
#गढ़वा #विद्यालय_निरीक्षण : एसडीएम संजय कुमार ने स्कूली बच्चों संग भोजन कर गुणवत्ता परखी और अभिभावकों से लिया प्रत्यक्ष फीडबैक।
- सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने क्षेत्र के तीन विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।
- शिक्षक-अभिभावक गोष्ठी में भाग लेकर अभिभावकों से विद्यालय व्यवस्था पर सीधा फीडबैक लिया।
- बच्चों से पढ़ाई और शैक्षणेत्तर गतिविधियों की जानकारी ली।
- रेजो और लखेया विद्यालयों में बच्चों संग बैठकर मिड डे मील का स्वाद लिया।
- रेजो मध्य विद्यालय में मेन्यू के अनुरूप हरी सब्ज़ी न मिलने पर एसडीएम ने नाराजगी जताई।
गढ़वा सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने शुक्रवार को क्षेत्र के तीन सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से संवाद स्थापित कर उनकी पढ़ाई-लिखाई, खेलकूद और अन्य शैक्षणेत्तर गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। साथ ही उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों के साथ आयोजित शिक्षक-अभिभावक गोष्ठी में भाग लेकर विद्यालय व्यवस्था की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया।
मिड डे मील की गुणवत्ता परखी
निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने मिड डे मील योजना की भी गहन जांच की। उन्होंने रेजो और लखेया विद्यालय में बच्चों के साथ बैठकर स्वयं भोजन ग्रहण किया और भोजन की गुणवत्ता को प्रत्यक्ष रूप से परखा। उन्होंने भोजन की मात्रा, स्वाद और पौष्टिकता पर विशेष ध्यान दिया।
हरी सब्ज़ी न मिलने पर नाराजगी
रेजो मध्य विद्यालय में निरीक्षण के समय मेन्यू के अनुरूप हरी सब्ज़ी बच्चों को नहीं परोसी गई थी। इस पर एसडीएम ने नाराजगी व्यक्त की और संबंधित रसोइयों व जिम्मेदार शिक्षकों को भविष्य में सुधार लाने का सख्त निर्देश दिया।
एसडीएम संजय कुमार ने कहा: “शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों को मिलने वाला पोषण किसी भी कीमत पर समझौते का विषय नहीं है। विद्यालयों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
अभिभावकों से लिया सीधा फीडबैक
शिक्षक-अभिभावक गोष्ठी के दौरान एसडीएम ने अभिभावकों से विद्यालयी व्यवस्था, बच्चों की पढ़ाई और मिड डे मील के बारे में सीधी राय ली। अभिभावकों ने भी खुलकर अपनी बात रखी और विद्यालय के संचालन से जुड़े मुद्दों पर फीडबैक दिया।
इस पूरे निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र-छात्राएँ, अभिभावक और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।



न्यूज़ देखो: शिक्षा और पोषण पर दोहरी निगरानी जरूरी
एसडीएम का यह निरीक्षण स्पष्ट करता है कि शिक्षा और पोषण जैसे बुनियादी अधिकारों की निगरानी प्रशासन की प्राथमिकता है। जब अधिकारी खुद बच्चों के साथ बैठकर भोजन करेंगे और अभिभावकों से सीधा फीडबैक लेंगे, तभी व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी और सुधार संभव होगा।
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शिक्षा और पोषण पर हम सबकी जिम्मेदारी
यह घटना हमें याद दिलाती है कि बच्चों की शिक्षा और पोषण सिर्फ प्रशासन ही नहीं बल्कि समाज के हर सदस्य की जिम्मेदारी है। अब समय है कि हम सब मिलकर विद्यालयों की निगरानी में सहयोग करें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और जागरूकता फैलाएँ।