
#गढ़वा #मारपीट : पैतृक संपत्ति पर कब्जे के प्रयास का विरोध करने पर फाइबर पाइप व लोहे की रॉड से हमला — सदर अस्पताल में चल रहा इलाज
- चिनिया गांव में जमीन विवाद को लेकर दंपति पर हुआ जानलेवा हमला
- फाइबर पाइप और लोहे की रॉड से की गई मारपीट में दंपति गंभीर रूप से घायल
- पीड़ित योगेंद्र साव और पत्नी ममता देवी को सदर अस्पताल में कराया गया भर्ती
- कपिल साव सहित कुल 10 लोगों पर हमले का आरोप
- घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को पहुंचाया गया अस्पताल
कब्जे की कोशिश बना हिंसा की वजह
गढ़वा जिला अंतर्गत चिनिया थाना क्षेत्र के चिनिया गांव में एक जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जब योगेंद्र साव (40 वर्ष) और उनकी पत्नी ममता देवी (35 वर्ष) को फाइबर पाइप और लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटा गया। बताया जा रहा है कि यह हमला पैतृक देवता स्थल की जमीन पर जबरन कब्जे के प्रयास का विरोध करने पर हुआ।
पीड़ित योगेंद्र साव ने बताया कि कपिल साव द्वारा जबरन जमीन पर कब्जा किया जा रहा था, जिसे रोकने पर विवाद बढ़ गया और कपिल साव ने अपने सहयोगियों मनोज साव, संतोष प्रसाद, पप्पू प्रसाद, प्रतोष प्रसाद, रविन्द्र साव, शंकर सिंह, गुंडन प्रसाद और चल बिदर प्रसाद के साथ मिलकर उन पर हमला कर दिया।
अस्पताल में भर्ती, हालत चिंताजनक
स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को तत्काल सदर अस्पताल गढ़वा में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि घायलों के शरीर पर गंभीर चोटें हैं। योगेंद्र साव की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज चल रहा है।
चिकित्सकों का कहना है: “योगेंद्र साव के शरीर के कई हिस्सों में गहरे घाव हैं। स्थिति गंभीर बनी हुई है और पूरी निगरानी में इलाज किया जा रहा है।”


न्यूज़ देखो: ज़मीन विवादों की बढ़ती हिंसा पर ज़िम्मेदारी तय हो
गढ़वा में जमीन और पैतृक संपत्ति को लेकर झगड़े आम होते जा रहे हैं, लेकिन जब विवाद जानलेवा हमले में बदल जाए, तो यह प्रशासनिक और सामाजिक दोनों विफलताओं की ओर इशारा करता है। न्यूज़ देखो मानता है कि ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई त्वरित और प्रभावी होनी चाहिए, ताकि कोई और योगेंद्र या ममता ऐसी पीड़ा का शिकार न बने।
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