
#हुसैनाबाद #कौशल_प्रशिक्षण : मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत महिलाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण।
पलामू जिले के हुसैनाबाद में महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत विशेष कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी द्वारा संचालित इस कार्यक्रम में जेएसएलपीएस सदस्यों और आंगनबाड़ी सेविकाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण की जानकारी दी गई। दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय महिलाओं को रोजगार से जोड़ना है। इससे क्षेत्र में आजीविका के नए अवसर सृजित होने की उम्मीद जताई जा रही है।
- हुसैनाबाद प्रखंड सभागार में कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित।
- मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत महिलाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण।
- जेएसएलपीएस सदस्य और आंगनबाड़ी सेविकाएं रहीं शामिल।
- कॉल सेंटर, सिलाई, फैशन डिजाइनिंग जैसे कोर्स की जानकारी।
- प्रशिक्षण के बाद 100 प्रतिशत प्लेसमेंट का आश्वासन।
पलामू जिले के हुसैनाबाद प्रखंड में महिलाओं और युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सारथी योजना के अंतर्गत दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के माध्यम से शनिवार को एक विशेष कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हुसैनाबाद प्रखंड सभागार में आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी देखने को मिली।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं और युवाओं को निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार के योग्य बनाना है। कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने इसे ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों के लिए आजीविका सृजन का सशक्त माध्यम बताया।
जेएसएलपीएस और आंगनबाड़ी सेविकाओं की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) से जुड़े सदस्यों और आंगनबाड़ी सेविकाओं की सक्रिय उपस्थिति रही। मौके पर बीपीएम अंजनी कुमार, महिला पर्यवेक्षिकाएं सीमा झा, प्रेमलता कुजूर, किरण कुमारी और कांति देवी सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।
वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री सारथी योजना स्थानीय महिलाओं और युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि महिलाओं का आत्मविश्वास भी मजबूत होगा।
रोजगारोन्मुखी कोर्स की दी गई जानकारी
कार्यक्रम के दौरान दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के केंद्र प्रबंधक आलोक कुमार, आईटी ट्रेनर सोनाली प्रिया और अनुप कुमार ने प्रशिक्षण देते हुए कौशल विकास से जुड़े व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी साझा की।
प्रशिक्षकों ने बताया कि मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत कई रोजगारोन्मुखी कोर्स संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें—
- कॉल सेंटर एग्जीक्यूटिव,
- सिलाई मशीन ऑपरेटर,
- फैशन डिजाइनर,
- सैंपलिंग टेलर
जैसे कोर्स प्रमुख हैं।
सभी कोर्स की अवधि 550 घंटे निर्धारित की गई है। इनमें न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 8वीं से 10वीं पास रखी गई है, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण और जरूरतमंद युवा व महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकें।
निःशुल्क सुविधाओं से मिलेगा संपूर्ण प्रशिक्षण
केंद्र प्रबंधक आलोक कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि योजना के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों को कई सुविधाएं पूरी तरह निःशुल्क प्रदान की जाती हैं। उन्होंने कहा:
“मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत प्रशिक्षणार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण, पाठ्य सामग्री, ड्रेस, कंप्यूटर प्रशिक्षण, लाइब्रेरी सुविधा और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र दिया जाता है।”
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्रशिक्षण के दौरान ऑन-जॉब ट्रेनिंग, निःशुल्क भोजन और हॉस्टल सुविधा के साथ बेहतर प्रशिक्षण वातावरण उपलब्ध कराया जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रशिक्षण पूरा होने के बाद 100 प्रतिशत प्लेसमेंट का भी आश्वासन दिया जाता है।
महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मजबूत कदम
कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने भी इस योजना को लेकर उत्साह जताया। कई महिलाओं ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम उन्हें घर से बाहर निकलकर आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से वे न केवल रोजगार पा सकेंगी, बल्कि अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर सकेंगी।
स्थानीय स्तर पर यह पहल महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
न्यूज़ देखो: आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता हुसैनाबाद
मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दर्शाता है कि सरकार कौशल विकास के जरिए जमीनी स्तर पर रोजगार सृजन को गंभीरता से आगे बढ़ा रही है। महिलाओं और युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण व प्लेसमेंट का अवसर देना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने की दिशा में प्रभावी कदम है। अब यह देखना अहम होगा कि आने वाले समय में कितनी महिलाएं इस योजना से लाभान्वित होकर स्वरोजगार और रोजगार से जुड़ती हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सीखें, सशक्त बनें और आगे बढ़ें
कौशल विकास ही आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव है।
ऐसी योजनाओं से जुड़कर महिलाएं और युवा अपने भविष्य को नई दिशा दे सकते हैं।
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