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बानो बिरसा चौक पर गूंजे गणपति बप्पा मोरया के जयकारे: भव्य शोभायात्रा के साथ संपन्न हुआ गणेश प्रतिमा विसर्जन

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#सिमडेगा #गणेशोत्सव : बड़ाईक टोली समिति की अगुवाई में भक्तों ने नाचते गाते किया प्रतिमा का विसर्जन
  • बानो बिरसा चौक गणपति बप्पा मोरया के नारों से गूंजा।
  • गणेश पूजा समिति बड़ाईक टोली की ओर से प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकला।
  • जुलूस जयपाल मैदान से होकर ब्लॉक तालाब तक पहुंचा।
  • रास्ते भर भक्तों ने अबीर लगाकर और भजन गाकर माहौल को भक्ति मय बना दिया।
  • समिति की ओर से जगह-जगह प्रसाद वितरण किया गया।
  • जुलूस में बिगन बड़ाईक, अनिल बड़ाईक, लालमोहन प्रधान, रणजीत बड़ाईक, विनीत बड़ाईक, धीरज सिंह समेत कई ग्रामीण शामिल थे।

सिमडेगा जिले के बानो में शुक्रवार को गणेश प्रतिमा का विसर्जन बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ किया गया। गणेश पूजा समिति बड़ाईक टोली के तत्वावधान में निकले इस शोभायात्रा ने पूरे इलाके को भक्तिमय बना दिया। जयकारों, ढोल नगाड़ों और भजनों की गूंज के बीच भक्तों ने नाचते गाते भगवान गणेश को विदाई दी।

बिरसा चौक से शुरू हुआ भव्य जुलूस

शुक्रवार की शाम जैसे ही गणेश प्रतिमा को विसर्जन यात्रा के लिए निकाला गया, बिरसा चौक गणपति बप्पा मोरया के नारों से गूंज उठा। जुलूस में शामिल भक्त उत्साह और श्रद्धा के साथ नाचते-गाते आगे बढ़े।

विसर्जन मार्ग और भक्तों की उमंग

प्रतिमा को विसर्जन के लिए बिरसा मुंडा चौक से होते हुए मुख्य मार्ग, जयपाल मैदान और पुनः ब्लॉक तालाब तक ले जाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जगह-जगह भगवान गणेश को अंतिम प्रणाम किया। भक्तों ने एक-दूसरे को अबीर लगाकर उल्लास व्यक्त किया।

प्रसाद वितरण और सामाजिक एकजुटता

समिति की ओर से मार्ग में प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई थी। छोटे-बड़े सभी भक्तों ने मिलकर प्रसाद ग्रहण किया और पूरे माहौल को भक्ति और भाईचारे से भर दिया।

ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी

इस भव्य शोभायात्रा में ग्रामीणों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही। मौके पर बिगन बड़ाईक, अनिल बड़ाईक, लालमोहन प्रधान, रणजीत बड़ाईक, विनीत बड़ाईक, धीरज सिंह सहित कई महिलाएं और पुरुष उत्साहपूर्वक शामिल हुए।

न्यूज़ देखो: संस्कृति और आस्था की अनोखी मिसाल

बानो का यह आयोजन सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि सामाजिक एकता और सामूहिक उत्सव का प्रतीक भी है। गणेश प्रतिमा विसर्जन ने यह साबित किया कि परंपराएं समाज को जोड़ने और भाईचारा बढ़ाने का काम करती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

परंपरा से जुड़कर समाज को मजबूत बनाएं

गणेशोत्सव जैसे उत्सव हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और समाज में आपसी सहयोग की भावना जगाते हैं। अब समय है कि हम सब इस उत्सव से मिले संदेश को अपनाएं और समाज को और मजबूत बनाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों तक शेयर करें ताकि सांस्कृतिक धरोहर और आगे बढ़े।

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