
#मेदिनीनगर #हत्या_कांड : चार फुट रास्ते को लेकर बढ़ा विवाद बना जानलेवा, सुपारी देकर कराई गई हत्या
- वेल्डिंग व्यवसायी जसमुद्दीन अंसारी उर्फ नवाब की 27 अक्टूबर को हरिहरगंज थाना क्षेत्र में हत्या कर दी गई।
 - चार फुट चौड़े रास्ते के विवाद को लेकर इरफान अंसारी ने रची थी हत्या की साजिश।
 - ढाई लाख रुपये की सुपारी, जिसमें 50 हजार रुपये एडवांस दिए गए थे।
 - हत्या में शामिल अब्दुल रमजान और इरफान अंसारी गिरफ्तार, तीसरा आरोपी सैफुल्लाह खान फरार।
 - पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न्यायिक प्रक्रिया की शुरुआत की।
 
मेदिनीनगर के हरिहरगंज थाना क्षेत्र में 27 अक्टूबर को घटी इस घटना ने पूरे पलामू जिले को स्तब्ध कर दिया। वेल्डिंग व्यवसायी जसमुद्दीन अंसारी उर्फ नवाब की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। शुरुआत में यह एक सामान्य विवाद लग रहा था, लेकिन पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह हत्या महज चार फुट के रास्ते को लेकर चल रहे विवाद की परिणति थी।
चार फुट का रास्ता बना रंजिश की जड़
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक जसमुद्दीन अंसारी और उनके पड़ोसी इरफान अंसारी के बीच घर के पास बने चार फुट चौड़े रास्ते को लेकर पुराना विवाद था। इरफान ने अपनी तरफ से रास्ते के लिए चार फुट जगह छोड़ दी थी, लेकिन जसमुद्दीन ने वैसा नहीं किया। इस बात को लेकर दोनों के बीच बार-बार झड़प और मौखिक बहस होती रही। अंततः यह विवाद नफरत और रंजिश में तब्दील हो गया, और इरफान ने जसमुद्दीन की हत्या की साजिश रच डाली।
ढाई लाख की सुपारी और साजिश का खुलासा
पुलिस के अनुसार, इरफान अंसारी ने तरहसी थाना क्षेत्र के गुरहा निवासी अब्दुल रमजान और बिहार के औरंगाबाद के सैफुल्लाह खान से संपर्क किया। उसने जसमुद्दीन की हत्या के लिए ढाई लाख रुपये की सुपारी दी, जिसमें से 50 हजार रुपये एडवांस के रूप में पहले ही दे दिए गए थे। हत्या की योजना कई दिनों से बनाई जा रही थी, और 27 अक्टूबर को उसे अंजाम दिया गया।
घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि जसमुद्दीन एक मेहनती व्यक्ति थे और वेल्डिंग का व्यवसाय चलाते थे। उन्हें किसी से कोई बड़ा दुश्मनी नहीं थी, इसलिए प्रारंभ में किसी ने यह नहीं सोचा था कि मामूली रास्ते का विवाद इतनी बड़ी त्रासदी में बदल जाएगा।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, आरोपी गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही हरिहरगंज थाना पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस टीम ने आसपास के लोगों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज सहित कई साक्ष्यों को खंगाला। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने पहले अब्दुल रमजान को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उसने पूरे षड्यंत्र का खुलासा कर दिया। उसके निशानदेही पर इरफान अंसारी को भी गिरफ्तार किया गया।
तीसरा आरोपी सैफुल्लाह खान, जो हत्या में शामिल था, अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। पकड़े गए दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
जांच अधिकारी ने कहा: “हत्या का कारण मामूली रास्ते का विवाद था। यह सामाजिक संवाद की कमी और नफरत की बढ़ती प्रवृत्ति का उदाहरण है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, तीसरे की तलाश जारी है।”
सामाजिक प्रतिक्रिया और न्याय की मांग
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि समाज में बढ़ती छोटी-छोटी रंजिशें बड़े अपराधों का रूप ले रही हैं। इलाके के लोगों ने प्रशासन से न्याय की मांग की है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की अपील की है।
न्यूज़ देखो: चार फुट का रास्ता बना खून की दीवार
यह घटना बताती है कि समाज में संवाद और सहिष्णुता की कमी किस तरह इंसान को अपराध की ओर धकेल सकती है। एक साधारण रास्ते के विवाद ने एक परिवार को तबाह कर दिया और दो युवकों को अपराधी बना दिया। प्रशासन के लिए यह चेतावनी है कि भूमि विवाद और सामाजिक तनाव जैसे मामलों में समय पर हस्तक्षेप कितना आवश्यक है।
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सजग समाज ही अपराध रोक सकता है
समाज तभी सुरक्षित रह सकता है जब लोग छोटी-छोटी बातों पर हिंसा के बजाय संवाद और समझ का रास्ता अपनाएं। जरूरत है कि हम सब मिलकर अपने आसपास की छोटी समस्याओं को समय रहते सुलझाएं, ताकि वे अपराध में न बदलें। आइए, ऐसी घटनाओं से सबक लें और शांति-सद्भाव बनाए रखने का संकल्प लें।
अपनी राय कमेंट करें, खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और जागरूकता फैलाएं — क्योंकि परिवर्तन संवाद से शुरू होता है।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 



