रीना गिरी मर्डर केस: साजिश से गिरफ्तारी तक की कहानी
गढ़वा थाना क्षेत्र के बेलचंपा कोयल नदी से बरामद महिला के शव के मामले में पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। गढ़वा पुलिस ने छत्तीसगढ़ के बलरामपुर थाना क्षेत्र के जवाहर नगर से एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में जवाहर नगर निवासी रमेश मंडल, लतिका मंडल, संतोषी नगर निवासी शांति मंडल, और पीरुडीह गांव के वीरा लकड़ा का नाम शामिल है।
हत्या की पूरी साजिश का खुलासा
गढ़वा थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) नीरज कुमार ने बताया कि 30 सितंबर को बेलचंपा कोयल नदी पुल के पाया संख्या 11 से एक महिला का शव बरामद हुआ था। मृतका की पहचान बलरामपुर थाना क्षेत्र के गुरूचंद मंडल की पत्नी रीना गिरी के रूप में हुई थी।
रीना गिरी के भाई बदला गिरी ने गढ़वा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि रीना के ससुराल में लगातार विवाद होते रहते थे। ससुराल वाले रीना को रास्ते से हटाना चाहते थे। इस षड्यंत्र में ससुराल पक्ष ने रमेश मंडल के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
हत्या के दिन की घटना
29 सितंबर को रीना गिरी का अपहरण किया गया और उसे गढ़वा लाया गया। यहां वीरा लकड़ा और रमेश मंडल ने अपनी चारपहिया वाहन होंडा अमेज से रीना को लाया और गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को कोयल नदी पुल से नीचे फेंक दिया।
आरोपियों की गिरफ्तारी
एसडीपीओ ने बताया कि घटना में रीना के पति को बलरामपुर पुलिस ने हिरासत में लिया था, लेकिन उसने हिरासत के दौरान आत्महत्या कर ली। पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है।
प्रेस वार्ता में शामिल अधिकारी
प्रेस वार्ता में पुलिस अवर निरीक्षक मुकेश यादव, प्रदीप यादव, आरक्षी राहुल कुमार, धर्मेंद्र कुमार और सहायक पुलिस प्रियंका मिंज उपस्थित थीं।