
#घाघरा #साइक्लोथॉन_यात्रा : भगवान बिरसा मुंडा की प्रेरणा से आयोजित एनसीसी साइक्लोथॉन यात्रा गुमला से शुरू होकर लोहरदगा, रांची होते हुए दिल्ली तक जाएगी।
गुमला जिले से भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर आयोजित एनसीसी की विशेष साइक्लोथॉन यात्रा का औपचारिक शुभारंभ किया गया। यह यात्रा युवाओं में देशभक्ति, शौर्य और क्रांतिकारी चेतना के प्रसार के उद्देश्य से शुरू की गई है। एनसीसी के नेतृत्व में निकली यह साइकिल यात्रा गुमला से चलकर झारखंड के विभिन्न जिलों से होती हुई दिल्ली पहुँचेगी। यात्रा का समापन 27 जनवरी 2026 को प्रस्तावित है।
- भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर आयोजित एनसीसी साइक्लोथॉन।
- गुमला से लोहरदगा और रांची होते हुए दिल्ली तक यात्रा।
- एनसीसी कमांडिंग ऑफिसर पी. वी. शर्मा कर रहे हैं नेतृत्व।
- यात्रा में एक इंस्पेक्टर सहित 8 सदस्य शामिल।
- युवाओं में देशभक्ति और क्रांतिकारी चेतना का संदेश।
- 27 जनवरी 2026 को प्रस्तावित है समापन।
गुमला जिले से एक प्रेरणादायक और राष्ट्रभावना से ओत-प्रोत पहल के तहत भगवान बिरसा मुंडा साइक्लोथॉन यात्रा की शुरुआत की गई। यह साइकिल यात्रा राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के तत्वावधान में आयोजित की गई है, जिसका उद्देश्य युवाओं को देशभक्ति, शौर्य, अनुशासन और सामाजिक चेतना से जोड़ना है।
गुमला से हुआ भव्य शुभारंभ
इस साइक्लोथॉन यात्रा का शुभारंभ गुमला से किया गया, जहाँ से साइकिल सवार कैडेट पूरे उत्साह और जोश के साथ रवाना हुए। यात्रा गुमला से निकलकर घाघरा थाना क्षेत्र में अल्प विश्राम के बाद लोहरदगा पहुँची, जहाँ रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई है। इसके बाद यात्रा रांची के लिए प्रस्थान करेगी और रांची से आगे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर बढ़ेगी।
एनसीसी कमांडिंग ऑफिसर कर रहे नेतृत्व
इस पूरी यात्रा का नेतृत्व एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर पी. वी. शर्मा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह साइक्लोथॉन केवल एक साइकिल यात्रा नहीं, बल्कि एक संदेश यात्रा है, जिसका लक्ष्य युवाओं के भीतर राष्ट्रप्रेम और कर्तव्यबोध की भावना को मजबूत करना है।
एनसीसी कमांडिंग ऑफिसर पी. वी. शर्मा ने कहा:
“भगवान बिरसा मुंडा का जीवन संघर्ष, साहस और बलिदान का प्रतीक है। इस साइक्लोथॉन के माध्यम से हम उनके विचारों और आदर्शों को देश के युवाओं तक पहुँचाना चाहते हैं।”
युवाओं में जोश और अनुशासन का अनूठा संगम
इस साइकिल यात्रा में एक इंस्पेक्टर सहित कुल 8 सदस्य शामिल हैं, जिनमें एनसीसी के जांबाज़ कैडेट छात्र-छात्राएं भी भाग ले रहे हैं। सभी कैडेट अनुशासन, एकता और समर्पण का परिचय देते हुए लंबी दूरी तय कर रहे हैं। यात्रा के दौरान जगह-जगह स्थानीय लोगों द्वारा कैडेट्स का उत्साहवर्धन भी किया जा रहा है।
बिरसा मुंडा के विचारों का जन-जागरण
भगवान बिरसा मुंडा झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए आदिवासी स्वाभिमान, सामाजिक न्याय और स्वतंत्रता संग्राम के महान प्रतीक हैं। इस साइक्लोथॉन यात्रा के माध्यम से उनके संघर्ष, विचार और जनजागरण की भावना को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
एनसीसी अधिकारियों का कहना है कि इस यात्रा का उद्देश्य केवल दूरी तय करना नहीं, बल्कि रास्ते में पड़ने वाले इलाकों में युवाओं को प्रेरित करना, उन्हें राष्ट्रनिर्माण से जोड़ना और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना भी है।
दिल्ली में होगा ऐतिहासिक समापन
यह साइक्लोथॉन यात्रा गुमला-लोहरदगा-रांची मार्ग से होते हुए विभिन्न राज्यों को पार कर दिल्ली पहुँचेगी। यात्रा का समापन 27 जनवरी 2026 को प्रस्तावित है, जो गणतंत्र दिवस के आसपास होने के कारण इसे और भी विशेष बनाता है।
यात्रा के दौरान एनसीसी कैडेट्स देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों से संवाद करेंगे और भगवान बिरसा मुंडा के विचारों के साथ-साथ राष्ट्रप्रेम का संदेश साझा करेंगे।

न्यूज़ देखो: युवाओं को दिशा देने वाली पहल
भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर आयोजित यह एनसीसी साइक्लोथॉन यात्रा युवाओं को इतिहास, संघर्ष और राष्ट्रप्रेम से जोड़ने का सशक्त माध्यम बन रही है। यह पहल दिखाती है कि अनुशासन और विचारधारा के साथ युवा देश के लिए प्रेरणा बन सकते हैं। प्रशासन और एनसीसी की यह कोशिश सराहनीय है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शौर्य, संकल्प और राष्ट्रभक्ति का संदेश
आज जब युवाओं को सही दिशा की जरूरत है, ऐसे प्रयास उन्हें अपने इतिहास और कर्तव्यों से जोड़ते हैं। बिरसा मुंडा के आदर्शों को अपनाकर ही सशक्त भारत का निर्माण संभव है। इस प्रेरणादायक यात्रा के बारे में अपनी राय साझा करें, खबर को आगे बढ़ाएं और युवाओं में राष्ट्रप्रेम की अलख जगाने में सहभागी बनें।





