
#गिरिडीह #चोरी_रोकथाम : बढ़ती चोरी की घटनाओं के बीच प्रशासन ने व्यापारियों को सतर्क रहने के दिए निर्देश।
गिरिडीह जिले में लगातार सामने आ रही चोरी की घटनाओं को लेकर डुमरी प्रशासन ने इसरीबाजार लायंस क्लब में एक विशेष जागरूकता बैठक आयोजित की। बैठक में व्यापारियों, बैंक मित्रों और पेट्रोल पंप संचालकों को सुरक्षा उपाय अपनाने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना देने की अपील की गई। हाल के महीनों में जिले में बड़ी चोरी की घटनाओं ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। इसी क्रम में प्रशासन ने सामूहिक सतर्कता को सबसे प्रभावी हथियार बताया।
- इसरीबाजार लायंस क्लब में चोरी रोकथाम को लेकर विशेष बैठक।
- एसडीपीओ सुमित कुमार, निमियाघाट थाना प्रभारी सुमन कुमार और डुमरी थाना प्रभारी परिणित पटेल रहे मौजूद।
- ज्वेलर्स, पेट्रोल पंप संचालक, बैंक मित्र और सीएसपी संचालक हुए शामिल।
- सीसीटीवी, रोशनी और सूचना तंत्र मजबूत करने पर जोर।
- शीतलपुर और सिरसिया में एक साथ चार घरों में चोरी का जिक्र।
गिरिडीह जिले में लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए डुमरी प्रशासन ने इसरीबाजार लायंस क्लब परिसर में एक महत्वपूर्ण जागरूकता बैठक आयोजित की। बैठक का उद्देश्य व्यापारियों और नकदी से जुड़े व्यवसाय करने वाले लोगों को सतर्क करना और सामूहिक सहयोग से अपराध पर अंकुश लगाना रहा।
प्रशासन ने साफ संकेत दिया कि केवल पुलिस कार्रवाई से ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सजगता से ही चोरी की घटनाओं को रोका जा सकता है। इसी सोच के तहत इसरीबाजार क्षेत्र के सभी प्रमुख व्यवसायियों को बैठक में आमंत्रित किया गया।
प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी से बैठक को मिला महत्व
इस बैठक में डुमरी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सुमित कुमार, निमियाघाट थाना प्रभारी सुमन कुमार और डुमरी थाना प्रभारी परिणित पटेल विशेष रूप से उपस्थित रहे। अधिकारियों ने व्यापारियों से सीधा संवाद किया और क्षेत्र की जमीनी हकीकत साझा की।
बैठक में इसरीबाजार के सभी ज्वेलर्स, पेट्रोल पंप संचालक, बैंक मित्र और सीएसपी संचालक शामिल हुए। प्रशासन ने इसे एक सामूहिक प्रयास बताते हुए कहा कि अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत करना बेहद जरूरी है।
एसडीपीओ ने बताए जरूरी सुरक्षा उपाय
एसडीपीओ सुमित कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा:
एसडीपीओ सुमित कुमार ने कहा: “चोरी की घटनाओं में कई बार देखा गया है कि अपराधी पहले इलाके की रेकी करते हैं। यदि व्यापारी और आम लोग सतर्क रहें और समय पर सूचना दें, तो बड़ी घटनाओं को रोका जा सकता है।”
उन्होंने व्यापारियों से कुछ अहम सुरक्षा उपाय अपनाने की अपील की, जिनमें दुकानों और प्रतिष्ठानों के सामने पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे, और संदिग्ध व्यक्तियों की तत्काल सूचना शामिल है।
नकदी लेन-देन पर विशेष सतर्कता की सलाह
बैठक में विशेष रूप से पेट्रोल पंप संचालकों और बैंक मित्रों को नकदी लेन-देन के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई। प्रशासन ने कहा कि यदि अधिक मात्रा में नकदी ले जाई जा रही हो, तो इसकी पूर्व सूचना पुलिस को देना सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी है।
एसडीपीओ ने स्पष्ट किया कि प्रशासन का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं, बल्कि सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना है, जिससे व्यापारी बिना डर के अपना व्यवसाय कर सकें।
चोरी की घटनाओं का जमीनी विश्लेषण
निमियाघाट थाना प्रभारी सुमन कुमार ने हाल की घटनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि जिले में सक्रिय कुछ गिरोह पहले इलाके का बारीकी से निरीक्षण करते हैं और फिर योजनाबद्ध तरीके से चोरी को अंजाम देते हैं।
उन्होंने बताया कि गिरिडीह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शीतलपुर और सिरसिया में हाल ही में एक साथ चार घरों में चोरी की घटना हुई थी, जिसमें सोने-चांदी के जेवरात और नकदी की बड़ी मात्रा चोर ले गए। इसके अलावा, सरकारी शराब गोदाम से करोड़ों की चोरी की घटना ने भी पूरे जिले को झकझोर दिया है।
पुलिस-जन सहयोग से ही संभव है समाधान
डुमरी थाना प्रभारी परिणित पटेल ने भी बैठक में मौजूद लोगों से अपील की कि वे पुलिस को अपना सहयोगी समझें। उन्होंने कहा कि कई बार छोटी-सी सूचना बड़ी वारदात को टाल सकती है।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी, ताकि लोग बिना किसी डर के संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी साझा कर सकें।
व्यापारियों ने जताई चिंता, जताया सहयोग
बैठक के दौरान व्यापारियों ने भी क्षेत्र में बढ़ती चोरी की घटनाओं को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। कई व्यापारियों ने सीसीटीवी और स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाओं को और बेहतर करने की जरूरत बताई।
प्रशासन ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि पुलिस गश्त बढ़ाई जाएगी और संवेदनशील इलाकों पर विशेष नजर रखी जाएगी।

न्यूज़ देखो: सुरक्षा में साझेदारी ही सबसे बड़ा समाधान
इसरीबाजार में हुई यह बैठक बताती है कि अपराध रोकथाम केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज की साझा जिम्मेदारी है। सवाल यह है कि क्या अन्य बाजार क्षेत्रों में भी ऐसी नियमित बैठकें होंगी। प्रशासन की यह पहल सराहनीय है और इसके प्रभाव पर नजर रखना जरूरी है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सतर्क व्यापारी ही सुरक्षित बाजार की पहचान
बढ़ती चोरी की घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। यदि हम समय रहते सजग हों, तो अपराधियों की मंशा को नाकाम किया जा सकता है। अपने आसपास नजर रखें, सूचना साझा करें और सुरक्षित समाज के निर्माण में भागीदार बनें। अपनी राय कमेंट में लिखें, खबर साझा करें और जागरूकता की इस मुहिम को आगे बढ़ाएं।





