
#सिमडेगा #शिक्षा_सुधार : उपायुक्त कंचन सिंह ने जिला पुस्तकालय का निरीक्षण कर छात्रों को पुस्तकें दीं और पुस्तकालय में संसाधन व सुविधाएँ बढ़ाने के निर्देश दिए।
- उपायुक्त कंचन सिंह ने मास्टर सोबरन मांझी जिला पुस्तकालय का व्यापक निरीक्षण किया।
- प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र–छात्राओं को पुस्तकें वितरित की गईं।
- NCERT की स्तरीय पुस्तकें, जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की मानक पुस्तकें उपलब्ध कराने का निर्देश।
- पुस्तकालय में साफ–सफाई, अतिरिक्त चेयर–टेबल, क्षतिग्रस्त संसाधनों की मरम्मत का आदेश।
- नए भवन की भी समीक्षा; अध्ययन हेतु आवश्यक फर्नीचर उपलब्ध कराने का निर्देश।
- युवाओं की मांग पर चापानल मरम्मत, प्रकाश व्यवस्था, समय बढ़ाने सहित सुविधाओं को बेहतर करने का आश्वासन।
सिमडेगा की उपायुक्त कंचन सिंह आज मास्टर सोबरन मांझी जिला पुस्तकालय पहुँचीं, जहाँ उन्होंने पुस्तकालय की कार्यप्रणाली, उपलब्ध संसाधन और छात्रों की आवश्यकताओं का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे कई छात्र–छात्राओं को उनकी जरूरत के अनुसार पुस्तकें वितरित की गईं। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों की सूची के अनुसार अधिकांश पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं और शेष पुस्तकें शीघ्र उपलब्ध होंगी।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए संसाधन मजबूत करने पर जोर
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि पुस्तकालय में NCERT की स्तरीय पुस्तकें अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाएँ, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण अध्ययन सामग्री मिल सके। साथ ही उन्होंने जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा की मानक पुस्तकें जोड़ने पर भी जोर दिया, जिससे राज्य स्तरीय परीक्षाओं की तैयारी में छात्रों को व्यापक सामग्री मिले।
उन्होंने स्थानीय प्रकाशकों से संपर्क बढ़ाने और उनकी प्रतियोगी परीक्षा संबंधित पुस्तकों की जानकारी छात्रों तक पहुँचाने का सुझाव दिया।
स्वच्छता, जगह और संसाधनों में सुधार के निर्देश
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने पुस्तकालय परिसर की स्वच्छता का जायजा लिया और निर्देश दिया कि परिसर को हमेशा साफ रखा जाए ताकि छात्रों को बेहतर अध्ययन वातावरण मिल सके।
उन्होंने पुस्तकालय में बढ़ती भीड़ को देखते हुए सिटिंग क्षमता बढ़ाने, अतिरिक्त चेयर–टेबल लगाने, तथा क्षतिग्रस्त संसाधनों की मरम्मत कराने का स्पष्ट निर्देश दिया।
नए भवन में भी अध्ययन व्यवस्था मजबूत होगी
पुस्तकालय परिसर में बने नए भवन का भी निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने वहाँ भी उचित साफ–सफाई, टेबल, चेयर और अन्य अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने को कहा। उनका कहना था कि अधिक से अधिक विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा देना प्रशासन की प्राथमिकता है।
युवाओं ने रखी मांग, प्रशासन ने दिया आश्वासन
निरीक्षण के दौरान उपस्थित युवाओं ने पुस्तकालय में चापानल दुरुस्ती, नल की व्यवस्था, संध्या समय वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था, तथा खुलने–बंद होने के समय में परिवर्तन की मांग रखी।
उपायुक्त ने सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए तत्काल आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन युवाओं की शिक्षा और तैयारी के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करेगा।
कर्मियों को दी हिदायत
उपायुक्त ने पुस्तकालय कर्मियों को निर्देश दिया कि वे जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करें और विद्यार्थियों की आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान दें, ताकि पुस्तकालय का उपयोग अधिक प्रभावी और लाभदायक बन सके।
निरीक्षण के दौरान नजारत उप समाहर्ता–सह–सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी उपस्थित रहे।



न्यूज़ देखो: पुस्तकालयों का सुदृढ़ होना समय की मांग
डिजिटल दौर में भी पुस्तकालयों का महत्व कम नहीं होता। सिमडेगा जिला पुस्तकालय में संसाधनों को बढ़ाने का यह कदम प्रतियोगी छात्रों के लिए बड़ी राहत है। प्रशासन का यह प्रयास शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाता है और युवाओं को बेहतर अवसर प्रदान करता है।
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शिक्षा की रोशनी हर विद्यार्थी तक
पुस्तकालय सिर्फ किताबों का घर नहीं, बल्कि सपनों का आधार होता है। प्रशासन और छात्रों के बीच ऐसा संवाद तथा सुविधाओं का विस्तार युवाओं की तैयारी को नई दिशा देगा।
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