
#गढ़वा #कार्तिक_जतरा : राष्ट्रपति की उपस्थिति में स्काउट गाइड ने संभाली सुरक्षा और अनुशासन की कमान।
गढ़वा में आयोजित अंतर्राज्यीय जन सांस्कृतिक समागम ‘कार्तिक जतरा’ के दौरान स्काउट एवं गाइड संगठन की भूमिका सबसे प्रभावशाली रूप में सामने आई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की गरिमामयी उपस्थिति वाले इस ऐतिहासिक आयोजन में स्काउट गाइड ने सुरक्षा, अनुशासन और जनसेवा की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। हजारों लोगों की मौजूदगी के बीच स्काउट गाइड की सक्रियता ने आयोजन को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाए रखा। यह आयोजन स्काउट गाइड संगठन की सामाजिक प्रतिबद्धता का सशक्त उदाहरण बना।
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में हुआ अंतर्राज्यीय कार्तिक जतरा।
- स्काउट एवं गाइड ने संभाली सुरक्षा और अनुशासन व्यवस्था।
- संगठन आयुक्त अमित कुमार झा के नेतृत्व में सक्रिय सहभागिता।
- हजारों श्रद्धालुओं और दर्शकों के बीच बनी रही व्यवस्थित व्यवस्था।
- स्काउट गाइड सदस्यों ने निभाई सेवा, सहयोग और समन्वय की भूमिका।
गुमला जिले में आयोजित अंतर्राज्यीय जन सांस्कृतिक समागम ‘कार्तिक जतरा’ केवल सांस्कृतिक उत्सव तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह अनुशासन, सेवा और संगठनात्मक क्षमता का भी सशक्त उदाहरण बनकर सामने आया। इस भव्य आयोजन में जहां देश की माननीया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाया, वहीं दूसरी ओर स्काउट एवं गाइड संगठन ने अपनी जिम्मेदारियों से आयोजन की सफलता सुनिश्चित की।
स्काउट गाइड की सेवा भावना ने बनाया आयोजन सुरक्षित
कार्तिक जतरा में देश के विभिन्न राज्यों से आए हजारों कलाकार, सांस्कृतिक दल और स्थानीय दर्शक उपस्थित थे। इतनी बड़ी भीड़ के बीच सुरक्षा, अनुशासन और मार्गदर्शन एक बड़ी चुनौती थी। इस चुनौती को गढ़वा स्काउट एवं गाइड के सदस्यों ने पूरी निष्ठा और अनुशासन के साथ निभाया।
स्काउट गाइड के स्वयंसेवकों ने प्रवेश-निकास व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, अतिथियों के मार्गदर्शन और आपात स्थिति में त्वरित सहायता जैसे कार्यों को पूरी तत्परता से अंजाम दिया।
संगठन आयुक्त अमित कुमार झा की नेतृत्वकारी भूमिका
गढ़वा जिला संगठन आयुक्त (हिंदुस्तान स्काउट एवं गाइड) अमित कुमार झा ने पूरे आयोजन के दौरान समन्वय और अनुशासन व्यवस्था की कमान संभाली। उनके मार्गदर्शन में स्काउट गाइड के सदस्यों ने अलग-अलग जिम्मेदारियों का स्पष्ट विभाजन कर कार्य किया।
अमित कुमार झा ने कहा:
“स्काउट गाइड का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र की सेवा करना है। कार्तिक जतरा जैसे आयोजनों में सेवा का अवसर मिलना हमारे लिए गर्व की बात है।”
उनके नेतृत्व में स्काउट गाइड संगठन ने यह साबित किया कि संकट या भीड़ प्रबंधन के समय यह संगठन प्रशासन का मजबूत सहयोगी बन सकता है।
अनुशासन और समन्वय का जीवंत उदाहरण
पूरे आयोजन के दौरान स्काउट गाइड के सदस्य अपनी वर्दी में अनुशासन का प्रतीक नजर आए। कहीं भी अव्यवस्था या अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न नहीं होने दी गई। राष्ट्रपति के आगमन से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के समापन तक स्काउट गाइड हर मोर्चे पर सक्रिय रहे।
प्रशासन और आयोजन समिति ने भी स्काउट गाइड संगठन की भूमिका की सराहना करते हुए इसे आयोजन की सफलता का महत्वपूर्ण आधार बताया।
युवाओं के लिए प्रेरणा बना स्काउट गाइड संगठन
कार्तिक जतरा में स्काउट गाइड की सक्रियता ने स्थानीय युवाओं और बच्चों को भी प्रेरित किया। कई अभिभावकों और दर्शकों ने कहा कि ऐसे संगठनों से जुड़कर युवा अनुशासन, नेतृत्व और सेवा का वास्तविक अर्थ सीख सकते हैं।
न्यूज़ देखो: सेवा और अनुशासन का सशक्त उदाहरण
न्यूज़ देखो: कार्तिक जतरा में स्काउट गाइड की भूमिका बनी आयोजन की रीढ़
कार्तिक जतरा ने यह स्पष्ट किया कि बड़े आयोजनों की सफलता केवल मंच और अतिथियों से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले संगठनों से तय होती है। गढ़वा स्काउट गाइड ने अनुशासन, सेवा और समर्पण से यह जिम्मेदारी निभाई। ऐसे संगठनों को और अधिक अवसर और समर्थन मिलना चाहिए। यह आयोजन प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों के समन्वय का आदर्श उदाहरण बना।
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सेवा से संस्कार तक: स्काउट गाइड से सीखें जिम्मेदार नागरिक बनना
कार्तिक जतरा ने दिखाया कि समाज की असली ताकत संगठित सेवा में निहित है।
स्काउट गाइड जैसे संगठन युवाओं को केवल कार्यक्रमों तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं।
यदि हम चाहते हैं कि हमारे आयोजन सुरक्षित और सफल हों, तो ऐसे स्वयंसेवी संगठनों को आगे बढ़ाना होगा।
आप भी अपने क्षेत्र में सेवा और अनुशासन से जुड़े प्रयासों का समर्थन करें।
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