
#मनिका #सड़क_सुरक्षा : एनएच-39 के किनारे अवैध दुकानें बढ़ा रहीं जाम और दुर्घटनाओं का खतरा।
लातेहार जिले के मनिका क्षेत्र में एनएच-39 के किनारे हुए अतिक्रमण के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सड़क किनारे अवैध रूप से खोली गई दुकानों और कब्जों से रोजाना जाम की स्थिति बन रही है, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। हाल के दिनों में हुई कई घटनाओं ने इस समस्या को गंभीर बना दिया है और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
- एनएच-39 के दोनों किनारों पर अवैध अतिक्रमण।
- 24 घंटे भारी और हल्के वाहनों का दबाव।
- हाल के दिनों में कई सड़क दुर्घटनाएं।
- बाइक सवार का पैर टूटा, ट्रैक्टर पलटा।
- स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की।
मनिका प्रखंड में राष्ट्रीय राजमार्ग-39 क्षेत्र की जीवनरेखा मानी जाती है। इस मार्ग से दिन-रात छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता रहता है। लेकिन सड़क के किनारे लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण ने यातायात व्यवस्था को गंभीर संकट में डाल दिया है। दुकानों और अवैध कब्जों के कारण सड़क संकरी होती जा रही है, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क किनारे अतिक्रमण के कारण न तो वाहनों को सुरक्षित रूप से खड़ा करने की जगह मिलती है और न ही आपात स्थिति में कोई विकल्प बचता है। इसी कारण मामूली चूक भी बड़ी दुर्घटना में बदल जाती है।
बढ़ती दुर्घटनाओं ने बढ़ाई चिंता
ग्रामीणों के अनुसार, करीब 15 दिन पहले जाम की स्थिति के दौरान सिंजो निवासी नरेश यादव ब्लॉक गेट के समीप बाइक दुर्घटना का शिकार हो गए थे, जिसमें उनका पैर टूट गया। यह घटना क्षेत्र में सड़क सुरक्षा की बदहाल स्थिति को दर्शाती है।
इसके अलावा शनिवार को उसी स्थान पर एक धान लदा ट्रैक्टर असंतुलित होकर पलट गया। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई, लेकिन दुर्घटना की वजह स्पष्ट रूप से सड़क पर जगह की कमी बताई जा रही है।
संकरी सड़क और अव्यवस्थित यातायात
दुर्घटना के समय सड़क पर वाहनों के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण चालक ट्रैक्टर को नियंत्रित नहीं कर सका और वाहन सड़क किनारे पलट गया। इसी दौरान सड़क किनारे मां सरस्वती की प्रतिमा बना रहे लोग भी बाल-बाल बच गए। यदि थोड़ी सी भी चूक होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग पहले से ही अत्यधिक व्यस्त है और अतिक्रमण ने स्थिति को और खतरनाक बना दिया है।
प्रशासन से अतिक्रमण हटाने की मांग
घटनाओं के बाद स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों में आक्रोश है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि एनएच-39 को अतिक्रमण मुक्त किया जाए, ताकि जाम और दुर्घटनाओं से निजात मिल सके।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।

न्यूज़ देखो: लापरवाही नहीं, ठोस कार्रवाई जरूरी
मनिका में एनएच-39 पर अतिक्रमण की समस्या अब केवल असुविधा नहीं, बल्कि जानलेवा खतरा बन चुकी है। लगातार हो रही दुर्घटनाएं प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की मांग कर रही हैं। सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिक्रमण हटाना और यातायात व्यवस्था दुरुस्त करना अब अनिवार्य हो गया है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित सड़क, सुरक्षित जीवन की जरूरत
सड़क केवल रास्ता नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर अतिक्रमण और अव्यवस्था के खिलाफ कदम उठाने होंगे। अपनी राय साझा करें, इस खबर को आगे बढ़ाएं और सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाएं।





