
#गुमला #आत्महत्या_घटना : जारी थाना क्षेत्र के जरडा पंचायत अंतर्गत परसा पारिस में मिली शव की खबर से मचा हड़कंप – पुलिस जांच में जुटी
- 25 वर्षीय ब्रदर रिचर्ड खलखो ने प्लास्टिक रस्सी के सहारे खिड़की में फांसी लगाई।
- फादर फिलमोन एक्का ने बताया, घटना का पता स्कूल से लौटने के बाद चला।
- थानेदार आदित्य कुमार ने दल-बल के साथ पहुंचकर दरवाजा तोड़ा।
- शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेजा गया।
- परिवार और चर्च समुदाय में शोक की लहर, आत्महत्या का कारण अस्पष्ट।
गुमला जिले के जारी थाना क्षेत्र के जरडा पंचायत अंतर्गत परसा पारिस में एक दर्दनाक घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। 25 वर्षीय ब्रदर रिचर्ड खलखो ने प्लास्टिक की रस्सी के सहारे खिड़की में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। वह पिछले 16 महीनों से इसी पारिस में अपनी धार्मिक सेवा दे रहे थे।
स्कूल से लौटने के बाद हुई घटना की जानकारी
घटना की जानकारी तब हुई जब स्कूल की छुट्टी के बाद फादर और अन्य लोग आवास लौटे। फादर फिलमोन एक्का ने बताया कि जब हम तीन बजे स्कूल से लौटे, तो देखा कि ब्रदर रिचर्ड का कमरा बंद है। दरवाजा खटखटाने पर अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। कुछ अनहोनी की आशंका पर मैंने तत्काल जारी थाना प्रभारी आदित्य कुमार को सूचना दी।
फादर फिलमोन एक्का ने कहा: “जब पुलिस आई और दरवाजा तोड़ा गया, तब हमने देखा कि ब्रदर रिचर्ड ने प्लास्टिक रस्सी के सहारे खिड़की में फांसी लगा ली थी। यह दृश्य बेहद दर्दनाक था।”
मौके पर पहुंची पुलिस, शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी आदित्य कुमार पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लिया और आगे की कार्रवाई शुरू की।
थानेदार आदित्य कुमार ने कहा: “शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आत्महत्या के कारणों पर कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा।”
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, समुदाय में शोक
घटना की सूचना मिलते ही मृतक के पिता जुस्टीन खलखो, जो डुमरी थाना अंतर्गत रजावाल पारिश के अम्बाटोली निवासी हैं, को सूचित किया गया। थोड़ी देर में उनका परिवार मौके पर पहुंचा। मृतक के भाई अमल खलखो ने कहा कि वे समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके भाई ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
अमल खलखो ने बताया: “भाई बहुत मिलनसार थे और परिवार के सबसे बड़े सदस्य थे। उन्होंने कभी किसी तरह की परेशानी साझा नहीं की।”
इस घटना के बाद पूरा पारिस और आसपास का क्षेत्र शोक में डूब गया है। ग्रामीणों और चर्च के सदस्यों की आंखें नम हैं।
स्थानीय प्रतिनिधियों ने जताया दुख और सहयोग का भरोसा
घटना की जानकारी पाकर जीप सदस्य दिलीप बड़ाईक मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि इस कठिन घड़ी में वे हर संभव मदद करेंगे।
दिलीप बड़ाईक ने कहा: “हमारी ओर से जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, वह परिवार को अवश्य प्रदान किया जाएगा। प्रशासन से भी अपेक्षा है कि पूरे मामले की पारदर्शी जांच की जाए।”
ब्रदर रिचर्ड की सेवा भावना बनी प्रेरणा
स्थानीय लोगों के अनुसार ब्रदर रिचर्ड खलखो अपने सौम्य स्वभाव और सेवा भावना के लिए जाने जाते थे। वे बच्चों की पढ़ाई और अनुशासन में हमेशा प्रेरणा बनते थे। उनकी अचानक मौत से विद्यालय और समुदाय दोनों में गहरा शोक है।

न्यूज़ देखो: संवेदनशील मामलों की जांच में पारदर्शिता जरूरी
यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है बल्कि एक संवेदनशील प्रशासनिक और सामाजिक विषय भी है। आत्महत्या जैसे मामलों में सच्चाई तक पहुंचने के लिए पारदर्शी जांच अत्यंत आवश्यक है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही या दबाव न हो।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जीवन की कठिनाइयों में संवाद ही समाधान
यह घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन में संघर्षों के क्षणों में संवाद और सहयोग ही समाधान होते हैं। समाज को ऐसे समय में संवेदनशील और सहयोगी बनना चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति अकेलेपन का शिकार न हो।
यदि आपके आसपास कोई मानसिक तनाव से जूझ रहा है, तो उससे बात करें, मदद करें और उसे आश्वस्त करें कि हर समस्या का समाधान संभव है।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएं — क्योंकि एक संवेदनशील समाज ही सच्ची मानवता का प्रतीक है।
 
  
  
  
  
  
  
  
  
  
 




