
#देवघर #साइबर_अपराध : पुलिस ने भुरा जंगल से एक शातिर ठग को पकड़ा – फर्जी कॉल कर लोगों से ठगता था पैसा
- देवघर पुलिस ने भुरा जंगल से एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया।
- आरोपी फोनपे और पीएम किसान योजना के नाम पर ठगी करता था।
- छापेमारी पथरड्डा थाना क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर की गई।
- गिरफ्तार अपराधी फहीम अंसारी सारठ थाना क्षेत्र के बारापंसारी का निवासी है।
- दो मोबाइल, तीन सिम कार्ड, तीन एटीएम कार्ड और पाँच प्रतिबिम्ब सिम जब्त किए गए।
- अब तक 655 साइबर अपराधी देवघर पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं।
देवघर जिले में साइबर अपराध पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने एक और आरोपी को पकड़ा है। यह गिरफ़्तारी उस समय हुई जब पुलिस को सूचना मिली कि भुरा जंगल इलाके में कुछ लोग फर्जी कॉल सेंटर बनाकर आम नागरिकों से ठगी कर रहे हैं। सूचना की पुष्टि होते ही पुलिस अधीक्षक सौरभ के निर्देश पर टीम गठित की गई और सोमवार को अभियान चलाकर आरोपी को धर दबोचा गया।
पुलिस की सटीक कार्रवाई से फिर मिली सफलता
देवघर पुलिस लंबे समय से साइबर ठगों के खिलाफ अभियान चला रही है। इस क्रम में सोमवार को पथरड्डा थाना क्षेत्र के भुरा जंगल में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से फहीम अंसारी पिता सलीम मियां, निवासी बारापंसारी, थाना सारठ, जिला देवघर को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मौके से दो मोबाइल फोन, तीन सिम कार्ड, तीन एटीएम कार्ड और पाँच प्रतिबिम्ब सिम कार्ड बरामद किए हैं।
ठगी का तरीका — सरकारी योजनाओं के नाम पर झांसा
फहीम अंसारी लोगों को फोनपे, पीएम किसान योजना, और बैंक वेरिफिकेशन के नाम पर कॉल कर ठगता था। पुलिस के अनुसार, आरोपी खुद को कभी बैंक अधिकारी, तो कभी कस्टमर केयर प्रतिनिधि या सरकारी एजेंसी का कर्मचारी बताता था। कॉल करने के बाद वह लोगों से OTP, UPI PIN या बैंक डिटेल्स मांगकर उनके खाते से पैसे उड़ा लेता था। इस तरह के मामलों में आम नागरिकों को जागरूक रहने की भी अपील की गई है।
पुलिस अधीक्षक सौरभ ने कहा: “देवघर पुलिस का अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक साइबर अपराध की जड़ें पूरी तरह समाप्त नहीं हो जातीं। हर ऐसे अपराधी को पकड़ा जाएगा जो आम जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रहा है।”
लगातार बढ़ती गिरफ्तारी से अपराधियों में डर
देवघर पुलिस की निरंतर कार्रवाई से अब तक 655 साइबर अपराधी सलाखों के पीछे पहुँच चुके हैं। जिले में कई थाना क्षेत्रों में विशेष टीम बनाकर रोज़ाना छापेमारी की जा रही है। इस अभियान से स्थानीय लोगों में राहत और अपराधियों में भय का माहौल है। पुलिस का मानना है कि साइबर अपराध को रोकने के लिए तकनीकी निगरानी और जनजागरूकता दोनों समान रूप से आवश्यक हैं।
जनता से अपील — जागरूक रहें, सुरक्षित रहें
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अगर फोन पर बैंक या सरकारी योजना के नाम पर जानकारी मांगे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं। किसी अनजान लिंक या मैसेज पर क्लिक न करें और संदेह होने पर तुरंत नजदीकी थाने या साइबर हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया: “अबतक पकड़े गए कई ठग ग्रामीण इलाकों से हैं जो मोबाइल एप और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को निशाना बनाते हैं।”
न्यूज़ देखो: देवघर पुलिस की मुहिम से घट रहा है साइबर अपराध
देवघर पुलिस का लगातार चल रहा यह अभियान दिखाता है कि प्रशासन अब साइबर अपराध के खिलाफ सख्त मोड में है। हाल के महीनों में दर्जनों साइबर अपराधी पकड़े गए हैं और पुलिस टीम तकनीकी संसाधनों के साथ और भी सक्रिय हुई है। यह सफलता पूरे झारखंड के लिए एक मिसाल है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिक ही सुरक्षित समाज की पहचान
अब समय है कि हम सब मिलकर साइबर अपराध के खिलाफ आवाज उठाएं। अनजान नंबर से आए कॉल या लिंक पर भरोसा न करें और दूसरों को भी जागरूक करें। यदि किसी को ठगी का शिकार बनाया गया हो, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें। अपनी राय कमेंट में दें, इस खबर को शेयर करें और देवघर पुलिस की इस सराहनीय कार्रवाई को दूसरों तक पहुँचाएं ताकि हर नागरिक सतर्क और सुरक्षित रह सके।




