रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन 28 नवंबर को चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित होगा। सोरेन अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जबकि मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के अलावा आरजेडी और कांग्रेस से एक एक विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
शपथ ग्रहण में I.N.D.I.A गठबंधन की ताकत का प्रदर्शन
शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी I.N.D.I.A गठबंधन के 10 दलों के 18 वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, भगवंत मान, दीपांकर भट्टाचार्य, उद्धव ठाकरे और तेजस्वी यादव जैसे दिग्गज नेताओं का नाम शामिल है।
“यह शपथ ग्रहण I.N.D.I.A गठबंधन की एकजुटता का संदेश देगा,” राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है।
कांग्रेस के कोटे पर बनी असहमति, मंत्रिमंडल विस्तार रुका
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बताया कि मंत्रिमंडल विस्तार 28 नवंबर के बाद होगा। कांग्रेस के मंत्रियों और विभागों को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। 2019 में लागू 5:1 फॉर्मूला इस बार भी अपनाया जाएगा, जिसमें पांच विधायकों पर एक मंत्री तय होगा। कांग्रेस को 4, JMM को 6 और राजद को 1 मंत्री पद मिल सकता है।
दिल्ली में बैठक के बावजूद सहमति नहीं बनी
हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। चर्चा थी कि बैठक में कांग्रेस के मंत्रियों और विभागों पर बातचीत हुई, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।
JMM और कांग्रेस के बीच संभावित मंत्री
JMM से दीपक बिरुआ, हेमलाल मुर्मू, रामदास सोरेन और मथुरा महतो जैसे पुराने और अनुभवी नेताओं का नाम चर्चा में है। वहीं, कांग्रेस से रामेश्वर उरांव, दीपिका पांडेय सिंह, अनूप सिंह और इरफान अंसारी मंत्री पद की दौड़ में आगे हैं।
राजद में भी गहमागहमी
राजद से सुरेश पासवान और संजय यादव मंत्री बनने के संभावित दावेदार हैं। हालांकि, राजद ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद की योजना
शपथ ग्रहण के बाद विधानसभा का पहला सत्र दिसंबर के पहले सप्ताह में आयोजित किया जाएगा। कैबिनेट की पहली बैठक में प्रोटेम स्पीकर का चयन होगा। इसके बाद सभी विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी और स्पीकर का चुनाव होगा।
शपथ ग्रहण में जुटेंगे देशभर के नेता
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस, टीएमसी, आप, सपा, एनसीपी, भाकपा माले, राजद और शिवसेना (यूबीटी) के नेता शामिल होंगे। सभी नेता दोपहर में रांची पहुंचेंगे और शाम 4 बजे के कार्यक्रम के बाद लौट जाएंगे।
“शपथ ग्रहण I.N.D.I.A गठबंधन के लिए एकजुटता और शक्ति का प्रतीक होगा,” JMM प्रवक्ता ने कहा।
राजनीतिक संदेश और गठबंधन की मजबूती
महाराष्ट्र में हालिया हार के बाद झारखंड में I.N.D.I.A गठबंधन अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहा है। हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद झारखंड की राजनीति में JMM और कांग्रेस के बीच संतुलन साधने की बड़ी चुनौती होगी।
निष्कर्ष:
हेमंत सोरेन का अकेले शपथ लेना राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है, जिससे गठबंधन के भीतर मतभेदों को हल किया जा सके। यह शपथ ग्रहण केवल सरकार गठन का कदम नहीं, बल्कि 2024 लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी एकता का बड़ा संदेश भी होगा।