
#बरवाडीह #वन_विभाग : अज्ञात वाहन ने टेढ़ा पोल के पास चेकपोस्ट तोड़ा, कर्मियों ने दर्ज कराई शिकायत
- पलामू किला मार्ग स्थित टेढ़ा पोल के पास वन विभाग की चेकपोस्ट को अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी।
- घटना बीती शाम की बताई जा रही है, जब नाका पर तैनात कर्मी नाश्ता कर रहे थे।
- नाका गार्ड इस्तेयाक और रेयाज अंसारी ने बताया – वाहन नाका तोड़कर फरार हो गया।
- घटना की सूचना रेंज कार्यालय और बरवाडीह थाना को दी गई।
- पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की।
बरवाडीह प्रखंड के पलामू किला मार्ग पर स्थित टेढ़ा पोल के पास वन विभाग की ओर से स्थापित चेकपोस्ट को बीती शाम एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। घटना में नाका पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और वहां मौजूद कर्मियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
नाश्ते के दौरान हुई घटना
घटना के समय चेकपोस्ट पर तैनात कर्मी इस्तेयाक और रेयाज अंसारी नाश्ता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उसी दौरान अचानक एक वाहन तेज रफ्तार से आया और नाका गेट को तोड़ते हुए भाग निकला। हादसा इतनी तेजी से हुआ कि कर्मियों को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
नाका गार्ड इस्तेयाक ने बताया: “हम लोग नाश्ता कर रहे थे तभी एक तेज रफ्तार वाहन नाका को ठोकर मारकर भाग गया। किस दिशा में गया, यह हम देख नहीं पाए।”
रेंज कार्यालय और पुलिस को दी गई सूचना
घटना के तुरंत बाद नाका कर्मियों ने इसकी सूचना रेंज कार्यालय और बरवाडीह थाना को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चेकपोस्ट की क्षति का निरीक्षण किया और नाका कर्मियों से घटना का विवरण लिया। बताया गया कि मामले में अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है।
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार, इस चेकपोस्ट का उपयोग लकड़ी और अन्य वन उत्पादों की निगरानी के लिए किया जाता है। घटना के बाद से वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।

न्यूज़ देखो: वन विभाग की चौकसी पर उठे सवाल
टेढ़ा पोल के पास हुए इस हादसे ने वन विभाग की सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी उजागर कर दी है। जिस नाके से प्रतिदिन वाहन गुजरते हैं, वहां कोई सीसीटीवी या वैरिकेडिंग व्यवस्था न होना चिंता का विषय है। विभाग को अब इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजगता और सुरक्षा से ही बचेगी सरकारी संपत्ति
सरकारी ढांचे और चेकपोस्टों की सुरक्षा सिर्फ प्रशासन की नहीं, बल्कि जनता की भी जिम्मेदारी है। हमें भी अपने आसपास की गतिविधियों के प्रति सतर्क रहना चाहिए ताकि कोई भी अराजक तत्व सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचा सके।
अब समय है कि विभाग सुरक्षा प्रबंधों को और सुदृढ़ बनाए और नागरिक जागरूकता अभियान चलाए।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और सरकारी संसाधनों की रक्षा में भागीदारी निभाएं।




