Editorial
-
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जीवन छात्रों के लिए चरित्र निर्माण का खुला विश्वविद्यालय
#रांची #गांधीजयंती : गांधीजी की शिक्षा और जीवन आज भी छात्रों को सत्य, ईमानदारी और श्रम का मार्ग दिखाते हैं गांधीजी का जीवन छात्रों के लिए चरित्र निर्माण का खुला विश्वविद्यालय। 1925 की झारखंड यात्रा से आज की पीढ़ी को मिल सकता है महत्वपूर्ण सबक। सत्य और ईमानदारी गांधीजी की…
आगे पढ़िए » -
सावन में शिवधाम की ओर! झारखंड का ‘कैलाश’ टांगीनाथ धाम, जहां परशुराम के फरसे में आज भी बसते हैं भोलेनाथ
#गुमला #शिवधामटांगीनाथ : जहां झारखंड के घने जंगलों के बीच भगवान परशुराम का फरसा बन गया है आस्था का प्रतीक — सावन में उमड़ती है हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ गुमला जिले में स्थित है टांगीनाथ धाम, जिसे झारखंड का ‘कैलाश’ कहा जाता है भगवान परशुराम के लोहे के फरसे को…
आगे पढ़िए » -
नारी सशक्तिकरण की मशाल थामे विकास माली: 14 हजार बेटियों की डोली सजा, समाज को दे रहे नई दिशा
गढ़वा के विकास माली ने अब तक 14 हजार बेटियों की शादी बिना दहेज करवाई। तीन अनाथ बच्चों को गोद लेकर कर रहे हैं उनकी पूरी देखभाल। कन्या विवाह एंड विकास सोसायटी के माध्यम से सामूहिक विवाह की अनूठी पहल। बिहार के 22 जिलों में फैली शाखाओं के साथ 80…
आगे पढ़िए » -
आओ मनाएं गौरवशाली गणतंत्र का उत्सव: सभी पाठकों को हार्दिक शुभकामनाएं
26 जनवरी को भारत का 76वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। 1950 में इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। यह दिन देशभक्ति और संविधान के प्रति सम्मान का प्रतीक है। राजपथ पर होने वाली परेड और सांस्कृतिक झांकियां इस दिन का मुख्य आकर्षण होती हैं। गणतंत्र दिवस…
आगे पढ़िए » -
नगर परिषद चुनाव: समाज सेवा या राजनीति का मुखौटा?
गढ़वा जिले में नगर परिषद चुनाव को लेकर लोगों की गतिविधियां बहरूपिया की तरह सामने आ रही हैं। ऐसा लगता है जैसे समाज के हित में काम हो रहा है, लेकिन असल में यह समाज सेवा नहीं, बल्कि चुनावी तैयारियों का हिस्सा है। चुनाव से पहले कई संस्थाएं लोगों को…
आगे पढ़िए » -
नववर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं: News देखो टीम का संदेश
नववर्ष 2025 की शुरुआत के अवसर पर, News देखो की पूरी टीम आप सभी पाठकों को दिल से शुभकामनाएं देती है। यह नया साल आपके जीवन में खुशियां, सफलता और अच्छे स्वास्थ्य लेकर आए। आपकी अद्भुत प्रतिक्रिया ने बनाया हमें खासNews देखो को शुरू हुए अभी तीन महीने भी नहीं…
आगे पढ़िए »