
#रांची #शिक्षा_सम्मान : आदिवासी समाज की युवा शोधार्थी को मुख्यमंत्री ने प्रोत्साहित कर शिक्षा के क्षेत्र में दिया मजबूत संदेश।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को IIIT रांची की PhD छात्रा सविता कच्छप को सम्मानित करते हुए दो लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में PhD के लिए चयनित सविता राज्य की सबसे कम उम्र की आदिवासी शोधार्थियों में शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने उनके परिवार से मुलाकात कर इस उपलब्धि को पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय बताया। यह सम्मान राज्य सरकार की शिक्षा और शोध को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छात्रा सविता कच्छप को किया सम्मानित।
- IIIT रांची में PhD (इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग) में चयन।
- सविता आदिवासी समुदाय की सबसे कम उम्र की शोधार्थियों में शामिल।
- मुख्यमंत्री ने ₹2 लाख की प्रोत्साहन राशि का चेक सौंपा।
- शिक्षा और शोध में युवाओं को सहयोग देने का सरकार का संकल्प।
झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार का दिन शिक्षा जगत के लिए खास रहा, जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने IIIT रांची की होनहार शोध छात्रा सविता कच्छप को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान सविता अपने परिवारजनों के साथ उपस्थित रहीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने न केवल आर्थिक सहयोग दिया, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की।
आदिवासी समाज के लिए प्रेरणादायी उपलब्धि
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सविता कच्छप आदिवासी समाज की उन प्रतिभाशाली बेटियों में शामिल हैं, जिन्होंने कम उम्र में उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। IIIT रांची जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विषय में PhD के लिए चयनित होना पूरे झारखंड के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि सविता की सफलता यह साबित करती है कि यदि अवसर और सही मार्गदर्शन मिले, तो राज्य के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के छात्र-छात्राएं भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
शिक्षा और शोध के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि झारखंड सरकार शिक्षा और शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ने वाले विद्यार्थियों के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य केवल डिग्री दिलाना नहीं, बल्कि नवाचार, अनुसंधान और तकनीकी विकास को बढ़ावा देना है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा: “राज्य के प्रतिभाशाली विद्यार्थी हमारे भविष्य हैं। शिक्षा और शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ने वाले युवाओं को हरसंभव सहयोग देना सरकार की प्राथमिकता है।”
₹2 लाख की प्रोत्साहन राशि से मिलेगा संबल
मुख्यमंत्री ने सविता कच्छप को दो लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक सौंपते हुए कहा कि यह सहयोग उनके शोध कार्य को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा। उन्होंने सविता से पूरे मनोयोग और आत्मविश्वास के साथ अपने शोध को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
सविता कच्छप ने भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान और सहयोग उनके लिए प्रेरणा का स्रोत है और वे अपने शोध के माध्यम से समाज और राज्य के विकास में योगदान देना चाहती हैं।
“अबुआ सरकार” और युवाओं का भविष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि “अबुआ सरकार” का मूल मंत्र है युवाओं के सपनों को साकार करना। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों का केंद्र बिंदु शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय है। सविता कच्छप जैसी छात्राएं इन नीतियों की सफलता का जीवंत उदाहरण हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा संस्थानों को मजबूत किया जा रहा है, ताकि स्थानीय छात्रों को बाहर जाने की मजबूरी न हो और वे यहीं रहकर गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त कर सकें।
परिवार और समाज में खुशी का माहौल
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सविता कच्छप के परिवारजनों में खुशी का माहौल देखने को मिला। परिवार ने कहा कि यह सम्मान केवल सविता के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व की बात है। इससे अन्य बेटियों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
नई पीढ़ी के लिए मिसाल बनी सविता
सविता कच्छप की यह उपलब्धि झारखंड के दूर-दराज क्षेत्रों में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए एक मिसाल बनकर सामने आई है। खासकर आदिवासी समाज की बेटियों के लिए यह संदेश है कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद शिक्षा के जरिए बड़े सपनों को साकार किया जा सकता है।
न्यूज़ देखो: शिक्षा से सशक्तिकरण की मजबूत पहल
सविता कच्छप का सम्मान यह दर्शाता है कि झारखंड सरकार शिक्षा और शोध को गंभीरता से ले रही है। यह पहल आदिवासी और वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को मुख्यधारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभा सकती है। अब आवश्यकता है कि ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों को निरंतर मार्गदर्शन और संसाधन मिलते रहें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा ही भविष्य की असली ताकत
प्रतिभा हर क्षेत्र और हर समाज में होती है, जरूरत है उसे पहचानने की।
सविता कच्छप की सफलता नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का साहस देती है।
यदि आप भी ऐसी प्रेरक कहानियों को समर्थन देना चाहते हैं, तो अपनी राय साझा करें।
खबर को आगे बढ़ाएं और शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में अपनी भूमिका निभाएं।




