
#तोरपा #क्रिसमस_शुभकामना : प्रभु यीशु के संदेश अपनाकर जरूरतमंदों की सेवा करने की अपील।
तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर तोरपा विधानसभा सहित खूंटी और सिमडेगा जिले के नागरिकों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने प्रभु यीशु मसीह के प्रेम, करुणा और मानवता के संदेश को जीवन में अपनाने का आह्वान किया। विधायक ने कहा कि क्रिसमस केवल उत्सव नहीं बल्कि जरूरतमंदों के जीवन में खुशियां लाने का पर्व है। उन्होंने समाज में भाईचारा, शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की।
- तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर दी शुभकामनाएं।
- खूंटी और सिमडेगा जिले के नागरिकों के लिए विशेष संदेश।
- क्रिसमस को प्रेम, करुणा और सेवा का पर्व बताया।
- प्रभु यीशु मसीह के मानवता के संदेश अपनाने पर जोर।
- जरूरतमंदों की मदद और सामाजिक एकता की अपील।
तोरपा विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुदीप गुड़िया ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर तोरपा विधानसभा सहित खूंटी और सिमडेगा जिले के समस्त नागरिकों को क्रिसमस पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने प्रभु यीशु मसीह से कामना की कि वे सभी लोगों और उनके परिवारजनों को शांति, खुशी और सद्भावना प्रदान करें। विधायक का यह संदेश क्षेत्र में आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने वाला माना जा रहा है।
विधायक ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि क्रिसमस केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह मानवता, प्रेम और सेवा की भावना को जागृत करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें दूसरों के जीवन में खुशियां लाने की प्रेरणा देता है।
जरूरतमंदों की सेवा का पर्व है क्रिसमस
विधायक सुदीप गुड़िया ने कहा कि क्रिसमस का वास्तविक अर्थ तभी सार्थक होता है, जब हम अपनी खुशियों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास करें। उन्होंने लोगों से अपील की कि खुशियां केवल अपने परिवार और घर तक सीमित न रखें, बल्कि जरूरतमंदों, गरीबों और असहाय लोगों की सेवा करें।
उन्होंने कहा:
“क्रिसमस दूसरों की जिंदगी में खुशियां लाने का पर्व है। इस दिन हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम समाज के कमजोर वर्गों की मदद के लिए आगे आएं।”
प्रभु यीशु का संदेश संपूर्ण मानवता के लिए
विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि प्रभु यीशु मसीह किसी एक समुदाय के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के कल्याण के लिए धरती पर आए थे। परमेश्वर ने मानव जाति से प्रेम करते हुए अपने इकलौते पुत्र को संसार में भेजा, ताकि वे प्रेम, करुणा और क्षमा का संदेश दे सकें।
उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु मसीह के जीवन से हमें सहिष्णुता, समानता और आपसी प्रेम की सीख मिलती है। यही कारण है कि क्रिसमस का पर्व सभी धर्मों और समुदायों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है।
भाईचारे और सद्भाव का प्रतीक
सुदीप गुड़िया ने कहा कि भारत विविधताओं का देश है, जहां अलग-अलग धर्म और संस्कृतियां साथ मिलकर रहती हैं। ऐसे में क्रिसमस जैसे पर्व हमें आपसी भाईचारे और मिलजुल कर रहने की सीख देते हैं।
उन्होंने कहा:
“सभी पर्व हमें एक-दूसरे को समझने, सम्मान देने और साथ रहने का संदेश देते हैं। प्रभु यीशु मसीह ने संपूर्ण मानवता को प्रेम और शांति का मार्ग दिखाया।”
समाज में शांति और एकता की अपील
विधायक ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह ने दुनिया को शांति का संदेश दिया और एकता की राह दिखाई। उनके बताए मार्ग पर चलकर हम अपने गांव, समाज और क्षेत्र में सौहार्दपूर्ण वातावरण बना सकते हैं। उन्होंने लोगों से एक-दूसरे की मदद करने, नफरत से दूर रहने और सामाजिक एकता को मजबूत करने की अपील की।
उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में जब समाज कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है, तब प्रभु यीशु के संदेश पहले से अधिक प्रासंगिक हो गए हैं।
न्यूज़ देखो: सामाजिक सौहार्द का संदेश
सुदीप गुड़िया का यह संदेश केवल शुभकामनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को जोड़ने का प्रयास भी है। पर्व के माध्यम से सेवा, करुणा और मानवता की भावना को आगे बढ़ाने की अपील सकारात्मक संकेत है। अब जरूरत है कि लोग इन संदेशों को व्यवहार में भी उतारें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रेम और सेवा से बनेगा बेहतर समाज
क्रिसमस के इस पावन अवसर पर क्या आप भी जरूरतमंदों की मदद का संकल्प लेंगे?
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