
#रांची #शीतलहर_अलर्ट : तापमान में और गिरावट की चेतावनी, कोहरे से जनजीवन प्रभावित।
झारखंड में शीतलहर ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में ठंड अचानक बढ़ गई है। बीते 24 घंटे में गुमला में राज्य का सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने 12 जिलों में शीतलहर और घने कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया है। विभाग का अनुमान है कि 28 दिसंबर से तापमान में करीब 3 डिग्री तक और गिरावट हो सकती है, जिससे जनजीवन और अधिक प्रभावित होगा।
- गुमला में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज।
- मौसम विभाग ने 12 जिलों में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया।
- रांची, पलामू, गढ़वा, लातेहार सहित कई जिलों में ठंडी हवाओं का असर।
- सुबह के समय घना कोहरा और धुंध छाए रहने की चेतावनी।
- विजिबिलिटी 50 मीटर से नीचे, हवाई सेवाओं पर भी असर।
झारखंड में ठंड ने अचानक अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। हालात ऐसे हैं कि दोपहर 2 बजे के बाद भी ठंडी हवाओं के चलते लोग धूप में बैठने से बच रहे हैं। राजधानी रांची समेत राज्य के कई जिलों में सुबह और शाम के समय कंपकंपाती ठंड महसूस की जा रही है। शीतलहर के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है और लोग अलाव व गर्म कपड़ों का सहारा लेने को मजबूर हैं।
बीते 24 घंटों के दौरान राज्य का सबसे कम न्यूनतम तापमान गुमला जिले में 3.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस मौसम की सबसे ठंडी रातों में से एक मानी जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि यह ठंड अभी और बढ़ सकती है।
12 जिलों में शीतलहर का अलर्ट
मौसम विभाग ने झारखंड के 12 जिलों में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया है। इनमें रांची, गढ़वा, पलामू, गुमला, लातेहार, लोहरदगा, खूँटी, रामगढ़, बोकारो, हजारीबाग, चतरा और कोडरमा शामिल हैं। विभाग के अनुसार इन जिलों में सुबह के समय ठंडी हवाओं के साथ घना कोहरा और धुंध छाई रह सकती है।
अलर्ट के तहत लोगों को सुबह और देर रात घर से बाहर निकलने में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को ठंड से बचने की जरूरत है।
तापमान में और गिरावट के संकेत
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार 28 दिसंबर से तापमान में करीब 3 डिग्री सेल्सियस तक और गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसका सीधा असर दैनिक जनजीवन, यातायात और स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। ठंडी हवाओं के कारण दिन के समय भी ठिठुरन महसूस की जा रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और उत्तरी भारत से आ रही ठंडी हवाओं के चलते झारखंड में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है, जो अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है।
कोहरे से विजिबिलिटी बेहद कम
राजधानी रांची समेत गुमला और खूँटी में सुबह के समय हालात सबसे ज्यादा खराब रहे। सुबह करीब 6 बजे के आसपास विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर से भी नीचे पहुंच गई, जिससे सड़क यातायात पर असर पड़ा। वाहन चालकों को धीमी गति से चलने को मजबूर होना पड़ा।
घने कोहरे का सीधा असर हवाई सेवाओं पर भी देखने को मिला। कई उड़ानों के संचालन में देरी की स्थिति बनी रही। मौसम विभाग ने साफ किया है कि फिलहाल कोहरे से राहत के आसार कम हैं।
आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग और प्रशासन की ओर से लोगों को शीतलहर के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है। खुले में देर तक रहने से बचने, पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने और सुबह-शाम सावधानी बरतने की अपील की गई है। खासकर ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में ठंड का असर अधिक देखा जा रहा है।
न्यूज़ देखो: ठंड से बढ़ती चुनौतियां
झारखंड में शीतलहर और घने कोहरे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ठंड का यह दौर आसान नहीं होने वाला है। प्रशासन और नागरिकों दोनों को सतर्कता बरतनी होगी, ताकि दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचा जा सके। आने वाले दिनों में मौसम की हर अपडेट पर नजर बनाए रखना जरूरी है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें इस शीतलहर में
शीतलहर के इस दौर में खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
ठंड से बचाव के उपाय अपनाएं और जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं।
इस खबर को साझा करें, अपनी राय कमेंट में दें और लोगों को सतर्क करने में सहयोग करें।



