
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) केंद्रीय समिति की विस्तारित बैठक को संबोधित किया। उन्होंने झामुमो के संघर्षपूर्ण इतिहास और पार्टी की उपलब्धियों पर जोर देते हुए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भविष्य के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य बिंदु:
- संघर्ष की विरासत:
हेमंत सोरेन ने झामुमो को संघर्ष से उपजी पार्टी बताया, जिसने हमेशा हक-अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी और कभी हार नहीं मानी। - अबुआ सरकार की सफलता:
मुख्यमंत्री ने 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो की जीत और मजबूत “अबुआ सरकार” के गठन का श्रेय पार्टी के कर्मठ नेताओं और राज्यवासियों के समर्थन को दिया। - भविष्य की दिशा:
उन्होंने झामुमो के कार्यकर्ताओं से पार्टी की जड़ों को हर कोने तक पहुंचाने और वंचित, शोषित वर्ग को उनके हक-अधिकार दिलाने का आह्वान किया।
“झारखंड मुक्ति मोर्चा हमेशा से संघर्ष की प्रतीक रही है। हमें अपनी विरासत को और मजबूत करना है और राज्य के हर वर्ग को उनका अधिकार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध रहना है।”



इस बैठक में झामुमो की आगामी योजनाओं और राज्य के विकास पर जोर दिया गया। पार्टी की जड़ों को और मजबूत करने के लिए नई रणनीतियों पर भी चर्चा हुई।