
#दुमका #भाजपा_संगठन : संगठन पर्व के तहत जिलाध्यक्ष पद के लिए अनुशासित और पारदर्शी रायशुमारी प्रक्रिया पूरी हुई।
भारतीय जनता पार्टी दुमका जिला में संगठन पर्व के तहत जिलाध्यक्ष पद के चयन की रायशुमारी प्रक्रिया गुरुवार को संपन्न हुई। यह प्रक्रिया अग्रसेन भवन दुमका में प्रदेश संगठन द्वारा नियुक्त चुनाव अधिकारियों की मौजूदगी में पूरी पारदर्शिता के साथ कराई गई। जिला व मंडल स्तर के पदाधिकारियों से व्यक्तिगत राय लेकर तीन नाम प्रदेश संगठन को भेजे गए। यह प्रक्रिया संगठनात्मक लोकतंत्र और आंतरिक मजबूती की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
- भाजपा संगठन पर्व के तहत दुमका में रायशुमारी संपन्न।
- अग्रसेन भवन, दुमका में हुआ आयोजन।
- जिला चुनाव अधिकारी शैलेन्द्र सिंह की मौजूदगी में प्रक्रिया।
- अपर्णा सेन गुप्ता एवं रवि मोदी रहे पर्यवेक्षक।
- पदाधिकारियों की राय से तीन नाम सीलबंद लिफाफे में भेजे गए।
- प्रक्रिया को बताया गया आंतरिक लोकतंत्र का मजबूत उदाहरण।
भारतीय जनता पार्टी दुमका जिला में संगठन पर्व के तहत जिलाध्यक्ष पद के चयन की प्रक्रिया को लेकर लंबे समय से तैयारियां चल रही थीं। इसी क्रम में गुरुवार को अग्रसेन भवन, दुमका में रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी की गई। पार्टी नेतृत्व ने इस प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी, अनुशासित और संगठनात्मक मूल्यों के अनुरूप संपन्न कराने पर विशेष जोर दिया।
प्रदेश संगठन की देखरेख में हुई प्रक्रिया
रायशुमारी की इस पूरी प्रक्रिया को भाजपा प्रदेश संगठन द्वारा नियुक्त जिला चुनाव अधिकारी शैलेन्द्र सिंह की उपस्थिति में संपन्न कराया गया। उनके साथ संगठन द्वारा पर्यवेक्षक के रूप में निरसा की पूर्व विधायक अपर्णा सेन गुप्ता एवं रवि मोदी मौजूद रहे। इनकी निगरानी में प्रक्रिया के प्रत्येक चरण को निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरा किया गया।
पदाधिकारियों से ली गई व्यक्तिगत राय
इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष एवं पूर्व मंडल अध्यक्षों से व्यक्तिगत रूप से राय ली गई। सभी से संगठन की भावी जरूरतों, नेतृत्व क्षमता और जिले में पार्टी को सशक्त बनाने की दृष्टि से संभावित नामों पर विचार-विमर्श किया गया।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, रायशुमारी की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी या दबाव नहीं दिखा और सभी ने खुलकर अपनी राय रखी।
तीन नाम सीलबंद लिफाफे में भेजे गए
रायशुमारी के बाद प्राप्त सुझावों के आधार पर तीन नामों का चयन किया गया, जिन्हें सीलबंद लिफाफे में बंद कर भाजपा प्रदेश संगठन को भेज दिया गया है। अब अंतिम निर्णय प्रदेश नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा, जिसके बाद दुमका जिले को नया भाजपा जिलाध्यक्ष मिलेगा।
संगठन पर्व का उद्देश्य
भाजपा का संगठन पर्व पार्टी के सांगठनिक ढांचे को मजबूत करने, जमीनी कार्यकर्ताओं को नेतृत्व में भागीदारी देने और संगठन को नई दिशा देने का अभियान है। इस प्रक्रिया के माध्यम से नेतृत्व चयन में पारदर्शिता और लोकतांत्रिक मूल्यों को प्राथमिकता दी जाती है।
नेताओं ने जताया भरोसा
रायशुमारी प्रक्रिया के बाद उपस्थित पदाधिकारियों ने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करती है। इससे कार्यकर्ताओं में भरोसा बढ़ता है और संगठन को नई ऊर्जा मिलती है। नेताओं का मानना है कि नए जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में दुमका जिला संगठन और अधिक सशक्त होकर आगामी राजनीतिक चुनौतियों के लिए तैयार होगा।
शांतिपूर्ण और अनुशासित रहा माहौल
अग्रसेन भवन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण और अनुशासित रहा। किसी प्रकार की अव्यवस्था या मतभेद की स्थिति सामने नहीं आई। इससे यह स्पष्ट हुआ कि संगठन पर्व के तहत पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी नेतृत्व के निर्णयों के प्रति प्रतिबद्ध हैं।

न्यूज़ देखो: संगठनात्मक लोकतंत्र की मिसाल
दुमका में भाजपा की रायशुमारी प्रक्रिया यह दर्शाती है कि पार्टी संगठनात्मक लोकतंत्र को कितनी गंभीरता से लेती है। पारदर्शी प्रक्रिया से न केवल नेतृत्व चयन मजबूत होता है, बल्कि जमीनी कार्यकर्ताओं का भरोसा भी बढ़ता है। अब देखना होगा कि प्रदेश संगठन किसे जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मजबूत संगठन से मजबूत लोकतंत्र
संगठन की मजबूती ही किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव होती है।
दुमका में हुई यह रायशुमारी कार्यकर्ताओं की भागीदारी का उदाहरण है।
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