
#लातेहार #खेल_प्रोत्साहन : बच्चों को फुटबॉल भेंट कर जिला परिषद उपाध्यक्ष ने युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित किया।
- जिला परिषद उपाध्यक्ष अनीता देवी ने बालूमाथ के बच्चों के बीच फुटबॉल का वितरण किया।
- कार्यक्रम में प्रशासनिक पदाधिकारी प्रवीण कुमार सिंह और पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉलर सुरेश सिंह रहे मौजूद।
- बच्चों में फुटबॉल पाकर दिखा उत्साह और खुशी का माहौल।
- खिलाड़ियों को मिली प्रेरणा और मार्गदर्शन—खेल में अनुशासन और आत्मविश्वास का संदेश दिया गया।
- स्थानीय स्तर पर खेल प्रतिभाओं को मंच देने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
लातेहार के बालूमाथ स्थित राजकीयकृत प्लस टू उच्च विद्यालय के खेल मैदान में आयोजित एक प्रेरणादायक कार्यक्रम के दौरान जिला परिषद उपाध्यक्ष अनीता देवी ने स्थानीय बच्चों के बीच फुटबॉल का वितरण किया। इस अवसर पर बच्चों में खुशी और उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह और पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉलर सुरेश सिंह की विशेष उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी प्रेरक बना दिया।
बच्चों में बढ़ा जोश, खेल भावना का दिखा उत्साह
बच्चों ने फुटबॉल प्राप्त करते ही मैदान में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। कई बच्चों ने कहा कि यह उनके लिए एक यादगार पल है जिसने उन्हें खेल में आगे बढ़ने की नई ऊर्जा दी है। मैदान में बच्चों की हंसी, खेल के प्रति उत्साह और खुशी का माहौल बना रहा।
पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉलर सुरेश सिंह ने कहा: “खेल व्यक्ति को अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व करना सिखाता है। मेहनत और लगन से कोई भी पहचान बनाई जा सकती है।”
उन्होंने अपने संघर्षपूर्ण दिनों को याद करते हुए बच्चों को बताया कि खेल न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक मजबूती का भी स्रोत है।
अधिकारियों और अतिथियों ने दी प्रेरणा
प्रशासनिक पदाधिकारी प्रवीण कुमार सिंह ने कहा: “खेल मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है, और यही गुण जीवन की हर चुनौती को जीतने में मदद करते हैं।”
उन्होंने यह भी साझा किया कि किस तरह उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी संघर्ष जारी रखते हुए झारखंड दरोगा परीक्षा में पूरे राज्य में आठवां स्थान प्राप्त किया।
अनीता देवी ने कहा: “जिला परिषद स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों की खेल प्रतिभाओं को मंच देना और बच्चों को संसाधन उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।”
उनका यह वक्तव्य बच्चों और स्थानीय शिक्षकों में प्रेरणा का स्रोत बना।
आयोजन में स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में खेल प्रशिक्षक राजकिशोर पासवान, स्थानीय शिक्षक और अभिभावक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने इस पहल की सराहना की और कहा कि यदि इस प्रकार के आयोजन नियमित रूप से हों तो ग्रामीण बच्चों में खेल के प्रति रुचि और अवसर दोनों बढ़ेंगे।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को सम्मानित किया गया और बच्चों को प्रोत्साहन पुरस्कार दिए गए। जिला परिषद उपाध्यक्ष अनीता देवी ने क्लब और विद्यालय प्रशासन को इस आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण क्षेत्रों में खेल संस्कृति को नई दिशा
यह पहल दिखाती है कि ग्रामीण स्तर पर भी खेल संस्कृति को मजबूत करने के लिए स्थानीय प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। बच्चों में अनुशासन और आत्मविश्वास जैसे गुण खेल के माध्यम से ही विकसित होते हैं। इस तरह की पहल न केवल प्रतिभा को पहचान देती है बल्कि समाज में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और सकारात्मक सोच को भी बढ़ावा देती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेल ही जीवन की सच्ची दिशा
खेल सिर्फ जीत-हार नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, अनुशासन और संघर्ष की भावना का प्रतीक है। बालूमाथ जैसे क्षेत्रों में जब बच्चे मैदान पर उतरते हैं, तो वे भविष्य की मजबूत नींव रखते हैं।
अब समय है कि हम सब ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन दें, खेल के साधनों को बच्चों तक पहुंचाएं और खेल को शिक्षा के साथ जोड़ें।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और मिलकर खेल को गांव-गांव तक ले जाने की पहल में सहभागी बनें।




