
#झारखंड #क्रिसमस_नववर्ष : युवा समाजसेवी दीपक लकड़ा ने सद्भाव, सेवा और सकारात्मक बदलाव की कामना की।
युवा समाजसेवी और पूर्व उप मुखिया दीपक लकड़ा ने झारखंड प्रदेशवासियों को क्रिसमस पर्व और नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में उन्होंने क्रिसमस को प्रेम, शांति और भाईचारे का प्रतीक बताया, जबकि नववर्ष को नई उम्मीदों और सकारात्मक संकल्पों से जोड़कर देखा। उन्होंने झारखंड की सांस्कृतिक विविधता और आपसी सौहार्द को राज्य की सबसे बड़ी ताकत बताया। दीपक लकड़ा ने समाजसेवा और युवाओं की सक्रिय भूमिका को भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
- युवा समाजसेवी एवं पूर्व उप मुखिया दीपक लकड़ा ने दी शुभकामनाएं।
- क्रिसमस पर्व को प्रेम, शांति और भाईचारे का संदेश बताया।
- नववर्ष को नई उम्मीदों और सकारात्मक बदलाव का प्रतीक कहा।
- झारखंड की विविध संस्कृति और एकता को राज्य की ताकत बताया।
- युवाओं से समाजहित में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील।
क्रिसमस और नववर्ष के अवसर पर झारखंड में सामाजिक और सांस्कृतिक सौहार्द का संदेश देते हुए युवा समाजसेवी सह पूर्व उप मुखिया दीपक लकड़ा ने राज्यवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित कीं। उन्होंने कहा कि पर्व और उत्सव केवल उत्साह का अवसर नहीं होते, बल्कि समाज को जोड़ने और सकारात्मक ऊर्जा फैलाने का माध्यम भी होते हैं। उनके संदेश में सामाजिक एकता, सेवा भावना और युवाओं की भूमिका पर विशेष जोर देखने को मिला।
क्रिसमस का संदेश: प्रेम, शांति और भाईचारा
अपने शुभकामना संदेश में दीपक लकड़ा ने कहा कि क्रिसमस पर्व मानवता को प्रेम, शांति और भाईचारे का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति, सहयोग और सम्मान की भावना विकसित करने की प्रेरणा देता है।
दीपक लकड़ा ने कहा:
दीपक लकड़ा ने कहा: “क्रिसमस हमें आपसी प्रेम और शांति के मार्ग पर चलने की सीख देता है, जिससे समाज में सौहार्द बना रहता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में जब समाज विभिन्न चुनौतियों से गुजर रहा है, तब ऐसे पर्व आपसी विश्वास और एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
नववर्ष: नई उम्मीदों और संकल्पों की शुरुआत
नववर्ष को लेकर दीपक लकड़ा ने कहा कि नया साल नई उम्मीदों, नए संकल्पों और सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। उन्होंने कामना की कि आने वाला वर्ष झारखंड के प्रत्येक परिवार के जीवन में सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशहाली लेकर आए।
उन्होंने कहा कि नववर्ष हमें अपने पुराने अनुभवों से सीख लेकर आगे बढ़ने और समाज के लिए कुछ बेहतर करने का अवसर देता है। यह समय आत्ममंथन और नवचिंतन का भी होता है, जिससे व्यक्तिगत और सामाजिक विकास संभव हो पाता है।
झारखंड की विविध संस्कृति और एकता पर जोर
दीपक लकड़ा ने अपने संदेश में झारखंड की विविध संस्कृति, परंपराओं और आपसी सौहार्द की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य की यही विविधता और एकता उसकी सबसे बड़ी ताकत है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों, धर्मों और वर्गों के लोग मिलकर झारखंड की सामाजिक संरचना को मजबूत बनाते हैं। यह आपसी भाईचारा ही राज्य को आगे बढ़ाने में सहायक है और इसे और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।
युवाओं से समाजहित में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील
अपने संदेश में दीपक लकड़ा ने विशेष रूप से युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वे समाजहित में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग के पास ऊर्जा, विचार और परिवर्तन की क्षमता होती है, जिसका सही दिशा में उपयोग समाज के विकास के लिए किया जाना चाहिए।
उन्होंने युवाओं से आपसी भाईचारे को मजबूत करने, सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने और जरूरतमंदों की सहायता करने का आह्वान किया। उनके अनुसार, जब युवा सकारात्मक सोच के साथ आगे आते हैं, तो समाज में स्थायी बदलाव संभव होता है।
समाजसेवा के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता
दीपक लकड़ा ने यह भी स्पष्ट किया कि समाजसेवा का कार्य उनके लिए केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों के साथ खड़े रहना और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना ही उनका प्रमुख लक्ष्य है।
उन्होंने कहा:
दीपक लकड़ा ने कहा: “समाजसेवा का कार्य निरंतर चलता रहेगा और जरूरतमंदों के साथ खड़े रहना मेरी प्राथमिकता रहेगी।”
उन्होंने विश्वास जताया कि सामूहिक प्रयासों से समाज को अधिक संवेदनशील, समावेशी और मजबूत बनाया जा सकता है।
उज्ज्वल भविष्य की कामना
अपने संदेश के अंत में दीपक लकड़ा ने एक बार फिर सभी झारखंडवासियों को क्रिसमस और नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने राज्य के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि आने वाला समय शांति, प्रगति और समृद्धि लेकर आए।
उन्होंने कहा कि यदि हम सभी मिलकर सकारात्मक सोच और सेवा भावना के साथ आगे बढ़ें, तो झारखंड विकास और सौहार्द का उदाहरण बन सकता है।
न्यूज़ देखो: सामाजिक संदेश और जिम्मेदारी की याद
दीपक लकड़ा का यह संदेश बताता है कि पर्व केवल उत्सव तक सीमित नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने का अवसर भी होते हैं। प्रेम, शांति और भाईचारे पर दिया गया उनका जोर वर्तमान सामाजिक परिदृश्य में प्रासंगिक है। युवाओं से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील यह संकेत देती है कि भविष्य की दिशा उनके हाथों में है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि समाज ऐसे संदेशों से प्रेरणा लेकर कितना सकारात्मक बदलाव लाता है।
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सद्भाव और सेवा से संवरता भविष्य
पर्व हमें जोड़ते हैं, और संदेश हमें दिशा देते हैं। क्रिसमस और नववर्ष जैसे अवसर समाज में नई ऊर्जा और नई सोच का संचार करते हैं।
यदि हम प्रेम, सेवा और एकता को अपने व्यवहार में उतारें, तो समाज अधिक मजबूत बन सकता है।





