
#सिमडेगा #विकास_बैठक : जिला परिषद अध्यक्ष रोस प्रतिमा सोरेंग, तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया और झामुमो जिला सचिव सफ़ीक खान ने मुख्यमंत्री से मिलकर फंड आवंटन, विकास कार्यों और हॉकी स्टेडियम के नामकरण को लेकर महत्वपूर्ण मांगें रखीं।
- रोस प्रतिमा सोरेंग, सुदीप गुड़िया और सफ़ीक खान ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
- जिले में विकास कार्यों के लिए पंचायतों व जिला परिषद को पर्याप्त फंड उपलब्ध कराने की मांग।
- सड़क, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े कई प्रोजेक्ट फंड के अभाव में अधर में।
- सिमडेगा के नए अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम का नाम गुरुजी शिबू सोरेन के नाम पर रखने की मांग।
- सफ़ीक खान ने स्टेडियम के नामकरण पर अलग से ज्ञापन सौंपा।
- मुख्यमंत्री ने सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।
सिमडेगा जिले के विकास कार्यों, फंड आवंटन और खेल अधोसंरचना को लेकर आज एक महत्वपूर्ण मुलाकात हुई। जिला परिषद अध्यक्ष एवं झामुमो महिला मोर्चा अध्यक्ष रोस प्रतिमा सोरेंग, तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया और झामुमो जिला सचिव सफ़ीक खान ने झारखंड के मुख्यमंत्री से मिलकर जिले की प्रमुख समस्याओं को रखा और विस्तृत ज्ञापन सौंपा। बैठक के दौरान विकास कार्यों में बाधा बन रही वित्तीय कमी, पंचायत स्तर पर रुक चुके प्रोजेक्ट और नए हॉकी स्टेडियम के नामकरण पर प्रमुख रूप से चर्चा हुई।
पंचायतों और जिला परिषद के फंड संकट पर गंभीर चर्चा
बैठक में रोस प्रतिमा सोरेंग ने स्पष्ट कहा कि जिले के पंचायतों और जिला परिषद को लंबे समय से पर्याप्त फंड नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण कई ज़रूरी योजनाएँ अधर में पड़ी हैं।
रोस प्रतिमा सोरेंग ने कहा: “फंड की कमी से सड़क, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य रुक रहे हैं। समय पर फंड मिलेगा, तभी ग्रामीणों को राहत मिल सकेगी।”
उन्होंने बताया कि जिले के कई हिस्सों में आधारभूत संरचना की परियोजनाएँ केवल इसलिए रुकी हैं क्योंकि पंचायतों को निर्धारित बजट समय पर नहीं मिल रहा। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस दिशा में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
हॉकी स्टेडियम के नामकरण पर रखी विशेष मांग
मुलाकात का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा था सिमडेगा में बने नए अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम का नाम झारखंड आंदोलन के प्रतीक और झारखंड के सर्वप्रिय नेता गुरुजी शिबू सोरेन के नाम पर रखने की मांग।
रोस प्रतिमा सोरेंग ने इस विषय को विशेष रूप से रखा, वहीं झामुमो जिला सचिव सफ़ीक खान ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को अलग से ज्ञापन दिया।
सफ़ीक खान ने कहा: “गुरुजी शिबू सोरेन का योगदान अमूल्य है। स्टेडियम का नाम उनके नाम पर होना, झारखंडी अस्मिता और खेल गौरव – दोनों को सम्मान देने जैसा होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि सिमडेगा हॉकी की धरती है और इस क्षेत्र ने अनेक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं, ऐसे में यह नामकरण महत्वपूर्ण सांस्कृतिक पहचान भी बनेगा।
पंचायत व जिला परिषद की कार्यक्षमता बढ़ाने पर जोर
जिला सचिव सफ़ीक खान ने पंचायत और जिला परिषद को अधिक बजट दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उनका कहना था कि अधिक फंड मिलने से योजनाओं की गति तेज होगी और ग्रामीणों को सीधा लाभ मिल सकेगा।
विधायक सुदीप गुड़िया ने भी रखीं विकास कार्यों की वास्तविक चुनौतियाँ
बैठक में उपस्थित तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया ने जिले में जारी विकास परियोजनाओं की वास्तविक स्थिति मुख्यमंत्री के सामने रखी।
सुदीप गुड़िया ने कहा: “फंड की कमी से योजनाएँ प्रभावित हो रही हैं। क्षेत्र के हित में विकास कार्यों का तेज गति से पूरा होना जरूरी है।”
उन्होंने फंड बढ़ाने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि जिला और पंचायत स्तर पर ठोस वित्तीय सहायता से पूरे क्षेत्र में तेज विकास संभव है।
मुख्यमंत्री का सकारात्मक आश्वासन
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा रखे गए सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। बैठक के बाद यह भी माना जा रहा है कि जिले के विकास और खेल अधोसंरचना को नए स्तर पर ले जाने की दिशा में यह मुलाकात एक मजबूत पहल साबित हो सकती है।
न्यूज़ देखो: सिमडेगा के विकास के लिए सार्थक पहल, अब अपेक्षा ठोस कार्रवाई की
यह मुलाकात बताती है कि सिमडेगा जिला एक बड़े परिवर्तन के मोड़ पर खड़ा है। फंड संकट, रुके हुए प्रोजेक्ट और अधूरी संरचनाएँ लंबे समय से विकास में बाधा हैं, जिन्हें अब प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। हॉकी स्टेडियम के नामकरण की मांग भावनात्मक और ऐतिहासिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
अब देखना यह है कि घोषणाएँ जमीन पर कितनी जल्दी उतरती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सशक्त पंचायतें, आगे बढ़ता सिमडेगा — विकास की नई दिशा में आपका योगदान भी जरूरी
एक समृद्ध जिला वही है जहाँ योजनाएँ समय पर पूरी हों, लोगों तक सुविधाएँ पहुँचे और स्थानीय नेतृत्व मजबूत भूमिका निभाए। सिमडेगा के विकास के लिए फंड का प्रवाह सुनिश्चित होना अत्यंत आवश्यक है, और जनता की सक्रिय भागीदारी इस प्रक्रिया को और मजबूती देती है।





