- नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता: झारखंड पुलिस ने 1 करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी के करीबी को पकड़ा।
- सेरम और उसकी पत्नी गिरफ्तार: सेरम पहरेदारी करता था और पत्नी मालती मांझी के लिए खाना बनाती थी।
- गिरिडीह पुलिस का ऑपरेशन सफल: सर्च ऑपरेशन में दोनों को हथियारों के साथ पकड़ा गया।
- प्रयाग मांझी की गिरफ्तारी की संभावना बढ़ी: पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिलीं।
गिरिडीह में झारखंड पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
गिरिडीह: झारखंड पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 1 करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ करण दा के करीबी सेरम और उसकी पत्नी मालती मुर्मू उर्फ गुड़िया को गिरफ्तार किया है। सेरम को नक्सली प्रयाग मांझी पर इतना भरोसा था कि उसे रात में पहरेदारी की जिम्मेदारी दी गई थी, जबकि उसकी पत्नी मालती मांझी के लिए खाना बनाती थी।
1 करोड़ का इनामी नक्सली प्रयाग मांझी
पुलिस के अनुसार, सेरम प्रयाग मांझी का भरोसेमंद गार्ड था, जबकि उसकी पत्नी खाने की व्यवस्था देखती थी। दोनों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं। प्रयाग मांझी लंबे समय से पुलिस के रडार पर है, लेकिन अब उसके करीबियों की गिरफ्तारी के बाद उसकी तलाश में पुलिस को बड़ी मदद मिल सकती है।
गिरिडीह पुलिस और CRPF का संयुक्त ऑपरेशन
गिरिडीह पुलिस ने CRPF 154 बटालियन और डुमरी एसडीपीओ सुमित प्रसाद के नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन चलाया। एसपी डॉ. विमल कुमार को सूचना मिली थी कि कुछ नक्सली जंगल में छिपे हुए हैं। सुरक्षा बलों को देखकर सेरम और उसकी पत्नी भागने लगी, लेकिन उन्हें चारों ओर से घेरकर पकड़ लिया गया। पुलिस ने उनके पास से एक पिस्टल और दो जिंदा कारतूस जब्त किए हैं।
प्रयाग मांझी पर पुलिस का शिकंजा कसने की तैयारी
पूछताछ में तालेश्वर हांसदा उर्फ सेरम ने बताया कि प्रयाग मांझी अब बुजुर्ग हो चुका है और ज्यादा घूमता नहीं है। वह केवल जरूरत पड़ने पर अपने 3 सेक्शन फोर्स के साथ जंगल में जाता है। वर्तमान में प्रयाग मांझी CCM (सेंट्रल कमिटी मेंबर) के पद पर है। लंबे समय तक जंगल में सक्रिय रहने के बाद उसने अपने करीबी साथियों को एक मजबूत टीम में शामिल किया था।
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