
#UPI_सेवा_प्रभावित #UPIDown — “जब कैशलेस इंडिया थम सा गया”
- शनिवार दोपहर UPI सेवाएं अचानक हुईं ठप
- PhonePe, Google Pay, Paytm जैसे प्लेटफॉर्म पर ट्रांजैक्शन फेल
- QR कोड स्कैन के बाद 5 मिनट तक प्रोसेसिंग में अटका भुगतान
- Downdetector पर दोपहर 12 बजे से दर्ज हुआ आउटेज
- SBI, HDFC, ICICI जैसे बड़े बैंकों की सेवाएं भी प्रभावित
- #UPIDown सोशल मीडिया पर ट्रेंड में रहा
- कुछ यूजर्स का पैसा कटा लेकिन रिसीवर तक नहीं पहुंचा
दोपहर 12 बजे से शुरू हुई परेशानी, Downdetector ने दिखाई पहली रिपोर्ट
शनिवार दोपहर 12 बजे के आसपास, Downdetector वेबसाइट पर PhonePe, Google Pay, SBI, HDFC, ICICI जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स की UPI सेवाओं में खराबी दर्ज की गई।
UPI की यह गड़बड़ी देशभर के डिजिटल पेमेंट यूजर्स के लिए परेशानी का सबब बन गई।
“QR कोड स्कैन करने के बाद ट्रांजैक्शन पूरा होने में 5 मिनट लग रहे हैं, ग्राहक और दुकानदार दोनों असहज हैं।” — स्थानीय दुकानदार
किन ऐप्स पर पड़ा सबसे ज़्यादा असर?
1. PhonePe
- QR स्कैन करने के बाद “processing” चलता रहा।
- कई यूजर्स का भुगतान अटका।
2. Google Pay
- “Transaction Failed” के संदेश मिले।
- पैसे कटे, लेकिन रिसीवर तक नहीं पहुंचे।
3. Paytm
- “Server Busy” और “Try Again Later” जैसे एरर मैसेज मिले।
- ट्रांजैक्शन पेंडिंग में फंसे।
#UPIDown सोशल मीडिया पर छाया रहा
X (पूर्व में ट्विटर) पर हजारों यूजर्स ने #UPIDown हैशटैग का उपयोग करते हुए अपनी शिकायतें और अनुभव साझा किए।
कुछ चर्चित प्रतिक्रियाएं:
“मैंने चाय का भुगतान किया, पैसे कट गए लेकिन दुकानदार को नहीं मिले। अब वह मुझसे दोबारा मांग रहा है।”
“Google Pay ने पैसा काट लिया लेकिन बिजली बिल अब तक जमा नहीं हुआ है। क्या करें?”
क्या यह पहली बार हुआ है?
नहीं।
- मार्च 2023 में तत्काल भुगतान में रुकावटें आई थीं।
- दिसंबर 2022 में कई बैंकों की UPI सेवाएं बाधित हुई थीं।
इससे स्पष्ट है कि UPI इंफ्रास्ट्रक्चर को और मज़बूत करने की जरूरत है।
UPI: भारत की डिजिटल रीढ़
UPI का फुल फॉर्म: Unified Payments Interface (एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस)
NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) द्वारा विकसित यह सिस्टम 24×7 रीयल टाइम बैंक ट्रांजैक्शन की सुविधा देता है।
इसके फ़ायदे:
- तेजी से और सुरक्षित भुगतान
- QR कोड स्कैन पेमेंट
- बिल पेमेंट, ऑनलाइन खरीदारी
- सीमलेस बैंक टू बैंक ट्रांसफर
2024 में हर महीने औसतन 1200 करोड़ ट्रांजैक्शन UPI से किए गए।
भारत के 70% रिटेल पेमेंट्स अब UPI के माध्यम से होते हैं।
UPI डाउन क्यों होता है?
1. सर्वर ओवरलोड:
त्योहारों या सेल के समय अत्यधिक ट्रैफिक से।
2. नेटवर्क फेल्योर:
इंटरनेट सेवा में बाधा आने से सर्वर रेस्पॉन्स स्लो हो जाता है।
3. बैंकिंग पार्टनर्स की समस्या:
बैंक के सर्वर डाउन होने पर पूरी चैन प्रभावित होती है।
4. मेंटेनेंस ब्रेक:
NPCI या बैंक की तरफ से प्लान्ड मेंटेनेंस के चलते।
UPI डाउन से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय:
- थोड़ी नकदी हमेशा साथ रखें
- कम से कम दो UPI ऐप्स इंस्टॉल रखें
- बैंक ऐप्स को समय-समय पर अपडेट करते रहें
- हर ट्रांजैक्शन का स्क्रीनशॉट सेव रखें
UPI स्टेटस कहां चेक करें?
- Downdetector:
👉 https://downdetector.in - NPCI स्टेटस पेज:
👉 https://www.npci.org.in/what-we-do/upi/status
न्यूज़ देखो: डिजिटल इंडिया की रफ्तार रुकनी नहीं चाहिए
भले ही तकनीकी बाधाएं कभी-कभी भारत के कैशलेस मिशन को प्रभावित कर दें, लेकिन इससे हमारा विश्वास डिगना नहीं चाहिए।
UPI एक क्रांतिकारी कदम है और इसकी मजबूती हम सभी की जिम्मेदारी है।
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