
#चंदवा #पर्यावरण_अभियान : मिडिल स्कूल परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की ली शपथ—बच्चों, शिक्षकों और माता समिति की भागीदारी से कार्यक्रम बना प्रेरणास्त्रोत
- “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत चंदवा मिडिल स्कूल में हुआ पौधरोपण कार्यक्रम
- बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेकर पेड़ों की देखभाल का संकल्प लिया
- शिक्षकों ने पेड़ को मां के समान बताते हुए भावनात्मक अपील की
- प्रधानाध्यापिका राधिका कुमारी ने इसे जीवन का मंत्र बताया
- माता समिति और प्रबंधन समिति की सक्रिय भागीदारी से अभियान को मिली गति
पेड़ लगाए, मां को समर्पित: हरियाली के साथ भावनात्मक जुड़ाव
चंदवा प्रखंड के मिडिल स्कूल परिसर में मंगलवार को “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत एक भावनात्मक और प्रेरणादायी वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक, छात्र, माता समिति और विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य शामिल हुए। सभी ने सामूहिक रूप से वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपनी भागीदारी दर्ज कराई।
पेड़, पर्यावरण और मां—तीनों से जोड़ता है यह अभियान
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल परिसर में पौधों की पूजा और मां को समर्पण भाव से वृक्षारोपण के साथ की गई। शिक्षक इम्तेयाज़ खान ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा:
इम्तेयाज़ खान ने कहा: “पेड़ों को मत तोड़ो, तुम करो इनका सम्मान। ये हम सबको ऑक्सीजन देकर देते हैं जीवन दान।”
उन्होंने पेड़ की तुलना मां से करते हुए बताया कि जैसे मां बिना अपेक्षा के सब कुछ देती है, वैसे ही पेड़ भी जीवनदायिनी छाया, फल और प्राणवायु देते हैं।
शिक्षकों और बच्चों ने ली जिम्मेदारी निभाने की शपथ
प्रधानाध्यापिका राधिका कुमारी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा:
राधिका कुमारी ने कहा: “पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ सिर्फ नारा नहीं, यह जीवन का मंत्र है।”
उन्होंने जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वॉर्मिंग, सूखा और बाढ़ जैसी आपदाओं पर बात करते हुए वन कटाई के दुष्परिणामों से बच्चों को अवगत कराया।
शिक्षिकाओं ने साझा किए विचार, किया वृक्षारोपण
शिक्षिका रुक्मिणी देवी, आश्रित मिंस, विभा कुमारी, फुलवंती देवी, सुनीता कुमारी, योगिता देवी और कोमल देवी ने बच्चों को पेड़ों की महत्ता समझाते हुए कहा कि प्रत्येक पेड़ एक जीवन है, जिसकी रक्षा हमें उसी प्रकार करनी चाहिए जैसे एक मां अपने बच्चे की करती है।
माता समिति ने बच्चों को जोड़ा प्रकृति से
माता समिति की सदस्य ममता देवी ने कहा:
ममता देवी ने कहा: “जब बच्चे अपने हाथों से लगाए पेड़ों को बड़ा होते देखेंगे, तो उनमें जिम्मेदारी और संवेदनशीलता का विकास होगा।”
इस तरह के आयोजनों से बच्चों को प्रकृति से जोड़ने और उनकी सोच को पर्यावरणीय दृष्टिकोण देने का प्रयास किया गया।
पोस्टर और नारे बोले बच्चों के मन की बात
बच्चों ने अपनी कल्पनाओं और भावनाओं को पोस्टर और नारों के माध्यम से अभिव्यक्त किया।
उन्होंने लिखा:
- “धरती को स्वर्ग बनाना है, पेड़ जरूर लगाना है”
- “पेड़ है जीवन की शान, इन्हें बचाना है हमारी जान”
कार्यक्रम बना हरियाली की शुरुआत और संकल्प की प्रेरणा
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाध्यापिका राधिका कुमारी ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह अभियान एक दिन की पहल नहीं, बल्कि लंबे सफर की शुरुआत है। विद्यालय बच्चों को पर्यावरण रक्षक के रूप में तैयार करने के लिए निरंतर ऐसे आयोजन करता रहेगा।

न्यूज़ देखो: भावनाओं से जुड़ा हरियाली का संकल्प
न्यूज़ देखो मानता है कि “एक पेड़ मां के नाम” जैसे अभियान सिर्फ वृक्षारोपण नहीं, बल्कि संवेदनशील समाज की ओर उठाया गया कदम हैं। बच्चों और शिक्षकों की इस भागीदारी से भविष्य की पीढ़ी में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और जुड़ाव की भावना उत्पन्न होगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
एक पौधा, एक संकल्प — हर हाथ बने प्रकृति का रक्षक
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