
#सिमडेगा #मानवताकीमिसाल : दिवाली के अगले दिन भीषण आग से तबाह हुए दुकानदार को भाजपा नेता सुजान मुंडा ने 50 बोरा सीमेंट देकर बड़ी मदद पहुंचाई।
- सिमडेगा मेन रोड पर बैंक ऑफ इंडिया के सामने स्थित दुकान में दिवाली के दूसरे दिन लगी भीषण आग।
- आग की चपेट में आकर दुकानदार संदीप शर्मा, पिता रामप्रताप शर्मा, का पूरा सामान जलकर राख।
- भाजपा नेता एवं कोलेबिरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुजान मुंडा ने पीड़ित को 50 बोरा सीमेंट देकर तत्काल सहयोग किया।
- पीड़ित दुकानदार ने सुजान मुंडा के प्रति गहरी कृतज्ञता और आभार व्यक्त किया।
- स्थानीय लोगों ने भी इस कदम को “मानवीय संवेदनशीलता का उदाहरण” बताया।
दिवाली के दूसरे दिन सिमडेगा मेन रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सामने एक दुकान में लगी भीषण आग ने दुकानदार संदीप शर्मा का सब कुछ जला दिया। हादसे ने पूरे परिवार को आर्थिक रूप से हिला कर रख दिया। इसी बीच भाजपा नेता और कोलेबिरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुजान मुंडा पीड़ित परिवार के सहायता के लिए आगे आए और 50 बोरा सीमेंट प्रदान कर पुनर्निर्माण में बड़ा सहयोग दिया।
आग की घटना: दिवाली के बाद का दर्द
संदीप शर्मा की दुकान दिवाली के ठीक अगले दिन सुबह अचानक आग की चपेट में आ गई। देखते ही देखते दुकान में रखे सामान, दस्तावेज और सामग्री जलकर खाक हो गए। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था। आर्थिक नुकसान से जूझ रहे परिवार को तुरंत मदद की आवश्यकता थी।
नेता सुजान मुंडा का सहयोग
स्थिति की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता सुजान मुंडा मौके पर पहुंचे और पीड़ित संदीप शर्मा को 50 बोरा सीमेंट देकर उनका मनोबल बढ़ाया। यह सहयोग दुकान को पुनः खड़ा करने में बड़ी मदद साबित होगा।
सहयोग प्रदान करते हुए उन्होंने कहा:
सुजान मुंडा ने कहा: “किसी भी संकट की घड़ी में समाज के लोगों को साथ आना चाहिए। पीड़ित परिवार को फिर से खड़ा करने में हमारी सहायता हमेशा जारी रहेगी।”
पीड़ित परिवार की प्रतिक्रिया
आग से हुए नुकसान से व्यथित संदीप शर्मा ने मदद मिलने पर राहत की सांस ली। उन्होंने गहरी भावुकता के साथ कहा:
संदीप शर्मा ने कहा: “हमारा सब कुछ जल गया था। ऐसे समय में सुजान मुंडा जी ने जो सहयोग दिया है, वह हमारे लिए बहुत बड़ा सहारा है। हम हृदय से उनका आभार व्यक्त करते हैं।”
समुदाय की प्रतिक्रिया और सामाजिक संदेश
स्थानीय लोगों ने भी सुजान मुंडा की इस त्वरित सहायता की सराहना की। कई लोगों ने इसे “राजनीतिक से ऊपर उठकर किया गया सामाजिक कार्य” बताया। घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि आपदा की घड़ी में एक छोटी सी मदद भी किसी का भविष्य बचा सकती है।
न्यूज़ देखो: जनसेवा का वास्तविक अर्थ
यह घटना केवल आगजनी की नहीं, बल्कि समाज में संवेदनशीलता और सहयोग की मिसाल भी है। नेताओं का ऐसा व्यवहार लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करता है और लोगों के बीच भरोसा बढ़ाता है। यह स्पष्ट संदेश देता है कि राजनीति तभी सार्थक है जब वह जनहित से जुड़ी हो।
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संकट में साथ आएं, इंसानियत को आगे बढ़ाएं
समाज तभी मजबूत बनता है जब लोग आपदा और संकट की घड़ी में एक-दूसरे का हाथ थामें। सिमडेगा की यह घटना दिखाती है कि एक मदद किसी परिवार का भविष्य बदल सकती है।
अपने आसपास ऐसी घटनाओं के प्रति जागरूक रहें, पीड़ितों की आवाज बनें और जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाने के लिए आगे आएं।
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