
#जारी #स्वास्थ्य : आयुर्वेद, होम्योपैथी और योग से ग्रामीणों को मिला मुफ्त इलाज
- राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन।
- ग्रामीणों को आयुर्वेद, होम्योपैथी और योग पद्धति से उपचार की सुविधा।
- मुफ्त जांच और दवाओं का वितरण किया गया।
- शिविर में सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी रही।
- स्वास्थ्य टीम में डॉ. आली हैदर और डॉ. रोशनी तिग्गा सहित कई विशेषज्ञ शामिल।
जारी प्रखंड के कैंपस में मंगलवार को राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ। इस शिविर में ग्रामीणों को आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक उपचार के साथ-साथ योग पद्धति से स्वास्थ्य लाभ देने की पहल की गई। आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाना और आयुष पद्धति के प्रति विश्वास मजबूत करना था।
मुफ्त जांच और दवाओं से मिला बड़ा लाभ
शिविर में सभी प्रकार की बीमारियों के लिए मुफ्त जांच की गई और दवाओं का निःशुल्क वितरण किया गया। यह प्रयास उन ग्रामीणों के लिए राहत का कारण बना, जो महंगे इलाज के कारण अक्सर उपचार से वंचित रह जाते हैं।
स्वास्थ्य टीम की सक्रिय भागीदारी
इस शिविर में कई विशेषज्ञ डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
डॉ. आली हैदर ने कहा: “ग्रामीणों के बीच आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देना हमारा मुख्य लक्ष्य है। यह सुरक्षित और प्रभावी है।”
डॉ. रोशनी तिग्गा, योग शिक्षक सुंदरपाल गिरी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्वेता, सहिया दीदी निराली, मीना देवी और सुमैया खातून ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
ग्रामीणों में दिखी उत्साह की झलक
शिविर में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे और मुफ्त सेवाओं का लाभ उठाया। विशेष रूप से बुजुर्ग और महिलाएं इस पहल से काफी संतुष्ट दिखीं। आयोजनकर्ताओं के अनुसार, ऐसे शिविर से न केवल लोगों को मुफ्त इलाज मिलता है, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जागरूकता भी बढ़ती है।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण स्वास्थ्य में नई उम्मीद की किरण
राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत जारी प्रखंड में हुआ यह शिविर ग्रामीण स्वास्थ्य को लेकर एक सराहनीय कदम है। इससे स्पष्ट है कि जागरूकता और सुविधाएं साथ मिलकर ही स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकती हैं।
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स्वस्थ समाज की ओर एक कदम
हमें ऐसे प्रयासों को प्रोत्साहन देना चाहिए ताकि स्वास्थ्य सेवाएं हर ग्रामीण तक पहुंच सकें।
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