
#विशुनपुरा #लूटकांड : पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने पीड़ित परिवार से मिलकर प्रशासन को अल्टीमेटम दिया।
विशुनपुरा में हाल ही में हुई सनसनीखेज लूट की घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। झारखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भानु प्रताप साही ने लूट पीड़ित परिवार से मुलाकात कर प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे के भीतर मामले का खुलासा नहीं हुआ तो व्यापारी और आम नागरिक सड़क पर उतरेंगे। यह मामला क्षेत्र की कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है।
- बुधवार रात को विशुनपुरा बाजार में हुई थी बड़ी चोरी।
- पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भानु प्रताप साही ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात।
- 24 घंटे में खुलासा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी।
- प्रशासन पर उदासीनता और कमजोर कानून व्यवस्था का आरोप।
- व्यापारियों और आम नागरिकों में भय और आक्रोश का माहौल।
- पुलिस गश्ती बढ़ाने और लूटा गया सामान बरामद करने की मांग।
विशुनपुरा प्रखंड में बुधवार की रात्रि हुई सनसनीखेज लूट की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। शांत माने जाने वाले इस बाजार क्षेत्र में हुई इस वारदात के बाद न केवल व्यापारी वर्ग बल्कि आम नागरिक भी दहशत में हैं। घटना के बाद प्रशासन की कार्रवाई को लेकर उठ रहे सवालों के बीच झारखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भानु प्रताप साही का हस्तक्षेप इस मामले को और गंभीर बना रहा है।
पीड़ित परिवार से मिले पूर्व मंत्री
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भानु प्रताप साही ने बुधवार को विशुनपुरा पहुंचकर लूट पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने परिवार के सदस्यों से घटना की पूरी जानकारी ली और उन्हें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। पीड़ित परिवार ने बताया कि घटना के बाद से वे मानसिक तनाव में हैं और अब तक पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं।
भानु प्रताप साही ने पीड़ितों की बात सुनने के बाद कहा:
भानु प्रताप साही ने कहा: “अगर 24 घंटे के भीतर लूटकांड का खुलासा नहीं होता है, तो मैं स्थानीय व्यापारियों और आम लोगों के साथ मिलकर सड़क पर उतरने को मजबूर हो जाऊंगा।”
प्रशासन पर सीधा हमला
पूर्व मंत्री ने प्रशासन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकारी उदासीनता और कमजोर कानून व्यवस्था के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान शासन में अपराधियों को परोक्ष संरक्षण मिल रहा है, जिसका खामियाजा आम जनता और व्यापारी वर्ग को भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि विशुनपुरा जैसे शांत इलाके में इस तरह की बड़ी चोरी यह साबित करती है कि अपराधियों को कानून का कोई भय नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब बाजार के बीचोंबीच इस तरह की घटना हो सकती है, तो आम लोगों की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा।
व्यापारियों में गुस्सा, एकजुटता का संकेत
घटना के बाद स्थानीय व्यवसायियों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। कई व्यापारियों ने कहा कि वे पहले से ही असुरक्षा के माहौल में काम कर रहे हैं और अब इस घटना ने उनका भरोसा पूरी तरह डगमगा दिया है। व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की कि दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी हो, लूटे गए सामान की शीघ्र बरामदगी की जाए और बाजार क्षेत्र में नियमित पुलिस गश्ती सुनिश्चित की जाए।
बढ़ती राजनीति और प्रशासन की चुनौती
पूर्व मंत्री के इस सख्त बयान के बाद क्षेत्र की राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है। राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों की नजर अब प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हुई है। यदि तय समय सीमा में खुलासा नहीं हुआ, तो विशुनपुरा में बड़े आंदोलन की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अब यह केवल एक परिवार की लड़ाई नहीं रही, बल्कि पूरे बाजार और क्षेत्र की सुरक्षा का सवाल बन चुका है।
न्यूज़ देखो: विशुनपुरा की कानून व्यवस्था पर बड़ा इम्तिहान
यह घटना और उस पर भानु प्रताप साही की चेतावनी प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो जनआक्रोश और बढ़ सकता है। यह मामला बताता है कि अपराध नियंत्रण और त्वरित न्याय आज भी लोगों की प्राथमिक मांग है। अब देखना होगा कि प्रशासन भरोसा बहाल कर पाता है या नहीं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षा और न्याय के लिए आवाज उठाना जरूरी
जब अपराध आम लोगों के जीवन को प्रभावित करने लगे, तो चुप रहना समाधान नहीं है।
विशुनपुरा की यह घटना हमें सजग और संगठित रहने का संदेश देती है।
न्याय और सुरक्षा की मांग हर नागरिक का अधिकार है।
आप भी अपनी राय साझा करें, खबर को आगे बढ़ाएं और समाज में जागरूकता फैलाएं।
सुरक्षित बाजार और सुरक्षित समाज के लिए एकजुट होना आज की जरूरत है।





