
#गढ़वा #RoadAccident — फोरलेन पर रफ्तार का कहर, परिवार उजड़ गया, मासूम जिंदगी से लड़ रही है
- गढ़वा-पलामू फोरलेन पर सोमवार सुबह दर्दनाक हादसा
- तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवारों को मारी जबरदस्त टक्कर
- दो लोगों की मौत, जबकि 9 वर्षीय बच्ची गंभीर रूप से घायल
- आक्रोशित ग्रामीणों ने फोरलेन जाम कर चालक की गिरफ्तारी की मांग की
- पुलिस ने ट्रक जब्त कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
हादसे का पूरा घटनाक्रम
गढ़वा-पलामू फोरलेन पर गढ़वा थाना क्षेत्र के हूर चहल गांव के पास सोमवार सुबह एक भयावह सड़क दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई और एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीनों लोग एक ही मोटरसाइकिल पर सवार होकर गढ़वा बाजार खरीदारी के लिए आ रहे थे, तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और सवार सड़क पर दूर जा गिरे।
मृतकों और घायलों की पहचान
इस हादसे में डुमरिया गांव निवासी गणेश बैठा (55 वर्ष), पिता लेदा बैठा की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, मेराल थाना क्षेत्र के तैनार गांव निवासी छोटू रजक (27 वर्ष), पिता नागेश्वर बैठा को गंभीर हालत में गढ़वा सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
घायल बच्ची की पहचान छोटू रजक की 9 वर्षीय पुत्री अंजली कुमारी के रूप में हुई है, जिसकी स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है।
स्थानीय लोगों की तत्परता
दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को गढ़वा सदर अस्पताल भेजा। वहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद छोटू रजक को पलामू मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बच्ची अंजली को डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है।
हादसे के बाद तनाव, सड़क जाम
हादसे की सूचना फैलते ही इलाके में आक्रोश का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने गढ़वा-पलामू फोरलेन को जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों का आरोप था कि इस फोरलेन पर तेज रफ्तार वाहनों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस और जिला प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाता।
सूचना मिलने पर गढ़वा थाना प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। इस दौरान पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया, जबकि चालक मौके से फरार हो गया।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
स्थानीय निवासियों का कहना है कि फोरलेन बनने के बाद से सड़क तो चौड़ी हो गई, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था नगण्य है। कहीं स्पीड ब्रेकर नहीं, न ही कोई सिग्नल या चेतावनी बोर्ड। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि सड़क पर सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए और मृतकों के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
गांव में पसरा मातम
इस हादसे के बाद डुमरिया और तैनार गांवों में मातम का माहौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गणेश बैठा और छोटू रजक दोनों अपने-अपने परिवार के मुख्य सहारे थे। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि ऐसे हादसों पर रोक लगाने के लिए स्थायी कदम उठाए जाएं।
न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा की लापरवाही से उजड़ते घर
गढ़वा फोरलेन हादसा एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि विकास के नाम पर बनी चौड़ी सड़कों पर सुरक्षा का जिम्मा कौन लेगा? प्रशासनिक उदासीनता और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी अब जनजीवन के लिए खतरा बनती जा रही है।
न्यूज़ देखो इस घटना के माध्यम से मांग करता है कि जिला प्रशासन न केवल दोषी चालक को गिरफ्तार करे, बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कार्य योजना लागू करे।
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