
#दुमका #नकलीपनीर : पटना से आया 150 किलो मिलावटी पनीर जब्त — केमिकल टेस्ट में कोयले जैसा काला पड़ा
- 150 किलो नकली पनीर को दुमका बस स्टैंड पर ऑटो से सप्लाई करते हुए जब्त किया गया।
- गुप्त सूचना पर जिला खाद्य सुरक्षा विभाग ने की तत्काल कार्रवाई।
- फूड टेस्ट में पनीर काले कोयले की तरह बदल गया — सीधा लिवर पर असर।
- श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं को परोसे जाने की थी तैयारी।
- इससे पहले भी नकली पेड़ा, आइसक्रीम और अचार पकड़ा गया और नष्ट किया गया।
सावधानी और सख्ती से हुआ बड़ा अनर्थ टल
बासुकीनाथ धाम के श्रावणी मेले में आने वाले हजारों श्रद्धालुओं की सेहत पर बड़ा संकट आने से पहले ही टल गया, जब 150 किलो नकली पनीर को दुमका के अटल बिहारी वाजपेयी बस पड़ाव पर ऑटो में लादकर पहुंचाए जाने के दौरान जब्त कर लिया गया।
यह पनीर पटना से बस के माध्यम से लाया गया था और बाजार में खाने-पीने की दुकानों पर सप्लाई की योजना थी।
केमिकल टेस्ट में पनीर हुआ काला
जांच के दौरान फूड सेफ्टी टीम ने जब नकली पनीर पर केमिकल डाला, तो वह कोयले जैसा काला पड़ गया।
इससे यह साफ हो गया कि पनीर में सिंथेटिक और खतरनाक केमिकल मिलाए गए थे जो मानव शरीर, विशेषकर लिवर पर सीधा असर डालते हैं।
यह पनीर आम उपभोक्ता के लिए जानलेवा साबित हो सकता था।

जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अमित कुमार राम ने कहा: “हमें गुप्त सूचना मिली थी कि पटना से नकली पनीर की बड़ी खेप आने वाली है। सुबह से ही निगरानी कर रहे थे। जैसे ही ऑटो में पनीर लादा गया, हमारी टीम ने उसे जब्त कर लिया। इस पनीर को नष्ट किया जाएगा और ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।”
पहले भी पकड़ा गया था मिलावटी माल
श्रावणी मेला शुरू होते ही दुमका में नकली खाद्य सामग्री की सप्लाई तेज़ हो गई है।
दो दिन पहले बासुकीनाथ बाजार में नकली पेड़ा, आइसक्रीम और अचार पकड़े गए थे, जिसे तुरंत नष्ट कर दिया गया था।
इन सामग्रियों को श्रद्धालुओं को परोसने की तैयारी थी, लेकिन प्रशासन की सतर्कता ने बार-बार खतरे को टाल दिया है।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से मिली राहत
दुमका प्रशासन की इस सजगता और सक्रियता की व्यापक सराहना हो रही है।
जिला प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने दिखा दिया है कि त्योहारों में भी लापरवाही की कोई जगह नहीं है।
यह कार्रवाई आने वाले दिनों में अन्य मिलावटखोरों के लिए भी चेतावनी है।
न्यूज़ देखो: खाद्य सुरक्षा पर चौकसी की दमदार मिसाल
न्यूज़ देखो इस कार्रवाई को जनस्वास्थ्य और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी हस्तक्षेप मानता है।
हर साल मेलों और त्योहारों में इस तरह की मिलावटखोरी आम हो जाती है, लेकिन दुमका प्रशासन ने यह सिद्ध किया कि सही समय पर कार्रवाई से बड़ा खतरा टाला जा सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग रहें, जागरूक बनें, और सुरक्षित रहें
आप भी जब किसी मेले या सार्वजनिक आयोजन में खाद्य सामग्री लें, तो उसकी गुणवत्ता जरूर जांचें।
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