
#चंदवा #छठपूजा : नगर के घाटों पर उमड़ा जनसैलाब – समितियों ने की प्रकाश व्यवस्था, सफाई और सुरक्षा की चाक-चौबंद तैयारी
- देवनद दामोदर छठ समिति और छठ पूजा समिति की संयुक्त पहल से इस वर्ष चंदवा में छठ पर्व भव्य और अनुशासित तरीके से सम्पन्न हुआ।
- गंगा आरती घाट पर हुआ विशेष आयोजन, जहाँ श्रद्धालुओं ने सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित किया।
- समितियों द्वारा प्रकाश व्यवस्था, पुलिया निर्माण, बांध मरम्मत और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया।
- श्रद्धालुओं के लिए दूध की निःशुल्क व्यवस्था और लागत मूल्य पर फल की बिक्री की गई।
- BDO और CO को सम्मानित किया गया, आयोजन में अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड में इस वर्ष का छठ महापर्व श्रद्धा, अनुशासन और भव्यता का प्रतीक बन गया। देवनद दामोदर छठ समिति और छठ पूजा समिति की संयुक्त तैयारियों ने यह सुनिश्चित किया कि हर श्रद्धालु को साफ-सुथरे और सुरक्षित वातावरण में पूजा का अवसर मिले। इस अवसर पर गंगा आरती घाट की दिव्यता ने पूरे नगर को छठमय बना दिया।
भक्ति और जनसहयोग का संगम बना चंदवा का छठ
इस वर्ष चंदवा में छठ महापर्व की तैयारी कई सप्ताह पूर्व ही शुरू हो गई थी। दोनों समितियों ने मिलकर घाटों की सफाई, रोशनी की व्यवस्था, पुलिया निर्माण और बांध मरम्मत जैसे कार्यों को पूरा किया। परिणामस्वरूप श्रद्धालुओं को पूजा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।
मनु कुमार गुप्ता (अध्यक्ष, छठ समिति) ने कहा: “इस वर्ष पहले की तुलना में अधिक संख्या में लोगों ने छठ व्रत किया है। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में चंदवा का छठ पूरे राज्य में अपनी पहचान बनाए।”
गंगा आरती घाट पर आयोजित विशेष आरती में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। दीपों की झिलमिलाहट, संगीत और आरती की गूंज ने वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
प्रशासन और समितियों की सराहनीय भूमिका
समितियों के प्रयासों को स्थानीय प्रशासन ने भी पूरा सहयोग दिया। प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) और अंचलाधिकारी (CO) को मंच पर सम्मानित किया गया। समितियों ने बताया कि इस बार के आयोजन में युवाओं की भागीदारी पहले से कहीं अधिक रही, जिससे अनुशासन और सहयोग का स्तर बेहद ऊँचा रहा।
मुकेश कुमार सिंह (सचिव, छठ समिति) ने कहा: “यह पर्व केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता का उदाहरण है। हर समुदाय ने बढ़-चढ़कर सहयोग किया।”
श्रद्धालुओं के लिए सेवा और सुविधा
समितियों ने छठ घाटों पर व्रतियों के लिए दूध की निःशुल्क व्यवस्था की, ताकि अर्घ्य के बाद व्रतियों को सहूलियत मिल सके। वहीं दुर्गा मंडल की ओर से लागत मूल्य पर फल की बिक्री की गई। इससे स्थानीय बाजार में कृत्रिम महँगाई पर भी नियंत्रण रहा और श्रद्धालुओं को राहत मिली।
साथ ही स्वयंसेवकों ने पूरे कार्यक्रम में ट्रैफिक नियंत्रण, सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी निभाई।
शहर सजा दीपों से, उमड़ी श्रद्धा की लहर
छठ पूजा की शाम को पूरा चंदवा नगर दीपों की रोशनी से जगमगा उठा। नदी घाटों, सड़कों और पूजा स्थलों पर रंगीन लाइटें और फूलों की सजावट ने दृश्य को अविस्मरणीय बना दिया। श्रद्धालु परिवारों के साथ घाटों पर पहुंचे और सूर्यास्त के समय अर्घ्य अर्पित किया।
अमित गुप्ता (संरक्षक, छठ समिति) ने कहा: “हमारी कोशिश रही है कि श्रद्धा के इस पर्व को पर्यावरण के अनुकूल और अनुशासित तरीके से मनाया जाए। लोगों का सहयोग सराहनीय रहा।”
आयोजन में शामिल रहे अनेक गणमान्य
इस अवसर पर रवि डे, सौरभ श्रीवास्तव, केतन गुप्ता, मनीष गुप्ता, चंद्र भूषण केसरी, रंजन विश्वकर्मा समेत अनेक प्रतिष्ठित नागरिक और समिति के सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर आयोजन को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाया।

न्यूज़ देखो: चंदवा का छठ बना श्रद्धा, अनुशासन और सामाजिक एकता की मिसाल
चंदवा में इस वर्ष का छठ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामूहिक चेतना का प्रतीक बन गया। समितियों की दूरदृष्टि, प्रशासनिक समर्थन और जनसहभागिता ने यह साबित किया कि जब समाज संगठित होता है, तब हर पर्व एक आंदोलन बन सकता है।
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छठ पूजा हमें स्वच्छता, अनुशासन और सामूहिकता की सीख देती है। जिस तरह चंदवा ने एकजुट होकर भक्ति और सहयोग का उदाहरण पेश किया, उसी तरह हम सबको अपने समाज में सकारात्मकता फैलाने का प्रयास करना चाहिए।
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