
#गढ़वा #छठपर्व — आस्था के महापर्व से पहले दर्दनाक घटना, खुशियों के बीच छा गया मातम
- दानरो नदी के छठ घाट पर नहाने के दौरान 13 वर्षीय बालक की डूबने से मौत
- मृतक की पहचान राहुल कुमार, पिता सुनील प्रसाद, निवासी रैदास नगर, टंडवा के रूप में हुई
- स्थानीय लोगों ने बचाने की कोशिश की, पर समय रहते नहीं मिला सहारा
- गढ़वा एसडीओ संजय कुमार व कई जनप्रतिनिधि पहुंचे सदर अस्पताल
- प्रशासन ने छठ घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने का आदेश दिया
हादसे का पूरा विवरण
गढ़वा शहर के दानरो नदी स्थित छठ घाट पर सोमवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 13 वर्षीय बालक राहुल कुमार की डूबने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, राहुल अपने कुछ दोस्तों के साथ नदी में नहाने गया था। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नदी में अचानक गहराई आने से राहुल संघर्ष करता हुआ डूब गया। वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया और बचाने की कोशिश की, लेकिन जब तक उसे बाहर निकाला गया, तब तक वह बेहोश हो चुका था।
अस्पताल में डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए राहुल को तुरंत गढ़वा सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह खबर फैलते ही सदर अस्पताल में परिजनों और मोहल्लेवासियों की भीड़ उमड़ पड़ी। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था, और पूरे अस्पताल परिसर में शोक का माहौल छा गया।
प्रशासनिक और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
घटना की जानकारी मिलते ही गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) संजय कुमार, पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, झामुमो के केंद्रीय सदस्य धीरज दुबे, समाजसेवी दौलत सोनी, संतोष केशरी और ज्योति प्रकाश केशरी अस्पताल पहुंचे। सभी ने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
एसडीओ संजय कुमार ने कहा: “यह एक बेहद दुखद घटना है। हमने सभी छठ घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने का निर्देश दिया है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।”
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन सतर्क
एसडीओ ने स्पष्ट किया कि अब छठ पर्व के दौरान हर घाट पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी। साथ ही चेतावनी बोर्ड, रेस्क्यू बोट और गोताखोरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने व्रतियों से अपील की है कि बच्चों को अकेले नदी या तालाब में स्नान करने न भेजें और भीड़भाड़ वाले घाटों पर सतर्क रहें।
इलाके में पसरा मातम
राहुल की मौत की खबर से टंडवा के रैदास नगर मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया है। पड़ोसी और मित्रजन उसे एक होशियार, मिलनसार और मददगार बालक के रूप में याद कर रहे हैं। परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आस्था और उल्लास के माहौल में घटी यह घटना हर किसी को सुरक्षा की अनदेखी की कीमत का एहसास करा गई।
न्यूज़ देखो: पर्व की आस्था के बीच सुरक्षा की चेतावनी
यह हादसा प्रशासन और समाज दोनों के लिए गंभीर चेतावनी है कि धार्मिक आयोजनों के साथ सुरक्षा प्रबंधन को हल्के में नहीं लिया जा सकता। छठ जैसे बड़े पर्वों में सुरक्षा के इंतज़ाम जीवन रक्षा के समान आवश्यक हैं।
न्यूज़ देखो का मानना है कि यदि हर घाट पर पूर्व से सुरक्षा तंत्र, गोताखोर दल और चेतावनी संकेत मौजूद होते, तो शायद यह मासूम जिंदगी बचाई जा सकती थी। प्रशासन को अब ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए व्यावहारिक और स्थायी कदम उठाने होंगे।
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सजग नागरिक बनें, सुरक्षा में सहयोग दें
आस्था के साथ-साथ सतर्कता भी जरूरी है। पर्व मनाएं, पर सुरक्षा नियमों का पालन करें।
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👉 अपने दोस्तों और बच्चों को जलाशयों में नहाने के दौरान सावधानी बरतने की सीख दें।




