
#बगोदर #अंबेडकर_प्रतिमा : सोनतुरपी के अंबेडकर चौक पर अज्ञात लोगों ने की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़, ग्रामीणों ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
- सोनतुरपी, बगोदर में अंबेडकर चौक पर डॉ भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा के साथ अज्ञात व्यक्तियों ने छेड़छाड़ की।
- ग्रामीणों में इस घटना को लेकर आक्रोश फैल गया और उन्होंने तुरंत कार्रवाई की मांग की।
- पूर्व मुखिया संतोष कुमार रजक के नेतृत्व में ग्रामीण थाना पहुंचे और पुलिस से शिकायत दर्ज कराई।
- घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामला जांच के लिए उठाया।
- स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं समाज में संवेदनशीलता और सम्मान को चोट पहुँचाती हैं।
बगोदर, गिरिडीह जिले के सोनतुरपी क्षेत्र में स्थित अंबेडकर चौक पर डॉ भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा के साथ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा छेड़छाड़ किए जाने की घटना ने इलाके में खलबली मचा दी। ग्रामीणों ने इस कृत्य को गंभीर मानते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। घटना की सूचना मिलते ही पूर्व मुखिया संतोष कुमार रजक के नेतृत्व में कई ग्रामीण थाना पहुंचे और तुरंत कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
घटना के विरोध में उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि डॉ अंबेडकर की प्रतिमा समाज में संविधान, समानता और सामाजिक न्याय का प्रतीक है। उनका कहना था कि इस तरह की घटनाओं से समाज में आक्रोश और असंतोष बढ़ता है। ग्रामीणों ने पुलिस से आग्रह किया कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर सख्त कार्रवाई की जाए।
संतोष कुमार रजक ने कहा: “अंबेडकर की प्रतिमा का अपमान समाज और संविधान के मूल्य के अपमान के समान है। हम चाहते हैं कि जिम्मेदारों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।”
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके का मुआयना किया और प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और CCTV फुटेज व आसपास के लोगों से पूछताछ कर अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
न्यूज़ देखो: समाज में संवैधानिक प्रतीकों का सम्मान अनिवार्य
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि संविधान और उसके प्रतीकों का सम्मान समाज की जिम्मेदारी है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की तत्परता ही इस तरह की घटनाओं को रोक सकती है।
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संवैधानिक प्रतीकों का सम्मान करें और जागरूक रहें
समाज में सभी नागरिकों का कर्तव्य है कि वे संविधान और उसके प्रतीकों का सम्मान करें। इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं और दूसरों को भी जागरूक करें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और अपने समाज में संवैधानिक मूल्यों की रक्षा का संदेश फैलाएं।