गढ़वा आस्था के महापर्व छठ पूजा के लिए गढ़वा में तैयारियां अपने चरम पर हैं। शहर की प्रमुख नदियों – दानरो और सरस्वती नदी के घाटों पर विशेष सजावट और साफ-सफाई का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। शहर के बाजारों में भी छठ पूजा की तैयारी से रौनक बढ़ गई है, जहाँ सूप, दौरा, और मिट्टी के बर्तनों की खूब बिक्री हो रही है। पूजा समितियों और विभिन्न क्लबों ने इस महापर्व के आयोजन को भव्य बनाने के लिए विस्तृत इंतजाम किए हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
अस्थायी पुल और सूर्य मंदिर का निर्माण: आकर्षण का केंद्र
शहर के दानरो नदी में स्टूडेंट्स क्लब और जय देवी संघ द्वारा भव्य तैयारियां की जा रही हैं। स्टूडेंट्स क्लब के द्वारा लागत से दानरो नदी पर 200 मीटर लंबा अस्थायी पुल तैयार किया है, ताकि छठ व्रतियों को घाट तक पहुँचने में सुविधा हो। यह पुल श्रद्धालुओं के लिए घाट तक पहुँचने का रास्ता आसान बनाएगा। वहीं, जय देवी संघ ने छठ पर्व की विशेष सजावट के तहत कोलकाता के सूर्य मंदिर के प्रारूप पर आधारित सूर्य भगवान की भव्य प्रतिमा और पंडाल का निर्माण किया है, जिसकी लागत लगभग लाखों रुपये आई है। नदी के बीचोंबीच सजाए जा रहे झरने के दृश्य से यह स्थल छठ पूजा के लिए और भी मनमोहक बन गया है।
व्रतियों के लिए विशेष सुविधाएं
विभिन्न पूजा समितियों और क्लबों ने छठ व्रतियों के लिए व्यापक सुविधाएं प्रदान करने की योजना बनाई है। व्रतियों की सुविधा के लिए दूध, दातून, कंबल, और अलाव की विशेष व्यवस्था की जा रही है। स्टूडेंट्स क्लब के संरक्षक विनोद जायसवाल उर्फ नेताजी ने बताया कि छठ घाट से लेकर शहर के मुख्य मार्गों और गली-मोहल्लों में बेहतर लाइट और साउंड की व्यवस्था की गई है। रात्रि में ठंड से बचने के लिए व्रतियों के लिए अलाव और कंबल की व्यवस्था भी की जाएगी।
सुरक्षित स्थान और नंबरिंग की व्यवस्था
छठ पर्व के दौरान भारी भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं को सुविधाजनक स्थान मुहैया कराने के उद्देश्य से घाटों पर सुरक्षित स्थानों पर नंबरिंग की भी व्यवस्था की जा रही है। इससे व्रतियों को अपने निर्धारित स्थान पर बिना किसी परेशानी के पहुँचने में आसानी होगी और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचा जा सकेगा।
बाजारों में सूप-दौरा की रौनक
छठ पूजा की तैयारियों के चलते गढ़वा के बाजारों में भी रौनक देखने को मिल रही है। श्रद्धालु पूजा के लिए आवश्यक सूप, दौरा, पंखा, और मिट्टी के बर्तनों की खरीदारी में जुटे हैं। इस वर्ष बांस का सूप 120-150 रुपये प्रति पीस, बांस का दौरा 350-450 रुपये प्रति पीस, बांस का पंखा 20-25 रुपये प्रति पीस, और पीतल का सूप 350-400 रुपये प्रति पीस में मिल रहा है। मिट्टी का ढक्कन भी 40-50 रुपये में उपलब्ध है।
टी ग्रुप और अन्य क्लबों की तैयारियां
टी ग्रुप के पदाधिकारियों ने बताया कि उन्होंने छठ घाटों को आकर्षक और सुरक्षित बनाने के लिए साफ-सफाई, लाइट और साउंड की विशेष व्यवस्था की है। टी ग्रुप के सदस्य ब्रजेश उपाध्याय, विकास कुमार, आनंद कश्यप, और अन्य सदस्यों ने कहा कि श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए घाटों पर सुरक्षित स्थानों पर नंबरिंग की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, रात में रुकने वाले व्रतियों के लिए आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था भी की गई है।
स्वयंसेवी संगठनों का योगदान
गढ़वा के विभिन्न स्वयंसेवी संगठन जैसे फ्रेंड्स क्लब, जागृति क्लब टंडवा भगलपुर, सूर्या क्लब सहिजना, छठ सेवा समिति सहिजना, सूर्या क्लब नगवां मोहल्ला, और हनुमान नगर छठ घाट की टीमों ने भी व्यापक तैयारियां की हैं। इन संगठनों के सदस्य छठ घाटों की सफाई और सजावट में अपना योगदान दे रहे हैं। स्टूडेंट्स क्लब के अध्यक्ष अजय केसरी, उपाध्यक्ष अमित केसरी, और फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता ने बताया कि वे पूरे आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। जय देवी संघ के अध्यक्ष रामजी सोनी और संरक्षक कुलदीप केसरी सहित अन्य सदस्य भी इस महापर्व की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
विभिन्न समितियों की विशेष व्यवस्थाएं
इस वर्ष जय देवी संघ और अन्य समितियों ने नदी में अर्ध्य देने वाले स्थानों पर अस्थायी पुल का निर्माण कराया है, ताकि व्रतियों को सुविधाजनक तरीके से सूर्य भगवान को अर्घ्य अर्पित करने में आसानी हो। साथ ही विभिन्न छठ पूजा समितियों और क्लबों द्वारा व्रतियों के लिए दूध, दातून, कंबल और अलाव की विशेष व्यवस्था की जा रही है, ताकि रात के समय किसी भी तरह की परेशानी न हो।
गढ़वा में छठ पूजा के प्रति श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। इस पर्व के अवसर पर पूरे शहर में भक्तिभाव और रौनक का माहौल बना हुआ है। विभिन्न क्लबों और संगठनों की ओर से की जा रही इन तैयारियों ने गढ़वा के श्रद्धालुओं में खासा उत्साह भर दिया है, जिससे यह पर्व और भी भव्य और आकर्षक हो गया है।