
#गिरिडीह #अपराध_घटना : सिहोडीह आम बगान में युवक ने बॉडीगार्ड की पिस्टल लेकर की फरारी—पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर हथियार सहित पकड़ा
- बुधवार देर शाम सिहोडीह आम बगान, गिरिडीह में सनसनीखेज घटना।
- न्यायिक पदाधिकारी के बॉडीगार्ड से सरकारी पिस्टल लेकर युवक फरार।
- आरोपी की पहचान उमर गुल उर्फ़ बिट्टू खान, निवासी मोहनपुर, पचंबा थाना क्षेत्र।
- आरोपी को बॉडीगार्ड ड्राइविंग प्रशिक्षण दे रहा था।
- कार सहित हथियार लेकर भागने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी से लोकेशन ट्रेस की।
- कुछ ही घंटों में आरोपी गिरफ्तार, सरकारी पिस्टल बरामद।
गिरिडीह जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के सिहोडीह आम बगान में बुधवार देर शाम एक बड़ी आपराधिक घटना सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। घटना उस समय हुई जब न्यायिक पदाधिकारी के ड्यूटी पर तैनात बॉडीगार्ड अपने परिचित युवक उमर गुल उर्फ़ बिट्टू खान को वाहन चलाना सिखा रहा था। प्रशिक्षण के दौरान युवक ने एक बहाना बनाकर पहले बॉडीगार्ड से सरकारी पिस्टल निकलवाई और जैसे ही जवान ने पिस्टल को वाहन में रखा, उसने पूरी योजना के तहत कार स्टार्ट की और हथियार लेकर फरार हो गया।
कैसे हुई घटना—पूरी कहानी
जानकारी के अनुसार, आरोपी उमर गुल पिछले कुछ दिनों से बॉडीगार्ड से चारपहिया वाहन चलाना सीख रहा था। इसी दौरान वह जवान के भरोसे में आ गया और घटना वाले दिन अचानक बहाना बनाकर उसने पिस्टल देखने की इच्छा जताई। जैसे ही जवान ने पिस्टल उतारकर वाहन में रखी, उसने मौका पाकर कार को दौड़ा दी और घटनास्थल से रफूचक्कर हो गया।
पिस्टल की चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ। मुफ्फसिल थाना और पचंबा थाना की संयुक्त टीम ने तुरंत सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में आरोपी की गतिविधियां और कार की दिशा साफ दिखी, जिसके बाद पुलिस ने संभावित मार्गों पर वाहन चेकिंग बढ़ा दी।
पुलिस ने दिखाई फुर्ती, आरोपी हथियार सहित गिरफ्तार
कुछ ही घंटों की तलाश के बाद पुलिस ने आरोपी बिट्टू खान को कार समेत पकड़ लिया। उसके कब्जे से सरकारी पिस्टल भी सुरक्षित बरामद कर ली गई।
थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी को आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है।
गिरिडीह में सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और हथियार प्रबंधन को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। न्यायिक पदाधिकारी के सुरक्षा दल से इस तरह हथियार छिन जाना प्रशासनिक लापरवाही भी दर्शाता है। हालांकि पुलिस की तत्परता से हथियार और आरोपी की त्वरित बरामदगी ने एक बड़ी घटना को आगे बढ़ने से रोक दिया।
न्यूज़ देखो: गिरिडीह पुलिस की त्वरित कार्रवाई से टला बड़ा खतरा
यह घटना दिखाती है कि ज़रा-सी ढिलाई भी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। लेकिन पुलिस की तेज़ प्रतिक्रिया ने स्थिति को संभाल लिया। हथियार की तत्काल बरामदगी पुलिस की सक्रियता का सकारात्मक संकेत है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षा को मजबूत बनाना हम सभी की जिम्मेदारी
ऐसी घटनाएं याद दिलाती हैं कि सुरक्षा नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक है। प्रशासन और सुरक्षा बलों को सतर्क रहने की जरूरत है, वहीं नागरिकों को भी कानून-व्यवस्था में सहयोग करना चाहिए।
इस खबर पर अपनी राय कमेंट करें और इसे साझा करना न भूलें।





