
#गिरिडीह #रेल_समस्या : सरिया प्रखंड के पावापुर और करंबा गांव में अंडरपास निर्माण को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री से सीधी बातचीत
- बगोदर विधायक नागेंद्र महतो ने रेलवे अंडरपास निर्माण को लेकर केंद्र सरकार से किया आग्रह।
- केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी भी रहीं मौजूद।
- केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से हुई महत्वपूर्ण मुलाकात।
- सरिया प्रखंड के ग्राम पावापुर (गडैया) और करंबा में अंडरपास की वर्षों पुरानी मांग।
- अंडरपास बनने से ग्रामीणों के आवागमन और सुरक्षा में होगा बड़ा सुधार।
बगोदर विधानसभा क्षेत्र में रेलवे से जुड़ी ज्वलंत समस्याओं को लेकर एक अहम पहल सामने आई है। माननीय बगोदर विधायक नागेंद्र महतो ने सरिया प्रखंड के ग्राम पावापुर (गडैया) एवं चिरुवां पंचायत अंतर्गत ग्राम करंबा में रेलवे अंडरपास निर्माण सहित अन्य रेल संबंधित समस्याओं को लेकर केंद्र सरकार के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री सह कोडरमा सांसद श्रीमती अन्नपूर्णा देवी भी उपस्थित रहीं। प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से दोनों स्थानों पर अंडरपास निर्माण की मांग को मजबूती से रखा।
यह मांग कोई नई नहीं है, बल्कि वर्षों से स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उठाई जाती रही है। रेलवे लाइन के कारण गांवों का सीधा संपर्क टूट गया है, जिससे लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों की वर्षों पुरानी समस्या
सरिया प्रखंड के पावापुर और करंबा गांव में रेलवे लाइन गुजरने के कारण ग्रामीणों को खेत, स्कूल, बाजार और स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने में भारी दिक्कत होती है। कई बार लोगों को लंबा चक्कर लगाकर दूसरे क्रॉसिंग से जाना पड़ता है, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती है।
ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे फाटक या सुरक्षित अंडरपास के अभाव में दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए यह रास्ता बेहद खतरनाक है।
केंद्रीय रेल मंत्री के समक्ष रखी गई मांग
विधायक नागेंद्र महतो ने रेल मंत्री को अवगत कराया कि पावापुर और करंबा दोनों गांवों में अंडरपास निर्माण न केवल सुविधा बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र कृषि प्रधान है और किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने में सबसे अधिक परेशानी होती है।
इस मुलाकात के दौरान विधायक ने क्षेत्र की अन्य रेल संबंधित समस्याओं की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराया, जिनमें सुरक्षित आवागमन, रेलवे क्रॉसिंग और स्थानीय जरूरतों के अनुरूप आधारभूत सुविधाएं शामिल हैं।
अन्नपूर्णा देवी की भूमिका
केंद्रीय मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने भी इस मांग को जायज बताते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रेलवे परियोजनाओं के कारण अगर लोगों को परेशानी हो रही है, तो उसका समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। उन्होंने रेल मंत्री से अनुरोध किया कि दोनों स्थानों पर अंडरपास निर्माण की प्रक्रिया को शीघ्र आगे बढ़ाया जाए।
अंडरपास से क्या होंगे लाभ
अंडरपास निर्माण से:
- ग्रामीणों को सुरक्षित और सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी।
- किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने में आसानी होगी।
- स्कूल जाने वाले बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
- गांवों का आपसी संपर्क मजबूत होगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर यह अंडरपास बन जाता है, तो वर्षों से चली आ रही एक बड़ी समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा।
ग्रामीणों में जगी उम्मीद
विधायक द्वारा सीधे केंद्रीय रेल मंत्री से मुलाकात के बाद ग्रामीणों में नई उम्मीद जगी है। लोगों का कहना है कि अब उन्हें भरोसा है कि उनकी आवाज दिल्ली तक पहुंची है और जल्द ही इस दिशा में ठोस कार्रवाई देखने को मिलेगी।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि द्वारा लगातार प्रयास किए जाने से विकास कार्यों में तेजी आएगी और बगोदर विधानसभा क्षेत्र को बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी।



न्यूज़ देखो: जनहित की मांग को दिल्ली तक पहुंचाने की पहल
रेलवे अंडरपास जैसी बुनियादी सुविधा ग्रामीण जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। विधायक नागेंद्र महतो द्वारा केंद्रीय स्तर पर यह मुद्दा उठाना दर्शाता है कि जनसमस्याओं को गंभीरता से लिया जा रहा है। अब देखना होगा कि यह मांग कितनी जल्दी धरातल पर उतरती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित रास्ता, सशक्त गांव
रेलवे विकास तभी सार्थक है जब वह लोगों की सुरक्षा और सुविधा दोनों सुनिश्चित करे।
ग्रामीण क्षेत्रों की जरूरतों को प्राथमिकता देना समय की मांग है।
आप भी अपनी स्थानीय समस्याओं को उठाइए, आवाज बनाइए और बदलाव का हिस्सा बनिए।
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