
#चंदवा #सामूहिक_दीपोत्सव : युवा भारत चंदवा की अनूठी पहल पर कस्बे के 30 मंदिरों में एक साथ दीप प्रज्वलित—आतिशबाज़ी, हनुमान चालीसा और उमड़ी भीड़ से बना भव्य धार्मिक माहौल।
- 30 मंदिरों में एक साथ दीप प्रज्वलित होने का पहला अवसर।
- युवा भारत चंदवा की पहल, पूरे कस्बे में उत्सव जैसा माहौल।
- कई जगह जमकर आतिशबाजी, लोगों ने मिठाई बांटी।
- सुभाष चौक स्थित शनि देव मंदिर में सामूहिक हनुमान चालीसा।
- थाना टोली शिव मंदिर में आकर्षक रंगोली—युवा प्रतिभाओं की रचनात्मकता।
- कार्यक्रम में अंकित गोलू, योगेश उपाध्याय, दुर्गा ठाकुर, सकिंद्र लोहार समेत कई युवाओं का योगदान।
चंदवा, लातेहार में मंगलवार की शाम एक ऐतिहासिक धार्मिक माहौल देखने को मिला, जब अयोध्या में हुए श्रीराम मंदिर ध्वजारोहण के प्रभाव से प्रेरित होकर युवा भारत चंदवा की टीम ने कस्बे के 30 मंदिरों में एक साथ दीप प्रज्वलित किए। ठीक 6 बजे हजारों दीपों की रोशनी से पूरा चंदवा जगमगा उठा और लंबे समय बाद कस्बे में ऐसा माहौल बना जिसने लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ दिया। पहली बार हुए इस सामूहिक दीपोत्सव में सभी आयु वर्ग के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, कई जगह आतिशबाजी हुई और श्रद्धालुओं ने मिठाइयां बांटकर खुशी जताई। सुभाष चौक स्थित शनि देव महाराज मंदिर में सामूहिक हनुमान चालीसा का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में बुजुर्ग भी शामिल हुए और इसे अपने सपने का साकार होना बताया।
30 मंदिरों में एकसाथ दीप प्रज्वलित—चंदवा में धार्मिक एकता का अनोखा दृश्य
युवा भारत की इस योजना के तहत कस्बे के 30 मंदिरों में एक ही समय पर दीप प्रज्वलित हुए। मंदिरों में पहुंचते ही रोशनी की कतारों और श्रद्धालुओं की भीड़ ने माहौल को पूरी तरह आध्यात्मिक बना दिया। स्थानीय लोगों ने इसे वर्षों बाद देखा गया सबसे बड़ा धार्मिक सामूहिक आयोजन बताया और कहा कि इस पहल ने पूरे कस्बे को एक सूत्र में बांधने का काम किया है। कई स्थानों पर बच्चों और महिलाओं ने भी पूरे उत्साह के साथ दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की भव्यता बढ़ाई।
सुभाष चौक के शनि देव मंदिर में हनुमान चालीसा से बना भक्तिमय वातावरण
सुभाष चौक स्थित शनि देव महाराज मंदिर इस पूरे आयोजन का केंद्र बना, जहां सैकड़ों लोगों ने एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। बुजुर्गों ने भावुक होकर कहा कि ऐसा आयोजन देखने की इच्छा वर्षों से थी, जो इस बार पूरी हुई है। युवा भारत चंदवा द्वारा की गई इस पहल को उन्होंने नई पीढ़ी की सकारात्मक सोच और धार्मिक एकता की दिशा में मजबूत कदम बताया।
थाना टोली शिव मंदिर में रंगोली की विशेष रौनक, युवाओं ने दिखाई कला की चमक
थाना टोली शिव मंदिर में इस दीपोत्सव की विशेष झलक देखने को मिली, जहां सुंदर रंगोली ने श्रद्धालुओं का ध्यान अपनी ओर खींचा।
युवा भारत के अंकित कुमार गोलू और योगेश उपाध्याय के नेतृत्व में रंगोली बनाई गई, जिसमें
अनिकेत भास्कर, आरव उपाध्याय, कृष गुप्ता, ऋषभ सिंह, आदर्श उपाध्याय, प्रगति, विभोर कुमार, परी, आकृति और सिमरन ने अहम भूमिका निभाई।
मंदिर परिसर में जलते दीयों की पंक्तियों और रंगीन आकृतियों ने पूरे स्थल को दिव्य रूप दे दिया।
अभियान कस्बे से बाहर भी पहुंचा—चकला और बोरसीदाग में भी दीपोत्सव
यह आयोजन केवल कस्बे तक सीमित नहीं रहा। युवा भारत के कार्यकर्ताओं ने सुदूरवर्ती चकला और बोरसीदाग में भी कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न किया।
इन क्षेत्रों में दुर्गा ठाकुर और सकिंद्र लोहार ने विशेष सहयोग दिया।
साथ ही अन्नपूर्णा बीज भंडार के अंकित कुमार ने प्रसाद वितरण की जिम्मेदारी संभाली।
पूरे आयोजन में राजेश चंद्र पांडेय और राजकुमार साहू ने संयोजन, अनुशासन और व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखा। श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति ने इस आयोजन को सहज और व्यवस्थित बनाने में अहम भूमिका निभाई।
संगठन की सामूहिक सोच ने छोटे आयोजन को विशाल स्वरूप दिया
युवा भारत चंदवा की टीम-वर्क इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत रही। संगठन के अध्यक्ष आदर्श रवि राज द्वारा बैठक में प्रस्तुत प्रारंभिक परिकल्पना ने पूरे आयोजन की दिशा तय की। इसके बाद टीम के सभी सदस्यों ने मिलकर इसे बड़ा स्वरूप देने की जिम्मेदारी संभाली और योजनाबद्ध तरीके से काम करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाया।
चंदवा जैसे छोटे कस्बे में इस स्तर पर एक साथ दीप प्रज्वलित होना लोगों के लिए नया और यादगार अनुभव रहा।
इन सदस्यों ने निभाई बड़ी भूमिका, सामूहिक प्रयास से मिली सफलता
कार्यक्रम को सफल बनाने में
बिनय कुमार रिक्की, प्रदीप ठाकुर, राजू, अक्षय यादव, श्रवण गुप्ता, आशीष गुप्ता, सौरभ साहू, कृष्णा, धीरज, दारा, रवि पांडुरंगा, राहुल जायसवाल, छोटू, मंटू सोनी, बैजू, उपेंद्र, राजू पाठक, सीताराम, उमाशंकर चैतन्य, सचिन साहू
सहित कई सदस्यों का अहम योगदान रहा।
स्थानीय लोगों ने कहा कि चंदवा में पहली बार ऐसा भव्य सामूहिक दीपोत्सव देखने को मिला, जो आने वाले वर्षों में मिसाल बनेगा।





न्यूज़ देखो: समाज को जोड़ने वाली पहल, युवाओं ने दी नई दिशा
युवा भारत चंदवा की यह पहल साबित करती है कि जब युवा सकारात्मक सोच के साथ आगे आते हैं तो छोटे कस्बे भी बड़े सांस्कृतिक आयोजन का उदाहरण बन सकते हैं। 30 मंदिरों में एक साथ दीप प्रज्वलन सिर्फ धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जुड़ाव का सुंदर प्रतीक है। प्रशासन और समाज को ऐसे प्रयासों को प्रोत्साहन देना चाहिए ताकि आने वाले वर्षों में यह परंपरा और मजबूत हो सके।
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मिलकर जलाएं सामाजिक एकता का दीप
चंदवा का यह सामूहिक दीपोत्सव सिर्फ रोशनी का नहीं, बल्कि उम्मीद और सद्भाव का प्रतीक है। जब समाज एक साथ खड़ा होता है, तब हर आयोजन एक संदेश बन जाता है—एकता, संस्कृति और सामूहिक प्रयासों का। यह जिम्मेदारी हर नागरिक की है कि वह ऐसे सकारात्मक आयोजनों में भाग ले और समाज को जोड़ने वाली पहल को आगे बढ़ाए।
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