
#गढ़वा #अवैधबालू : एनजीटी प्रतिबंध के बावजूद सक्रिय माफिया पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई
- सदर प्रखंड के 11 लोगों पर धारा 126 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई।
- एनजीटी ने नदी घाटों से बालू उठाव पर लगाया है पूर्ण प्रतिबंध।
- धारा 163 के तहत नदी घाटों के आसपास विशेष निषेधाज्ञा लागू।
- टोल गेट वीडियो फुटेज से अवैध बालू परिवहन की पुष्टि।
- एसडीएम संजय कुमार आधी रात तक कर रहे बालू घाटों का निरीक्षण।
गढ़वा अनुमंडल दंडाधिकारी संजय कुमार ने अवैध बालू उठाव को लेकर मिल रही लगातार शिकायतों और प्रमाणों के आधार पर सख्त कदम उठाया है। उन्होंने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 126 के तहत सदर प्रखंड क्षेत्र के 11 लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई शुरू की है। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे और एनजीटी द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का पालन सुनिश्चित हो सके।
एनजीटी का आदेश और प्रशासन की तैयारी
माननीय राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने वर्तमान में सभी नदी घाटों से बालू उठाव पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा रखा है। इसी के अनुरूप, एसडीएम संजय कुमार ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत नदी घाटों के आसपास बालू उठाव, परिवहन और भंडारण पर विशेष निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इसके बावजूद भी क्षेत्र में बालू माफिया की सक्रियता की सूचनाएं मिल रही थीं।
सबूत के साथ कार्रवाई
एसडीएम ने गढ़वा बाईपास टोल गेट के वीडियो फुटेज से यह पुष्टि की कि अब भी ट्रैक्टरों के माध्यम से बालू का अवैध परिवहन जारी है। इन सबूतों के आधार पर उन्होंने पहले चरण में 11 लोगों—राधे मेहता, छोटू सिंह, तारेश सिंह, जितेंद्र सिंह, शाहबाज खान, प्रवीण सिंह, फिरोज अंसारी, राकेश तिवारी, शाहरुख खान, रोहित कुमार और मनोज तिवारी—के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की है। सभी को कारण परीक्षा के साथ एसडीएम कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है।
आगे की योजना
एसडीएम ने कहा कि यह कार्रवाई केवल शुरुआत है। शीघ्र ही सदर अनुमंडल के अन्य प्रखंडों में भी ऐसे लोगों को चिन्हित कर कानूनी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन किसी भी स्थिति में एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेगा।
निडरता और सख्ती का मेल
अनुमंडल दंडाधिकारी संजय कुमार अवैध बालू उठाव के खिलाफ लंबे समय से सक्रिय हैं। दिन में ही नहीं, कई बार वे आधी रात या तड़के दो से तीन बजे भी बालू घाटों का निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं। उनकी इस निडर और साहसिक कार्रवाई से बालू माफिया में भय का माहौल है। हालांकि, कुछ माफिया अब भी सक्रिय हैं, जिन्हें चिन्हित कर कानून के दायरे में लाया जा रहा है।
न्यूज़ देखो: प्रशासन की निडर कार्रवाई से माफिया पर लगाम की उम्मीद
गढ़वा में अवैध बालू उठाव रोकने की यह पहल प्रशासनिक सख्ती का स्पष्ट उदाहरण है। जब प्रशासन आधी रात तक निरीक्षण करने उतरे और सबूतों के साथ कार्रवाई करे, तो यह जनता में विश्वास और कानून के राज को मजबूत करता है। अगर ऐसे ही कदम लगातार उठते रहे तो अवैध खनन की जड़ें कमजोर होंगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
कानून का सम्मान, पर्यावरण का संरक्षण
अवैध खनन न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान पहुंचाता है। जिम्मेदार नागरिक बनकर हम सभी को ऐसे कार्यों की जानकारी प्रशासन को देनी चाहिए। इस खबर को साझा करें, ताकि समाज में पर्यावरण संरक्षण और कानून पालन की सोच को बढ़ावा मिले।