलाड़ियों को राज्य स्तर पर भी जीत का लक्ष्य निर्धारित कर गढ़वा का नाम रौशन करने की प्रेरणा दी।
आयोजन में रही व्यापक भागीदारी
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी एवं खेल प्रभारी कुलदीपक अग्रवाल ने किया। इस मौके पर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी रंभा चौबे, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी विजय पांडे, संतोष कुमार दुबे, पूनम श्री, एडमोन कच्छप, सुनीता कुजूर, रेनू बाला, चिंतामणि तिर्की, रवि कुमार सिंह, चितरंजन कुशवाहा, रवि वैद्य, देवेंद्र नाथ उपाध्याय सहित जिले के सभी BEEO, BPO, BPA-M और शारीरिक शिक्षक उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: फुटबॉल के मैदान से गांव की उम्मीदें
गढ़वा जिले के ग्रामीण अंचलों में छुपी हुई खेल प्रतिभाएं लिटिल चैंप जैसे आयोजनों से उजागर हो रही हैं। भंडरिया और चिनिया जैसे प्रखंडों की जीत यह साबित करती है कि सही दिशा और मंच मिलने पर गांव के बच्चे भी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर धूम मचा सकते हैं।
न्यूज़ देखो इस प्रयास को सलाम करता है और मांग करता है कि ऐसे टूर्नामेंट भविष्य में भी निरंतर आयोजित हों ताकि खेल की रोशनी गांव-गांव तक पहुंचे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेल में आगे बढ़ो, गांव का नाम रोशन करो
प्रतियोगिताएं सिर्फ जीतने का जरिया नहीं बल्कि संघर्ष, मेहनत और एकता का प्रतीक होती हैं। लिटिल चैंप्स जैसे आयोजनों से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और समाज को बेहतर नागरिक मिलते हैं।
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